गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंड़ा रखना बहुत ही जरूरी हो जाता है। हमारा शरीर ठंड़ा रहे इसलिए हम तरह-तरह के तरीकों को अपनाते हैं। हम डाइट भी उसी हिसाब से लेते हैं। सर्दियों के जाते ही ठंड़े फलों की मांग बढ़ जाती है। खरबूजा उन्हीं में से एक है।
स्वाद, ठंडक और पोषक तत्वों से भरपूर खरबूजे में 95 फीसदी मिनरल्स होता है। जो आपके शरीर में पानी की कमी को दूर करता है और आपको हमेशा तरोताजा रखता है। सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मददगार खरबूजा न केवल विटामिन का अच्छा स्रोत है बल्कि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण भी पाए जाते हैं जो ह्र्दय और मस्तिष्क को स्वस्थ्य रखने में लाभदायक है।
गर्मियों में तरबूजे की तरह खरबूजे हर तरफ दिखाई देते है। देश के कुछ राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश की रेतीली भूमि में खरबूजे की खेती बहुतायत से होती है। नदी के किनारे रेत में भी खरबूजों की खूब उत्पत्ति होती है। जलवायु और भूमि के कारण खरबूजों के रंग, आकार और स्वाद में परिवर्तन हो सकता है। खरबूजे की कई किस्में बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।
खरबूजे के फायदे
1. खरबूजे के सूखे छिलके को पानी में उबालकर, छानकर उसमें शक्कर या मिश्री मिलाकर रोजाना दो बार पीने से गुर्दो का शूल नष्ट होता है।
2. खरबूजा खाने वालों को दिल की बीमारियां और कैंसर होने की आशंका कम रहती है।
3. कब्ज को दूर करने के लिए खरबूजे के छिलके और बीज अलग करके गूदे के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर, उसमें सेंधा नमक और काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर खाएं। बहुत ही आराम मिलेगा।
4. प्रतिदिन खरबूजा खाने वाले अपने वजन को भी घटा सकते हैं।
5. खरबूजे में मौजूद द्रव से शरीर को ठंडक तो मिलती ही है, हृदय में जलन जैसी शिकायत भी दूर हो जाती हैं।
6. खरबूजे की जड़ को पानी के साथ पीसकर, पानी में मिलाकर, छानकर पीने से कुछ सप्ताह में मूत्राशय की पथरी नष्ट होकर निकल जाती है।
7. किडनी को स्वस्थ्य रखने के लिए आप नियमित रूप से खरबूजे का सेवन कीजिए।
8. खरबूजे में मौजूद पोटेशियम आपके तनाव को दूर करता है और आपको उर्जा प्रदान करता है।
9. खरबूजे में एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसके नियमित सेवन से त्वचा जवां बनी रहती है।
अधिक खरबूजे खाने से हानि
1. खरबूजा खाने के बाद तुरंत पानी नहीं पीना चाहिए। पानी पीने से वमन और हैजे की आशंका रहती है।
2. खरबूजा सुबह खाली पेट नहीं खाना चाहिए। खाली पेट खरबूजा खाने से उदर में पित्त विकारों की उत्पत्ति होती है।
3. गर्म प्रकृति वाले स्त्री-पुरूषों को खरबूजे के अधिक सेवन करने से नेत्रों के विकार तथा शोथ की उत्पत्ति होती है।
4. हैजे के प्रकोप में खरबूजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
5. अधिक खांसी और जुकाम से पीड़ित रहने वालों को खरबूजे का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
6. कफ विकृति के रोगियों को भी खरबूजे का सेवन नहीं करना चाहिए।
7. अस्थमा रोगियों, शरीर में शोथ, आमवात से पीड़ित स्त्री-पुरूषों को भी खरबूजा हानि पहुंचाता है।