आयरन और फ्लोरिन से भरपूर खजूर पौष्टिक होने के साथ-साथ बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं। सर्दियों का मेवा कहे जाने वाला खजूर न केवल स्वास्थ्य को दुरुस्त करता है बल्कि कई रोगों को भी भगाता है। इसे औषधीय गुणों के लिए एक लोकप्रिय फल माना जाता है। शारीरिक निर्बलता को दूर करने वाला खजूर में कई प्रकार के विटामिंस और मिनरल्स भी पाए जाते हैं।
खजूर की खेती
स्वाद और पौष्टिकता के लिहाज से अरब देशों के खजूर विश्वभर में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हैं। स्वादिष्ट खजूर विश्व के कोने-कोने में अरब से ही आयात किए जाते हैं। अरब के अलावा खजूर अफ्रीका, सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब में उगाए जाते हैं। खजूरों को अधपके रूप में सुखाकर छुहारे बनाए जाते हैं। छुहारे के रूप में खजूर को लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जाता है।
खजूर के औषधीय गुण
- कैल्शयिम, सेलेनियम, मैगनीज और कॉपर से भरपूर खजूर हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करते हैं।
- खजूर और गर्म दूध रात के समय सेवन करने से मल का तेजी से निष्कासन होता है, खजूर कब्ज को दूर करता है।
- खजूर के साथ शहद मिलाकर सेवन करने से नाक, मुंह से निकलने वाले खून आने बंद हो जाते हैं।
- खजूर को दूध में उबालकर पीने से जुकाम दूर होता है।
- बीज निकालकर खजूर को कूटकर, उसमें बादाम, पिस्ता, चिरौंजी और मिश्री तथा घी मिलाकर रखें। इसमें से रोजाना पचास ग्राम खाने और दूध पीने से शारीरिक निर्बलता कुछ ही सप्ताह में नष्ट होती है।
- त्वचा के लिए फायदेमंद खजूर आपके चेहरे पर उभर आने वाली महीन रेखाओं को समाप्त कर देता है।
- खजूर, अंगूर, काली मिर्च, अदरक और इमली को पीसकर चटनी बनाकर खाने से अधिक भूख लगती है।
- खजूर का चूर्ण बनाकर आंवले के मुरब्बे के साथ खाने और दूध पीने से वीर्य की वृद्धि होती है।
- सौ ग्राम खजूर को रात में थोड़े-से पानी में डालकर रख दें। सुबह उठकर थोड़ा-सा मसलकर शहद मिलाकर सेवन करने से यकृत (लिवर) और प्लीहा वृद्धि में बहुत लाभ होता है।
- खजूर की गुठली को जलाकर उसका राख बना लें। एक ग्राम राख दिन में तीन बार पानी से सेवन करने पर दस्त दूर होते है।
- खजूर और इलायची के चूर्ण को दूध के साथ सेवन करने से सिफलिस रोग में बहुत फायदा होता है।
- तीन-चार खजूर गर्म पानी में धोकर गुठली निकाल दें और इन्हें गाय के गर्म दूध के साथ उबाल लें। उबले हुए दूध को सुबह-शाम पीएं। कुछ ही दिनों में कम रक्तचाप से छुटकारा मिल जायेगी।
- पिण्ड खजूर, मुलहठी, फालसा और मुनक्का को रात में पानी में डालकर रखें। सुबह इन्हें थोड़ा-सा मसलकर, मिश्री मिलाकर पीने से रक्तपित्त की समस्या दूर होती है।
- खजूर के बीजों को कूट-पीसकर, घी में भूनकर, गोपी चन्दन मिलाकर सेवन करने से श्वेत प्रदर (ल्यूकोरिया) रोग नष्ट होती है।
- खजूर का चूर्ण और अश्वगंधा का चूर्ण मिलाकर दूध के साथ सेवन करने से शारीरिक निर्बलता खत्म होती है।
- पचास ग्राम खजूर में दालचीनी का चूर्ण मिलाकर गर्म दूध के साथ सेवन करने से नपुंसकता की समस्या दूर होती है।
- खजूर और सोंठ का चूर्ण पान में रखकर चबाकर खाने से श्वास रोग में फायदा देता है।
- खजूर के पत्तों को जलाकर राख बनाकर रखें। रोजाना दो-दो ग्राम राख, दिन में कई बार पानी के साथ सेवन करने से अर्श रोग में रक्तस्राव की समस्या से छुटकारा मिलता है।
- छुहारे खाने से मासिक धर्म खुलकर आता है और कमर दर्द जैसी समस्या से निजात मिलता है।