Uncategorized

ओमेगा-3 सप्लीमेंट के हानिकारक प्रभाव

ओमेगा-3 सप्लीमेंट के हानिकारक प्रभाव

ओमेगा 3 तेल खुराक कम मात्रा में लिए जाने पर ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित होता है। परन्तु, जब ओमेगा 3 तेल उच्च मात्रा में उपयोग किया जाता है, तो यह कुछ सुरक्षा चिंताओं को जन्म देता है। प्रतिदिन 3 ग्राम से अधिक ओमेगा 3 तेल उपयोग करने से, रक्त में थक्के जम सकते हैं और रक्तस्राव की संभावना बढ़ सकती है।

ओमेगा 3 तेल की उच्च खुराक भी इम्यून सिस्टम की गतिविधि को कम कर सकती है, जिससे शरीर में संक्रमण, उलटी, बुरी सांस, सीने में जलन, मतली, दस्त, दाग, और नाक से खून बहना हो सकता है। यह अंग प्रत्यारोपण के रोगी और बुजुर्गों, के लिए एक चिंता का विषय है।

कुछ खाद्य स्रोतों से ओमेगा 3 तेल की बड़ी मात्रा में उपभोग करना संभावित रूप से असुरक्षित है, जैसे शार्क, किंग मैकेरल, और फार्म में पैदा की गयी सैल्मन, जो पारा, अन्य औद्योगिक और पर्यावरण रसायनों से दूषित होती हैं। ओमेगा 3 तेल युक्त मछली के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए मछली को अन्य भोजन के साथ खाना एक अच्छा विचार होता है।

यदि आप वर्तमान में कोई दवा ले रहे हैं या आपको मछली से एलर्जी है, तो ओमेगा 3 तेल खाने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। आज हम आपको ओमेगा 3 फैटी एसिड के कुछ हानिकारक प्रभाव बताएंगे।

ओमेगा-3 सप्लीमेंट के हानिकारक प्रभाव

1. छोटे बच्चों को प्रति सप्ताह दो औंस से अधिक मछली या ओमेगा 3 तेल का सेवन नहीं करना चाहिए। आहार स्रोतों में अधिक ओमेगा 3 असुरक्षित होता है। फैटी मछली में पारा जैसे विषाक्त पदार्थ होते हैं, और अक्सर दूषित मछली खाने से बच्चों में मस्तिष्क क्षति, मानसिक कमी, अंधापन और दौरे भी पड़ सकते हैं।

2. अगर आपको खून बहने का विकार है या आप रक्त-पतला करने की दवाएं ले रहे हैं, तो आपको ओमेगा-3 तेल का उपयोग सावधानी के साथ करना चाहिए, क्योंकि ओमेगा-3 फैटी एसिड की बड़ी मात्रा, खून बहने के जोखिम को बढ़ा सकती है।

3. गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताओं को शार्क, स्वोर्डफ़िश, किंग मैकेरल और टाइलफिश मछली खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें पारे का उच्च स्तर हो सकता है। ओमेगा 3 तेल युक्त मछली और अन्य आहार स्रोतों का बड़ी मात्रा में उपयोग असुरक्षित होता है।

4. अधिक ओमेगा 3 तेल युक्त मछली खाने से बाइपोलर विकार की स्थिति के कुछ लक्षण बढ़ सकते हैं।

5. ओमेगा 3 तेल युक्त मछली, लिवर के रोगियों में लिवर से खून बहने का खतरा बढ़ा सकती है।

6. ओमेगा 3 तेल युक्त मछली अधिक खाने से अवसाद और इसके संबंधित स्थितियों के कुछ लक्षण बढ़ सकते हैं।

7. यह चिंता का विषय है, कि ओमेगा 3 तेल युक्त मछली की उच्च खुराक खाने से ब्लड शुगर का नियंत्रण अधिक मुश्किल हो सकता है।

8. ओमेगा 3 युक्त मछली का तेल, फैमिलीयल ऐडेनोमेटस पॉलीपोसिस हालत वाले लोगों में कैंसर होने का खतरा बढ़ा सकता है।

9. ओमेगा 3 युक्त मछली का तेल रक्तचाप का इलाज करवा रहे रोगियों में रक्तचाप बहुत कम कर सकता है।

10. एचआईवी और एड्स बीमारियों में इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया कम होती है। ओमेगा 3 तेल युक्त मछली की उच्च खुराक शरीर की इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया को कम करती है। यह उन लोगों के लिए एक समस्या हो सकती है, जिनकी इम्यून सिस्टम पहले से ही कमजोर है।
अनुसंधान से पता चलता है कि ओमेगा 3 तेल युक्त मछली खाना, एक डीफिब्रिलेटर प्रत्यारोपित रोगियों में अनियमित दिल की धड़कन का खतरा बढ़ाता है। ऐसे रोगियों को ओमेगा 3 तेल युक्त मछली नहीं खानी चाहिए।

11. कुछ लोग जिनको सीफ़ूड से एलर्जी है, उन्हें मछली और ओमेगा 3 तेल से भी एलर्जी हो सकती है। ऐसे रोगियों को मछली और ओमेगा 3 तेल पूरकों का उपयोग सावधानी से करना चाहिए।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment