वजन घटाने के लिए जिम में पसीने बहाना या तले हुए आहार को कम करना काफी नहीं है। आप वजन घटाने के लिए सांस लेने वाले योग भी कर सकते हैं। आइए जानते हैं उन 4 योग के बारे में, जिससे आप अपना वजन कम कर सकते हैं।
वजन घटाने के लिए सांस लेने वाले योग
कपालभाति प्राणायाम – वजन घटाने के लिए
कपालभाति प्राणायाम अम्लता और गैस संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायता करता है। यह शरीर के विभिन्न भागों में रक्त की आपूर्ति भी बढ़ाता है। इसके आलवा कपालभाती के नियमित अभ्यास से पेट वसा कम होती है। यह शरीर को सक्रिय करता है और सुस्ती को हटा देता है।
कपालभाति प्राणायाम कैसे करें
किसी आसन में बैठिये और अपनी आंखें बंद कर लीजिए। इसके बाद अपने पेट को शिथिल या ढीला छोड़ दीजिए। नाक से तेजी से सांस को बाहर निकालने की क्रिया करें। सांस को बाहर निकालते समय पेट को भीतर की ओर खींचे। इस बात का ध्यान दीजिए कि सांस को छोड़ने के बाद, सांस को बाहर न रोककर बिना प्रयास किए सामान्य रूप से सांस को अन्दर आने दें। इसे एक सकेंड में एक बार सांस फेंकने की क्रिया कह सकते हैं। शुरुआत में इस आसन को आप 5 मिनट के लिए कर सकते हैं।
भस्त्रिका प्राणायाम – वजन घटाने के लिए
भस्त्रिका गहरी सांस लेने की तकनीक है, जिससे हमारे शरीर में ताजा ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ जाती है, जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। भस्त्रिका प्राणायाम न केवल रक्त में ऑक्सीजन सामग्री को बढ़ाता है बल्कि यह नाक और छाती में रुकावट को हटाता है।
यह अस्थमा के मरीजों के लिए अच्छा है और गले की सूजन को हटाता है। सामान्य स्वास्थ्य में सुधार करती है और सभी अंगों को सक्रिय करती है। यह वजन को कम करने के लिए काफी मददगार है।
भस्त्रिका प्राणायाम कैसे करें
सबसे पहले आप पद्मासन में बैठ जाए, लेकिन ध्यान रहे आपकी शरीर, गर्दन और सिर सीधा हो। अपने हाथों को अपने घुटनों पर इस तकनीक से रखें ताकि हथेलियां ऊपर की तरफ सामने आ जाए। कुछ मिनटों के बाद, अपनी सारी ताकत का उपयोग करके एक गहरी सांस लें। इस तरह से तेजी के साथ 10 बार बलपूर्वक श्वास लें और छोड़ें। इस अभ्यास के दौरान आपकी ध्वनि सांप की हिसिंग की तरह होनी चाहिए।
अनुलोम विलोम प्राणायाम – वजन घटाने के लिए
यह प्राणायाम अवसाद, चिंता, तनाव आदि जैसे मानसिक समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है। ब्रोंकाइटिस, अस्थमा आदि समस्याओं में यह आसन बहुत ही फायदेमंद है। इसके अलावा यह वजन को कम करने और फेफड़ों के कामकाज में सुधार करता है।
अनुलोम विलोम प्राणायाम कैसे करें
अनुलोम विलोम प्राणायाम सुबह के ताजा हवा में खाली पेट पर अभ्यास किया जाना चाहिए। अनोलोम विलोम प्राणायाम बहुत आसान है, सबसे पहले अपनी आंखें बंद करें सिद्धासन या सुखासन में बैठें और अपने हाथों को अपने घुटनों पर आराम करें।
दाहिने हाथ के अंगूठे से नासिका के दाएं छिद्र को बंद कर लें और नासिका के बाएं छिद्र से सांस को भरे और फिर बायीं नासिका को अंगूठे के बगल वाली दो अंगुलियों से बंद कर दें। इसके बाद दाहिनी नासिका से अंगूठे को हटा दें और दायीं नासिका से सांस को बाहर निकालें।
भ्रामरी प्राणायाम – वजन घटाने के लिए
यह एक और गहरी सांस लेने की तकनीक है, जिसे अतिरिक्त फैट कम करने का एक शानदार तरीका माना जाता है। यह तनाव, क्रोध और चिंता से तत्काल राहत देता है। यह उच्च रक्तचाप से ग्रस्त लोगों के लिए एक बहुत ही प्रभावी श्वास तकनीक है, क्योंकि यह उत्तेजित मन को शांत करता है। यह रक्तचाप को कम करने और एकाग्रता तथा स्मृति में सुधार करता है।
भ्रामरी प्राणायाम कैसे करें
सबसे पहले बिछाकर पद्मसन की मुद्रा में बैंठ जाएं। इसके बाद आंखों को बंद करें और गहरी सांस लें। दोनों हाथों के अंगूठों से अपने दोनों कान को बंद कर लें। अपनी भौहें के ठीक ऊपर अपनी तर्जनी उंगलियां रखें और बाकी सभी उंगलियां उसके ऊपर रखें।
एक लंबी गहरी सांस लें। इसके बाद बिना मुंह खोले भ्रमर की आवाज़ निकालें। इसके बाद धीरे-धीरे सांस बाहर छोड़ें। इसके बाद अंगूठे की मदद से कान बंद करें और चारों उंगलियों को चेहरे पर रखें।