जिस योग का महत्व हमारे वेदों या उससे भी पहले के साहित्य में मिलता है आज वही योग दुनियाभर में अपनी प्रसिद्धि पा रहा है। इसके फायदों को देखते हुए हर कोई अपनी भागती हुई जिंदगी में इसे अपनाता हुआ दिख रहा है। धीरे-धीरे ही सही लेकिन लोगों को यह बात समझ में आ रही है कि योग करने से ना केवल बड़ी से बड़ी बीमारियों को दूर भगाया जा सकता है बल्कि अपने जीवन में खुशहाली भी लाई जा सकती है।
शारीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक संस्कृति के रूप में योगासनों का इतिहास समय की अनंत गहराइयों में छुपा हुआ है। मानव जाति के प्राचीनतम साहित्य वेदों में इसका उल्लेख मिलता है। वैसे कुछ लोग यह भी मानते हैं कि योग विज्ञान वेदों से भी प्राचीन है। हड़प्पा और मोहनजोदड़ों के समय की पुरातत्व विभाग द्वारा की गई खुदाई में अनेक ऐसी मुर्तियां मिली है जिसमें शिव और पार्वती को विभिन्न योगासन करते हुए दिखाया गया है।
अपनी इंद्रियों को सुख देने तथा आधुनिक सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए आज इंसान उसके पीछे भाग रहा है। उसे ए.सी गाड़ी में सफर करना पसंद है, वह उसी ऑफिस में काम करना चाहता है या उसी घर में रहना चाहता है जहां आरामपरस्त जीवन शैली हो. उसे मनोरंजन के लिए सिनेमा, क्लब और नहाने के लिए स्वीमिंग पूल चाहिए। ये लोग अपने नकारात्मक प्रभावों और बीमारियों को दूर करने के लिए किसी प्राकृतिक चीज का सहारा नहीं लेते बल्कि अनेक प्रकार की दवाइयों पर निर्भर रहते हैं।
इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है कि इस आधुनिक युग में हम प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं। हमारे रहन-सहन, बोल-चाल और खान-पान बिल्कुल ही बनावटी हो चुकी है। हमारी जिंदगी मशीनों पर पूरी तरह से निर्भर हो चुकी है। हमे एहसास भी नहीं है लेकिन हम इस दुनिया की ओर तेजी से आगे बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में योगासन ही वह चीज है जो हमें बनावटी दुनिया से मुक्त करके प्रकृति और आध्यात्म की दुनिया की ओर ले जाती है।
योग करने के फायदे
किसी मनुष्य़ के जीवन में योग ही एक ऐसी चीज है जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तनावों से मुक्ति दिला सकती है। आइये जानते हैं इसके फायदों के बारे में…
1. योग में कुछ ऐसे आसन है जिसका अभ्यास करके आप पेट संबंधित रोग को दूर कर सकते हैं। जैसे कब्ज, अपचन, पेट का फुलना आदि.
2. जिन लोगों को नींद ना आने की बीमारी है या जिन्हें बार-बार नींद से उठ जाने की आदत हो उन्हें भी योगासन करना चाहिए।
3. तनाव, उन्माद, घबराहट और क्रोध को दूर करने में भी सहायक है योग।
4. कमर में दर्द, गले में दर्द, घुटने में दर्द या फिर सर में दर्द हो योगासन के अभ्यास से आप इन सभी दर्द से मुक्ति पा सकते हैं।
5. कमर की चर्बी, पेट की चर्बी या गले की चर्बी को दूर करने के लिए करते रहिए योग अभ्यास।
6. खाज-खुजली की शिकायत हो या गठिया रोग हो, अगर मुक्ति पाना है योगासन का सहारा लीजिए।
7. अगर आप निरंतर योगासन करते हैं तो झुरियों को खत्म कर सकते हैं और चेहरे पर चमक ला सकते हैं।
योग के आंतरिक फायदे
ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाए योग
योग करने के फायदे यह है कि रक्त के संचलन यानि ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। इसका मतलब यह है कि इससे पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का बेहतर परिवहन होता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन भी स्वस्थ अंगों और ग्लोइंग स्किन को बढ़ाने में मदद करता है।
रक्तचाप का नियंत्रण
जब आप नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं, तो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा मिलता है। यह शरीर में ऑक्सीजनकरण की भी अनुमति देता है। यह रक्तचाप को कंट्रोल करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आपको फेफड़े के लिए योग के फायदे
योग करने का एक फायदा यह है कि इससे श्वास को नियंत्रित किया जा सकता है। यह आपके फेफड़ों को अधिक कुशलतापूर्वक काम करने की इजाजत देता है।
बेहतर कार्डियोवास्कुलर
योग शरीर में ऑक्सीजनकरण में सुधार करता है और हृदय गति को भी कम करता है इसके परिणामस्वरूप हृदय संबंधी उच्च सहनशक्ति होती है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य
अध्ययनों से पता चला है कि योग के नियमित अभ्यास से पाचन तंत्र को सक्रिय किया जा सकता है और अपच, गैस और अन्य पेट संबंधी बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है।