प्रेग्नेंसी या गर्भावस्था का पंद्रहवां सप्ताह में आप दूसरे तिमाही में हैं। गर्भावस्था के शुरुआती चरणों में जो आप मॉरनिंग सिकनेस की समस्या का सामना कर रहे थे अब आप उसको लेकर बेहतर महसूस कर सकती हैं। आप भी अधिक ऊर्जावान महसूस कर सकती हैं।
इस समय आपके बेबी का वजन एक अंडे के समान होगा। आखिरकार आपकी बॉडी यह बता रही है कि आप गर्भवती हैं। आइए जानते हैं गर्भावस्था के पंद्रहवें सप्ताह के दौरान मां के शरीर में क्या बदलाव आते हैं तथा बच्चे का विकास कैसा होता है।
गर्भावस्था का पंद्रहवां सप्ताह – मां के शरीर में बदलाव
आप कई बाहरी परिवर्तनों को देख सकती हैं। आपका पेट, स्तन, और निपल्स बड़े हो रहे हैं। इस दौरान माताओं को अपने पेट के आकार में मामूली वृद्धि दिखाई दे सकती है और वजन भी बढ़ने लगता है। गर्भ-रेखा (लीनीया नाइग्रा गहरा हो जाता है।
आपके बालों को पूर्ण, मोटे और चमकदार दिखते हैं जो बताते हैं कि आपके अंदर हार्मोनल स्तर पर परिवर्तन हो रहा है। पंद्रहवें हफ्ते में महिलाओं को एसिडिटी होना, रातों में नींद ना आने की समस्या आम हो जाती है।
अगर बात भावनात्मक परिवर्तन की करे तो जैसे ही आपका शरीर मिड प्रेग्नेंसी में एडजस्ट होता है, आपकी भावनाएं बदल सकती हैं। अपने साथी के साथ खुली बातचीत रखना याद रखें और साझा करें कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं। इस दौरान आप अपनी गर्भावस्था के बारे में चिंतित हो सकती हैं या आने वाले बच्चे के बारे में चिंतित हो सकती हैं। इस दौरान आपका यौन जीवन भी बदल सकता है।
आपके शरीर में परिवर्तन होने की वजह से यौन संबंध के बारे में भावनाएं बढ़ सकती हैं या गायब हो सकती हैं। इसके अलावा आपका मूड स्विंग हो सकता है। – गर्भावस्था का चौदहवां सप्ताह
गर्भावस्था का पंद्रहवां सप्ताह – बच्चे के शरीर का विकास
आपका बच्चा अभी भी छोटा है, लेकिन गर्भावस्था के 15 सप्ताह के दौरान बहुत कुछ हो रहा है। आपका बच्चा अब एक अंड़ा या सेब या नारंगी का आकार है।
उसकी लंबाई साढ़े तीन इंच तक हो सकती है जबकि वजन 70 ग्राम तक। मानव-शरीर का ढाँचा अस्थियों से बना हुआ है और आपके बच्चे की अस्थियां धीरे-धीरे विकसित होना शुरू कर चुकी है और अपने बॉडी पार्ट को मूव भी कर रहा है।
आप बहुत ही जल्दी उसके मूवमेंट को महसूस कर सकती हैं। आपके बेबी की त्वचा और बाल, और यहां तक कि भौहें भी बढ़ रही है। आपको बता दें कि पंद्रहवें हफ्ते में आपका बच्चा आवाजें सुन सकता है, जैसे- अपनी मां की धड़कनें सुनना और उनकी सांसों को सुनना।
गर्भावस्था का पंद्रहवां सप्ताह – क्या है लक्षण
अब जब आप दूसरे तिमाही में हैं, तो पहले के तिमाही की अपेक्षा आपके लक्षण कम तीव्र हो सकती हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि आप लक्षण मुक्त हो गई हैं। आपके दूसरे तिमाही के दौरान, आपको निम्न लक्षणों का अनुभव हो सकता है: –
शरीर मैं दर्द, हाथों और पैरों में झुकाव, निप्पल के चारों ओर त्वचा का कालापन, लगातार वजन बढ़ाना, बेहोशी या चक्कर आना, अनिंद्रा की समस्या, लगातार पेशाब आना, कब्ज का होना, मसूड़े का सूजना, ऐंठन और दर्द, हार्टबर्न और अपचन और कभी कभी सिर में दर्द।- गर्भावस्था के तेरहवां सप्ताह
गर्भावस्था का पंद्रहवां सप्ताह – खानपान और परहेज
1. नियमित अंतराल पर हेवी आहार लेने की बजाय छोटे आहार लीजिए। इसके अलावा बहुत सारा पानी पीएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
2. एक स्वस्थ आहार का पालन करें जिसमें मांस, अनाज, डेयरी उत्पाद, ताजे फल और सब्जियां शामिल हों। एक्सपर्ट के मुताबिक दूसरे तिमाही के दौरान कैलोरी सेवन की सही मात्रा प्रति दिन 2,200 कैलोरी है। आप डॉक्टर से मुलाकात करके कैलोरी सेवन के बारे में जान सकती है।
3. अपने आप को सक्रिय और स्वस्थ रखने के लिए डॉक्टर की राय से हल्की एक्सरसाइज कीजिए।
4. कैफीन और शराब के सेवन से बचें क्योंकि यह बच्चे के विकास को प्रभावित कर सकता है।
5. सभी मील लीजिए तथा खाना खाने के बाद तुरंत बेड पर मत लेटिए। इसके अलावा ठीक से आराम करें और अपने दाहिने तरफ सोने की कोशिश करें।
6. मतली के मामले में, नींबू पानी पीएं, तरबूज खाएं या नींबू को सूंघें। इसके अलावा डॉक्टर की अनुमति से रोजाना विटामिन की खुराक लें (फोलिक एसिड, विटामिन बी 6)।
7. बेकार, मसालेदार, गहरे तले हुए, और फैटी भोजन से बचें। इसके अलावा ऊँची हील पहनने से बचें तथा फ्लैट्स और चप्पल पहने।
8. आरामदायक और सांस लेने वाले कपड़े पहनें और अपने डॉक्टर की अनुमति के बिना दवा लेने से बचें।