आजकल यदि हम गौर करें तो जादा तर लोग अपने व्यस्त दिन की शुरुआत एक चाय के कप के साथ करते हैं। कुछ लोगों के लिए तो चाय इस प्रकार है कि यदि इसका सेवन वह न करें तो ऐसा लगता है मानो वे उस दिन को कुछ भूल गए हैं। अगर आंकड़ों पर गौर की जाये तो 80% से 90% लोग चाय का सेवन करते हैं और भारत में तो यह बहुत महत्वपूर्ण पेय है।
चाय का इतिहास चीन देश से जुड़ा है। इस महत्वपूर्ण पेय की शुरुआत चीन से हुई थी जहाँ इसे दवा की तरह प्रयोग किया जाता था। बाद में इसका प्रयोग एक मनोरंजन पेय की तरह किया जाने लगा और आज यह फ़ैशन में है। लोग इसे सुबह उठते ही अपने बिस्तर पर चाहते हैं। यह प्रथा शहरों में जादा प्रचलित है।
परंतु अब जब इसका इतना सेवन हो रहा है तो एक बात रिसर्च से सामने आयी है कि यदि आप खाली पेट चाय पियेंगे तो इसके बहुत से दुष्प्रभाव भी हैं जो आपको कुछ समय के बाद परेशान कर सकते हैं। इसका नुकसान गर्मी के समय जादा देखने को मिलता है। कैफिन, एलथायनिन और थियोफाइलिन जैसे पदार्थ चाय में पाये जाते हैं और जब यह हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं तो हम उत्तेजित हो जाते हैं।
बहुत लोग सुबह-सुबह ही कई कप चाय पी जाते हें और यह रोज़ की आदत हमारे पाचन तंत्र पर गहरा प्रभाव डालती है। ऐसा देखा गया है कि दूध वाली चाय जादा हानिकारक होती है। मीठे के शौकीन लोग चाय में ज्यादा मीठा डालकर पीते हैं जो हमारा वज़न बढ़ता है और मोटापा पैदा करता है। तो आइए चाय को खाली पेट पीने के और नुकसानों के बारे में जानते हैं……………:
दूध वाली चाय न पिये
भारत में हम सब लोग चाय में दूध ज़रूर डालते हैं यदि हम बाहर के देशों में देखें तो ऐसा कम होता है। इससे हमारे शरीर पर प्रभाव पड़ता है और हम थका हुआ महसूस करते हैं। इससे थोड़ा चिड़चिड़ा और परेशान भी महसूस करते हैं। तो कोशिश करें कि चाय में दूध ना डालें।
जी घबराना
हमें खाना पचाने के लिए लगभग चार घंटे लगते हैं इसलिए रात के समय हमारा पेट खाली हो जाता है। यदि आप सुबह उठते ही चाय पीयेंगे तो यह हमारे लिवर पर असर करके उसमें मौजूद बाइल जूस में हरकत करता है जिससे बाइल जूस खाली पेट में आ जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप हमारा जी घबराने लगता है और बेचैनी भी होती है जिससे उलटी भी आ सकती है।
ब्लैक टी भी अच्छी नहीं है
आप सोच रहे होंगे कि दूध वाली चाय यदि अच्छी नहीं है तो हम ब्लैक टी पी सकते हैं परंतु ऐसा नहीं है ब्लैक टी भी हमारी सेहत के लिए अच्छी नहीं है। कुछ लोगों को ब्लैक टी के बाद सूजन हो जाती है और ब्लैक टी का जादा सेवन करने से हमारी भूख भी कम हो जाती है।
जितनी कड़क चाय उतने कमजोर आप
बहुत लोग ऐसे हैं जो अपनी चाय कड़क पसंद करते हैं। इन लोगों के लिए खतरा और बढ़ जाता है क्योंकि कड़क चाय आपके पेट में पैदा होने वाले हाइड्रोक्लोरिक के साथ मिल कर पेट के दीवारों पर असर करता है जिसके कारण वहाँ ज़ख़्म हो जाते हैं, जिसका इलाज अगर सही समय पर नहीं किया और कड़क चाय का सेवन जारी रखा तो यह अल्सर नामक बीमारी में बदल जाता है।
थर्मस में चाय डालते हैं ? एक बार दोबारा सोचिए
लोग जब कहीं घूमने जाते हैं या घर के सदस्य अलग समय पर उठते हैं तो अलग-अलग चाय बनाने की जगह चाय एक बार बनाकर थर्मस में रख देते हैं। यह मेहनत तो कम कर देता है पर आपकी सेहत पर अच्छा प्रभाव नहीं डालता। इस तरह की थर्मस वाली चाय पीने से आपको सूजन और गैस जैसी परेशानियाँ हो सकती हैं। तो कोशिश करें की ताज़ा चाय ही बनायें।
यदि इन नुकसानों पर गौर कर अपनी आदत सुधार लें, तो आप एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करेंगे। याद रखिए “एक स्वस्थ शरीर से ही ज़िंदगी खुशहाल रहती है।”