वर्ल्ड हैल्थ आर्गेनाईजेशन द्वारा किये गए रिसर्च से पता चला कि पूरे विश्व में एक लाख से ज़्यादा बच्चे जिनकी आयु 5 वर्ष से कम है, वह निमोनिया का शिकार बनते हैं। यह संख्या मलेरिया, एड्स आदि जैसी बीमारियों से बहुत ज़्यादा है। तो आखिर यह निमोनिया है क्या ?
यह एक तरह का श्वास रोग है, जिसमें वायरस, बैक्टीरिया जैसे कीटाणु हमारे फेफडों को ख़राब कर देते हैं। इसमें हमारे फेफडों में पूस भर जाती है जिससे साँस लेन मुश्किल हो जाता है। निमोनिया में व्यक्ति को उल्टियाँ आती हैं, बुखार और खांसी होती है, थकान होती है यार ठंड भी लगती है। हम निमोनिया को 2 से 3 हफ़्तों में ठीक कर सकते हैं। जिन लोगों को डाबेटीज़, अस्थमा जैसी बीमारियाँ हैं वह पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
निमोनिया किसी को भी हो सकता है परंतु यह ज़्यादा तर बच्चों और बूढ़ों में पाया जाता है। तो आइए देखते हैं कुछ घरेलू उपचार…………
1. कायेन पेप्पर या लाल मिर्च
लाल मिर्च निमोनिया में हमारे शरीर की बहुत मदद करता है, यह मरीज़ की श्वास की नली में भरी हुई पस और बलगम को निकालता है। इससे मरीज़ को साँस लेने में आसानी होती है।
एक जग में 250ml पानी ,एक चम्मच नीम्बू का रस और थोड़ी सी लाल मिर्च डालिये। इस पानी के घोलके हरदिन 4 से 5 बार पियें।
2. गाजर का जूस
एक जूसर में 3-4 गाजर डालकर उनका रस निकाल लें और थोड़ी सी लाल मिर्च छिड़क लें।
3. मेथी की चाय (फीनूग्रीक टी)
मेथी हमारे शरीर से ज़हरीले पदार्थ निकालता है। यह पदार्थ हमारे शरीर से पसीने के साथ बहार निकलते हैं। यह बंद छाती को भी खोलती है। 500 एमएल पानी के साथ एक चम्मच मेथी के बीज डालिये और इसे उबाल कर रख लीजिये। इस उबाले हुए घोल में एक चम्मच नींबू का रस डालकर कम से कम दिन के चार गिलास पियें।
4. लहसुन
गार्लिक शरीर के लिए बहुत गर्म होता है इसलिए यह हमारे शरीर का तापमान कम करने में मदद करता है। हम यह बात मानते हैं की लहसुन खाने से मुंह में बदबू आती है पर यह हमारी छाती और फेफड़ों को साफ़ करता है।
-लहसुन का पेस्ट बनाकर इसे बिस्तर पर जाने से पहले अपने पैरो के नीचे मलिये और फिर अपनी जुराबें पहनकर सो जाइये।
-एक हिस्सा दूध और 4 हिस्से पानी लेकर इसे डेढ़ चम्मच लहसुन के साथ फेंट लें और इस फेंटे हुए घोल को तब तक उबालें जबतक यह 1/4 रह जाये।
-आप इसे खट्टी मीठी चटनी की तरह भी खा सकते हैं। इसे बनाने के लिए थोड़ा सा लहसुन एक चम्मच नीम्बू के रस और एक चम्मच शहद के साथ मिला लें और इसका एक एक चम्मच दिन में चार बार लें।
5. सटीम बाथ
स्टीम बाथ बी निमोनिया से जल्दी राहत प्रदान करने में लाभदायक पाई गयी है। एक बाल्टी गरम पानी को लेकर उसमें अपने घर पर पड़े तेल (जैसे लैवेंडर का तेल, नूरानी तेल ) डाल लें। यदि यह सब मौजूद नहीं है तो आप विक्स का प्रयोग भी कर सकते हैं। अपने बाथरूम का कमरा बंद कर लें और अपने सिर को तौलिये से ढक कर सांस अंदर लें।
6. तिल के बीज (सीसेम सीड्स)
यह हर रसोई में मिलने वाली चीज़ एक जादू की तरह काम करती है। उबलते हुए पानी में एक चम्मच तिल डालिये और इन्हें तबतक उबालिये जबतक यह नरम न हो जाएँ। जब तिल नरम हो जायें तो इसमें एक चम्मच अलसी के बीज डाल दें और इसे फिर 5 मिनट तक उबालें। बीजों को छान लें और थोड़े से नमक और शहद के साथ इस घोल का हर सुबह खाली पेट सेवन करें।
7.नमकीन पानी के गरारे
नमकीन पानी के गरारे करने से हमारे गले को राहत मिलती है और छाती भी साफ़ हो जाती है। जल्दी राहत के लिए कम से कम दिन में 3 बार गरारे करें।
8. सब्जियों का जूस
सब्जियाँ जैसे की खीरा , चुकंदर ,गाजर और पालक हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती हैं और खून को साफ करती हैं। आप इन सब्जियों के जूस को आपस में मिलाकर पी सकते हैं जिसमें एक-एक हिस्सा खीरे और चुकंदर का जूस होगा और तीन हिस्से गाजर का जूस। इस जूस को सुबह-सुबह खाली पेट लें।
9. काली चाय (ब्लैक टी)
आप ब्लैक टी बना सकते हैं, 3 चम्मच मेथी के बीज का पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाकर इस चाय का दिन में एक बार सेवन करें। यह सब नुस्खे अपना कर आप निमोनिया से ,जल्द से जल्द राहत पा सकते हैं। याद रखिए “एक स्वस्थ शरीर से ही ज़िंदगी खुशहाल रहती है”।