एचआईवी एक वायरस है जो प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है, विशेष रूप से सीडी 4 कोशिकाएं इससे प्रभावित होती है। सीडी 4 कोशिकाएं बीमारी में शरीर की रक्षा करने में मदद करता है। एचआईवी के लक्षण अलग-अलग व्यक्तियों में भिन्न हो सकते हैं।
आज हम पुरुषों में एचआईवी के लक्षण के बारे में जानेंगे। पुरुषों में एचआईवी के लक्षण तीन स्टेज में दिखाई देते हैं। 1. गंभीर बीमारी, 2. अतिसंवेदनशील अवधि, 3. विकसित संक्रमण।
तीव्र बीमारी
लगभग 80 प्रतिशत लोग जो एचआईवी को अनुभव करते हैं, उन्हें दो से चार सप्ताह के लिए फ्लू जैसा लक्षण दिखाई देता है। फ्लू जैसी बीमारी को तीव्र एचआईवी संक्रमण के रूप में जाना जाता है।
यह एचआईवी का प्राथमिक स्टेज है। एचआईवी के इस चरण के सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं शरीर में खरोंच, बुखार, गले में खराश और गंभीर सिरदर्द आदि। अगर इसके कम लक्षणों की बात की जाए, तो इसमें शामिल है, थकान, मुंह में या जननांगों पर अल्सर, मांसपेशियों का दर्द, जोड़ों का दर्द, मतली और उल्टी तथा रात को पसीना आना आदि।
ये लक्षण आम तौर पर एक से दो सप्ताह तक रहता है। जिन पुरुषों में ये लक्षण दिखाई देता है और सोचते हैं कि एचआईवी के संपर्क में आ चुके हैं उन्हें डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
अतिसंवेदनशील अवधि
इस स्टेज प्रारंभिक लक्षण गायब होने के बाद, महीनों या सालों तक एचआईवी के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। इस दौरान, वायरस इम्यूम सिस्टम को कमजोर करना शुरू कर देती है। इस स्टेज पर व्यक्ति बीमार महसूस नहीं करता, लेकिन वायरस अभी भी सक्रिय रहता है और जो कोई भी इससे संपर्क में आए उसे भी ये वायरस अपनी चपेट में ले लेता है।
विकसित संक्रमण
इस स्टेज में एचाअईवी कुछ समय ले सकता है, लेकिन एचआईवी अंततः एक व्यक्ति की इम्यून सिस्टम को तोड़ सकता है। ऐसा होने पर, एचआईवी धीरे-धीरे विकसित होगा जो एड्स का रूप लेता जाएगा, जो कि बीमारी का अंतिम चरण है। इसमें जी मिचलाना, उल्टी, लगातार दस्त, अत्यंत थकावट, तेजी से वजन घटना, खांसी और सांस की तकलीफ, बुखार, ठंड लगना, रात को पसीना और तंत्रिका संबंधी विकार आदि लक्षण दिखाई देते हैं।
पुरुषों द्वारा एचआईवी से बचाव के तरीके
1. शारीरिक संबंध बनाते समय कंडोम का उपयोग करें। जब सही तरीके से कंडोम का इस्तेमाल किया जाता है, तो यह एचआईवी के खिलाफ रक्षा करने में अत्यधिक प्रभावी है।
2. पुरुषों को नशीली दवाओं से बचना चाहिए। नीडल या सुइयों को कभी भी साझा या पुन: उपयोग न करें। इससे भी एचाआईवी इंफेक्शन आपके शरीर में जा सकता है।
3. सावधानी बरतें और यह मानकर चलें कि रक्त संक्रामक हो सकता है। सुरक्षा के लिए लेटेक्स दस्ताने और अन्य प्रोटेक्शन का उपयोग करें।
4. एचआईवी के लिए टेस्ट कराएं। एचआईवी वायरस आपके शरीर में गया है या नहीं यह जानने का एकमात्र तरीका है कि आप टेस्ट जरूर कराएं, ताकि जल्द से उपचार किया जा सके।
एचआईवी के लिए कोई इलाज नहीं है हालांकि, शीघ्र निदान और प्रारंभिक उपचार प्राप्त करने से रोग की प्रगति को धीमी किया जा सकती है और जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार हो सकता है।