उच्च रक्तचाप आपके दिल और गुर्दे पर अतिरिक्त तनाव डाल सकता है। इससे हृदय, बीमारी, किडनी रोग और स्ट्रोक हो सकती है। गर्भवती होने से पहले कुछ महिलाओं को उच्च रक्तचाप होता है और कुछ महिलाओं गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर का सामना करना पड़ता है। ऐसा देखा गया है कि लंबे समय से उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित महिलाएं दिल से जुड़ी विकृतियां वाले बच्चों को जन्म देने के बढ़ते खतरे का सामना कर रही हैं।
गर्भावस्था में हाई ब्लड प्रेशर एक आम बात है। इसलिए इस नाजुक समय में गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ उसके परिवार वालों ध्यान देनी बहुत ही जरूरी है। नहीं तो, स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती है यह शिशु और मां दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। आइए जानते हैं गर्भावस्था के दौरान महिलाएं कैसे अपने ब्लड प्रेशर करती हैं कंट्रोल।
गर्भावस्था के दौरान ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने के लिए क्या करें
लहसुन
लहसुन का सेवन उच्च रक्त चाप को कम करने के लिये एक अच्छा घरेलू उपचार माना जाता है। लहसुन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को गिराता है जिससे हृदय रोग में भी लाभ होता है। यह शिराओं को ऐंठन मुक्त कर विश्राम देता है और उसकी गति को धीमा करता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करना चाहिए।
कोकोआ
पोटैशियम, कैल्शियम, जिंक, मैंगनीज, आयरन और कॉपर से भरपूर कोकोआ हाई गर्भावस्था में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बेहद मददगार साबित होता है। इसमें मौजूद फ्लेवेनॉइड्स शरीर में नाइट्रिक एसिड के निर्माण के लिए प्रेरित करता है जो हृदय, दिमाग और विभिन्न अंगों तक रक्तसंचार में सहायता करता है।
ब्लड प्रेशर में योग करना है जरूरी
योग में कुछ ऐसे आसन जिसकी मदद से आप उच्च रक्तचाप, तनाव, उन्माद, घबराहट और क्रोध को दूर कर सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को जरूर हल्के योग करना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं मेडिटेशन को अपनाकर भी आप ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकती हैं।
डॉक्टर से जांच है जरूरी
इस दौरान खुद के वजन पर भी नजर रखना चाहिए। इसके अलावा सबसे जरूरी चीज अगर कोई समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और रुटीन चेकअप करवाना चाहिए, चाहे आप पूरी तरह से ठीक ही क्यों न हो।
गर्भावस्था के दौरान ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने के लिए क्या न करें
नमक कम खाएं
जो व्यक्ति ज्यादा नमक वाला आहार लेता है, उनमें उच्च रक्तचाप (हाई ब्लडप्रेशर) होने की संभावना बनी रहती है। नमक में सोडियम की मात्रा होती है इसलिए इसका ज्यादा सेवन गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में उच्च रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
तनाव से बनाएं दूरी
बढ़ते तनाव की वजह से ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। तनाव के चलते आज कल लोगों को कम उम्र में ही उच्चा रक्तहचाप यानी की हाई ब्ल ड प्रेशर की बीमारी होने लग गई है। अगर गर्भवती महिलाएं ब्लड प्रेशर की शिकार हैं तो कहीं न कहीं तनाव एक वजह है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक परिवर्तन भी होते हैं। ऐसे में कोशिश की जानी चाहिए आप तनाव न लें ताकि ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में रहे।
शराब और धूम्रपान से दूरी
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को ब्लड प्रेशर पर कंट्रोल रखना चाहिए। इसके लिए महिलाएं शराब का इस्तेमाल करना बंद कर दें, साथ ही धूम्रपान से दूरी बनाकर रखें।