शरीर का अहम अंग फेफड़ा कई महत्वपूर्ण काम करता है। इससे मदद से व्यक्ति को साफ व शुद्ध हवा मिलती है। इसका काम सांस व भीतर पहुंच रही दूषित हवा को साफ करना है जिसके बाद यह रक्त में ऑक्सीजन बनकर मिलती है, लेकिन दूषित हवा की वजह से फेफड़ों के कामकाज में कठिनाई आती है।
दूषित हवा से न केवल फेफड़े खराब होती है बल्कि सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है। यह अस्थमा के रोगियों के लिए भी पीड़ादायक है। इन सबके अलावा दूषित हवा किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
एक अध्ययन के अनुसार दूषित हवा पानी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि पर एंड पॉलीफ्लोरोअल्काइल सबस्टांसेस (पीएफएएस) औद्योगिक प्रक्रियाओं और उपभोक्ता उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले नॉन बायोडिग्रेडेबल (स्वाभाविक तरीके से नहीं सड़ने वाले) पदार्थों का एक बड़ा समूह है और ये पर्यावरण में हर जगह मौजूद हैं।
उनके अनुसार मनुष्य दूषित मिट्टी, पानी, खाने और हवा के जरिए पीएफएएस के संपर्क में आते हैं। पीएफएएस के संपर्क से किडनी पर पड़ने वाले प्रभावों की जांच के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने अन्य प्रासंगिक अध्ययनों को खंगाला। ड्यूक यूनिवर्सिटी के जॉन स्टेनिफर ने कहा कि किडनी र्दे बेहद संवेदनशील अंग हैं खास कर बात जब पर्यावरणीय विषैले तत्वों की हो जो हमारे खून के प्रवाह में प्रवेश कर जाते हैं।
इनके प्रभावों में किडनी का सही ढंग से काम न करना, किडनी के पास की नलियों में गड़बड़ी और किडनी की बीमारी से जुड़े चयापचय मार्गों का बिगड़ जाना शामिल है।
किडनी रोग में इन आहरों को भी नहीं खाएं
1. आज के समय में प्रेट्ज़ेल, चिप्स और क्रैकर्स आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं और लोग भी इसका सेवन बड़ी मात्रा में करते हैं। इसमें न केवल सोडियम ज्यादा होता है बल्कि इसमें पोटेशियम भी बड़ी मात्रा में पाया जाता है। यह किडनी के लिए अच्छा आहार नहीं है।
2. प्रोसेस्ड फूड सोडियम और फास्फोरस का महत्वपूर्ण स्रोत है। किडनी की बीमारी वाले लोगों को अपने आहार में फास्फोरस को सीमित करने की आवश्यकता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है प्रोसेस्ड फूड से उच्च फॉस्फरस का सेवन किडनी और हड्डियों के लिए हानिकारक हो सकता है।
3. शुगर मोटापे को बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा यह उच्च रक्तचाप और मधुमेह के विकास के जोखिम को बढ़ाता है तथा यह किडनी की बीमारी के प्रमुख कारणों में से एक है। इसलिए उन आहारों का कम सेवन कीजिए जिसमें शुगर ज्यादा हो।
4. जो लोग शराब का सेवन ज्यादा करते हैं तथा जो लोग धूम्रपान करते हैं, ऐसे लोग किडनी की समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
5. एनिमल प्रोटीन रक्त में एसिड की उच्च मात्रा उत्पन्न करता है जो कि किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है और एसिडोसिस का कारण बन सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें किडनी पर्याप्त रूप से एसिड को खत्म नहीं कर पाता।