भारत में आखें फड़कने को लेकर कई तरह की कहानियों को बुना जाता है। आंखों के फड़कने के कई मतलब निकाले जाते हैं। इसे शुभ-अशुभ के तौर पर भी देखा जाता है। दाई आखं का फड़कना, बाई आंख का फड़कना या दोनों आंखों का फड़ाकना इन सभी पर अलग-अलग तरह की बातें की जाती है। दूसरी तरफ यदि आप इसे एक समस्या की तरह देख रहे हैं, तो आपको इस रोग के निदान के बारे में सोचना चाहिए। आंखें फड़कना कई बार शर्मनाक, असुविधाजनक और बेकार की परेशानी का कारण बन जाता है। इसलिए इसके उपचार के बारे में सोचना चाहिए।
आंखें फड़कने का कारण मुख्य रूप से तनाव, कैफीन, थकान, एलर्जी, सूखी आंख और खराब पोषण है। आइए इसके निदान के बारे में आपको बताते हैं।
आँख फड़कने से है परेशान तो अपनाए ये उपचार
#1 आंखों की करें मसाज
यदि आंखों का फडफडाना रोकना है, तो मसाज का सहारा लिया जा सकता है। मसाज शुरू करने से पहले आंखों में जलन न हो या किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथों और चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर लें, फिर अपनी बीच वाली उंगली की मदद से निचली पलक की गोलाई में लगभग 30 सेकेंड तक मसाज करने से बहुत ही फायदा मिलता है। इस विधि को अपनाने से न केवल ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा बल्कि मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
#2 हाइड्रोथिरेपी तकनीक है बढ़ियां
आंखों का फडफडाना आपके के लिए एक समस्या बन चुका है तो हाइड्रोथिरेपी तकनीक को आपनाएं। इस तकनीक के तहत बंद आंखों पर बारी-बारी से गुनगुने और ठंडे पानी का छींटा मारें। इसे आप 7 से 8 बार कर सकते हैं। आप चाहे तो गुनगुने पानी का छींटा मारने से पहले, बर्फ के टुकड़ों को पलकों पर फिरा सकते हैं। ठंडा पानी रक्त वाहिकओं को संकुचित करेगा और गुनगुना पानी उन्हीं रक्त वाहिकाओं को फैलायेगा। इसका लाभ आपको यही होगा कि इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और आंखों में पहुंचने वाले रक्त-बहाव को भी बढ़ाता है, जिससे आंखों के फड़कने में आराम मिलता है।
#3 आंखों का फडफडाना दूर करना है तो पलकें झपकाएं
जब-तक आंखों में आंसू न निकले तब तक जितना सम्भव हो सके अपनी पलकें झपकाएं। उसके बाद आंखों को खोल कर यथासम्भव फैलाएं। दर्द का एहसास होने पर या आंख और जोर से फड़कने लगे तो इस क्रिया पर तुरंत विराम लगा दें। इसका फायदा यह है कि आंखों में आर्द्रता, पलकों को आराम, आंख और चेहरे की मांसपेशियों की वर्जिश तथा आंखों में रक्त का प्रवाह बढ़ने लगता है जिससे आंखों के फडकने में आराम मिलता है।
#4 एक और अभ्यास कीजिए
आंखों के फड़कने की समस्या से निजात पाना है तो आप 30 बार अपनी पलकों को झपकाएं। पलकों के झपकाने से न केवल आंखों के अधिकांश मांसपेशियों को आराम मिलता है बल्कि पुतलियों में चिकनाई और सफाई भी होती है। इसका नियमित अभ्यास करने से आंख फडफडाना बंद हो सकता है। ध्यान दीजिए यह अभ्यास करते समय यदि आंखों पर ज्यादा जोर पड़ता है तो इसे तुरंत रोक दीजिए।
#5 एक्यूप्रेशर भी है इस रोग का निदान
एक्यूप्रेशर रोग निदान की एक ऐसी विधि है जिसके जरिए शरीर के विभिन्न हिस्सों के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दबाव डाला जाता है। आंख फड़कने की समस्या को दूर करने के लिए आंखों के इर्द-गिर्द एक्यूप्रेशर पॉइंट्स की तलाश करें। इसके बाद पॉइंट्स पर 5 से 10 सेकेंडस के लिए मसाज करें। एक बार श्रृंखला पूरी हो जाए तो फिर से पहले पॉइंट्स से शुरू करें। इस अभ्यास को आप दो मिनट के लिए कर सकते हैं। इस तकनीक को अपनाने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे आंख फडफडाने में आपको मदद मिलती है।
#6 आंखों के लिए व्यायाम
आंखों के व्यायाम से भी आंख फड़कने की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके लिए अपनी आंखों को एक मिनट तक बंद रखें। इस अवधि में आपनी आँखों को जोर से मीचें और फिर उन्हें बिना खोले ढीला छोड़ दें। आंखें खोलने से पहले इस व्यायाम को तीन बार दुहरायएं। इस व्यायाम के करने से आंखों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।