सेंधा नमक प्राकृतिक, अपरिष्कृत नमक है जिसमें खनिज क्रिस्टल होते हैं। प्राकृतिक सेंधा नमक सफेद, गुलाबी, लाल और काले रंग में होता है। सेधा नमक क्या है और सेंधा नमक कैसे बनता है, यह किसी के मन में सवाल है। इसका इस्तेमाल खाने-पीने की चीजों में ज्यादा किया जाता है। वैसे इसका इस्तेमाल बाथ प्रोडक्ट और क्राफ्ट की चीजों में भी किया जाता है।
सेंधा नमक क्या है ? – Sendha Namak kya hai
सेंधा नमक को कई नाम से जानते हैं। इसे सैन्धव नमक, लाहौरी नमक या हैलाईट सोडियम क्लोराइड के नाम से भी जाना है। सेधा नमक क्या है – दरअसल यह रंगहीन या सफेद तरह का खनीज पत्थर होता है। यह क्रिस्टल पत्थर जैसा होता है। हालांकि जब कभी-कभी अन्य पदार्थों की इसमें मौजूदगी हो जाती है तो इसका रंग हल्का नीला, जामुनी, गुलाबी गाढ़ा, नारंगी, पीला या भूरा भी हो सकता है।
भारतीय आयुर्वेद में सेंधा नमक बहुत तरह के फायदे बताएं गए हैं।
सेंधा नमक कैसे बनता है ? – Sendha Namak kaise banta hai
सेंधा नमक एक खनिज है। हिमालयी सेंधा नमक को हम गुलाबी सेंधा नमक के नाम से भी जानते हैं। क्योंकि यह विशिष्ट हल्के गुलाबी रंग का होता है। हिमालयी सेंधा एक प्राकृतिक रूप से होने वाली नमक है, जो कि कई खनिजों में समृद्ध है। हिमालयी सेंधा नमक घर के उपयोग के लिए काटा जा सकता है। इसे मध्यम और छोटे टुकड़ों में काटकर प्रयोग में लाया जाता है। समुद्री नमक की तरह इसका भी इस्तेमाल घर के खाना बनाने में किया जा सकता है। इसे ज्यादातर लोग उपवास में खाते हैं।
सेंधा नमक उच्चतम गुणवत्ता वाले कच्चे नेचुरल खनिज से बने होते हैं। सेंधा नमक एक स्वाभाविक रूप से खनिज युक्त नमक है और इस नमक खानों से काटकर बनाया जाता है। इससे कुचलने के बाद यह सफेद और हल्का गुलाबी हो जाता है। वैसे सेंधा नमक सभी नमक के प्रकारों में सबसे अच्छा माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार इसे दैनिक उपयोग में लेने की सलाह दी जाती है।
सेंधा नमक के प्रकार
सेंधा नमक दो प्रकार के होते हैं एक श्वेत सैंधवा जो सफेद रंग का सेंधा नमक होता है, दूसरा रक्त सैंधवा जो लाल रंग का सेंधा नमक होता है। इन दोनों में से किसी को भी सेंधा नमक कहा जा सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से दोनों ही फायदेमंद है और इनका इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है।
सेंधा नमक की पहचान
सफेद या हल्का पिंक सेंधा नमक को ही सही माना गया है। अन्य सभी प्रकार के सेंधा नमक जो हल्के या गहरे नीले, गुलाबी, बैंगनी या लाल, भूरे, काले, नारंगी और पीले रंग के हैं अच्छे प्रकार के सेंधा नमक नहीं माने जाते हैं। काला नमक भी सेंधा नमक का ही एक प्रकार है, जिसे आयुर्वेद के अनुसार सफेद सेंधा नमक के बाद इसे अच्छा माना जाता है।
पौष्टिकता से भरपूर सेंधा नमक
सेंधा नमक में सोडियम क्लोराइड सबसे प्रमुख घटक है। सोडियम के अलावा इसमें फास्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम, लोहा, मैग्नीशियम, जस्ता, सेलेनियम, तांबा, ब्रोमिन, ज़िरकोनीयम और आयोडीन की उच्च मात्रा में पाई जाती है।
सेंधा नमक की सावधानिया
हालांकि आपकी डाइट में यदि सोडियम की मात्रा ज्यादा हो तो यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकती है। जिसमें हृदय रोग विफलता, ऑस्टियोपोरोसिस, किडनी रोग और उच्च रक्तचाप शामिल हैं।