योग का नियमित अभ्यास शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास में आपकी सहायता करता है। वजन कम करने में मदद करने के लिए योग एक प्रभावी साधन हो सकता है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि योग स्वस्थ वजन पाने के विभिन्न तरीकों से काम करता है। आइए जानते हैं वजन कम करने वाले आसन के बारे में…
मोटापा कम करने के लिए बालासन
बालासन एक वक्र या बेंड पोज है, जो रीढ़ और निचले हिस्से को फैलाता है। बालासन या चाइल्ड्स पॉज़ शुरुआती लोगों के लिए सबसे अच्छे योग में से एक है, क्योंकि यह ‘फॉरवर्ड बेंड आसन’ है जो व्यक्ति के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक संकाय पर एक शांत प्रभाव डालता है। वजन कम करने के लिए इस आसन को नियमित रूप से करें।
बालासन करने की विधि
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं। ठीक वैसे ही जैसे आप वज्रासन की मुद्रा में होते हैं। फिर गहरी सांस लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को सामने की ओर झुकाएं तथा दोनों हाथ पीछे की ओर रखें।
शरीर को छुकाते समय कोशिश करें कि सिर सामने जमीन को छुए। अब जितना हो सके उतनी देर तक इसी स्थिति में रहने की कोशिश करें। फिर सांस छोड़ते हुए शरीर के ऊपरी भाग को उठाते हुए फिर से वज्रासन की मुद्रा में आ जाएं। – कब्ज दूर करने के लिए योग
वजन कम करने के लिए हस्तपादासन
हस्तपादासन एक योग मुद्रा है जो कब्ज, बालों के झड़ने, पीठ दर्द और हाईट बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद आसन है। यह एक बहुत ही बेसिक मुद्रा है जिसे हर दिन किया जा सकता है। इसके अलावा यह वजन को भी कम करने में सहायता करता है।
हस्तपादासन करने की विधि
हस्तपादासन करने के लिए पैरों को साथ जोड़कर सीधे खड़े हो जाएं। फिर सांस को बाहर छोड़ते हुए तथा घुटनों को बिल्कुल सीधा रखते हुए कमर के ऊपरी भाग को धीरे-धीरे सामने की ओर झुकाएं। सांस छोड़ते समय छाती को घुटनों की तरफ ले जाएं। शुरुआत में इस स्थिति में 10 सेकेंड तक रहें और फिर सामान्य स्थिति में आकर 5 सेकेंड आराम करें और इस आसन को कम से कम 5-6 बार करें।
भुजंगासन
भुजंगसन उन योगों में से एक है, जो पैर से सिर तक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। भुजंगसन या कोबरा पॉज़ पाचन तंत्र को लाभ देता है, मनोदशा को बढ़ाता है, रक्त परिसंचरण या ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। इसके अलावा पेट की चर्बी को कम करने के लिए भुजंगासन बहुत फायदेमंद है।
भुजंगासन करने की विधि
इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को माथे के नीचे टिकाएं। दोनों पैरों के पंजों के साथ रखें। फिर अपने माथे को ऊपर ऊठाएं और दोनों बाजुओं को कंधों के समान लाएं।
ऐसा करने पर शरीर का सारा भार बाजुओं पर पड़ेगा। अब शरीर के अगले भाग को बाजुओं के सहारे ऊपर उठाएं। बॉडी को स्ट्रेच करके लंबी सांस लें। कुछ समय तक इस आसन को करें। फिर दोबारा पेट के बल लेट जाएं।
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन मस्तिष्क को शांत करता है और तनाव तथा अवसाद से छुटकारा पाने में मदद करता है। यह रीढ़, कंधे, हैमस्ट्रिंग को फैलाता है। लिवर, किडनी, अंडाशय, और गर्भाशय को उत्तेजित करता है तथा पाचन में सुधार करता है।
रजोनिवृत्ति और मासिक धर्म असुविधा के लक्षणों से छुटकारा पाने में भी यह सहायता करता है।
पश्चिमोत्तानासन करने की विधि
चटाई पर बैठने के बाद अपने दोनों पैरों को सामने फैलाएं तथा पीठ की पेशियों को ढीला छोड़ते हुए हाथों को ऊपर लेकर जाएं और आगे की ओर झुकें। इस दौरान आप अपने हाथ से पैर की उंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें और नाक को घुटने से सटाएं। – तनाव दूर करने के लिए योग