क्या आपके घर में कोई ऐसा सदस्य जिसके खर्राटे से आम हमेशा परेशान रहते हैं। इसलिए आज हम विस्तार में चर्चा करेंगे खर्राटे रोकने के उपाय योग के द्वारा। आप उसे खर्राटे के योग करने की सलाह दे सकते हैं। आपको बता दें कि खर्राटा एक ऐसी आम बीमारी है जिससे दुनियाभर में लगभग हर 5 में से एक व्यक्ति इससे पीड़ित हैं। खर्राटा ज्यादातर नाक या गले में रुकावट की वजह से, गले के फूलने से, मोटापे या गलत ढंग से सोने से होता है।
योग आसन और प्राणायाम के साथ आप खर्राटे का उपचार या समाधान कर सकते हैं। आइए जानते हैं उन योग आसन के बारे में…
खर्राटे रोकने के उपाय – करें यह योग
#1 कपालभाति प्राणायाम
अगर सांस के रास्ते में किसी तरह की कोई परेशानी है या फिर खर्राटा आता हो तो आप नियमित रूप से 2 मिनट कपालभाति करें। यह खर्राटे में बहुत ही लाभकारी है। खर्राटे से पीड़ित व्यक्ति को कपालभाति प्राणायाम को नियमित रूप से करना चाहिए। इस आसन से कानों से कम सुनाई देना, मिर्गी, कफ रोग, थॉयराइड, नाक के अंदर फोड़े होना आदि में भी लाभ मिलता है।
#2 उज्जई प्राणायाम
यह बहुत ही लाभकारी प्राणायाम है। यह एक ऐसा प्राणायाम है जिसकी मदद से आप श्वास नलिका, थॉयराइड, पेराथायराइड, स्वर तंत्र को ठीक कर सकते हैं। यह प्राणायाम खर्राटे रोग में भी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
इसे करने की विधि गले को टाइट करके सांस को लंबा भरते हैं और फिर उसे रोक कर रखते हैं। दाएं नाक को बंद करके बाएं नाक से सांस को बाहर करते हैं। इसे आप 5 से 7 बार कर सकते हैं।
#3 भ्रामरी प्राणायाम
खर्राटे रोकने के उपाय की बात करें तो भ्रामरी प्राणायाम से भी खर्राटे दूर करने में मदद मिलती है। इस आसन को करते समय भ्रमर अर्थात भंवरे जैसी गुंजन होती है, इसी कारण इसे भ्रामरी प्राणायाम कहते हैं। इस आसन को करने के लिए आंखों और कानों को उंगलियों से बंद किया जाता है और पेट पर बल देते हुए गहरी सांस लें और छोड़ते हुए हल्की आवाज निकाली जाती है। यह आवाज भंवरे या मधुमक्खी से मिलती होती है। इस आसन से खर्राटे में लाभ तो मिलता है साथ ही इससे मन की चंचलता समाप्त भी समाप्त होती है।
#4 अनुलोम विलोम
अगर खर्राटे की समस्या से परेशान हैं तो आप रोज सुबह 15 मिनट अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें। खर्राटे में यह आसन सबसे उपयुक्त आसन माना जाता है। इस आसन से श्वास नली बिलकुल साफ हो जाती हैं और आपके फेफड़ों तक शुद्ध हवा पहुंचती है तथा यह तनाव को भी करता है। इसका नियमित रूप से अभ्यास करने से न केवल फेफड़े स्वस्थ रहते हैं बल्कि कफ, पित्त आदि रोगों में भी बचाव करता है।
#5 गहरी सांस लें और छोड़ें
खर्राटे की समस्या को खत्म करने के लिए पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और आंखें बंद करके गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे फेफड़ों से लेकर श्वास नली तक की कसरत होती है। सोने से ठीक पहले भी इस आसन को 5 मिनट तक करें।
#6 सिंहासन भी है उपयोगी
सिंह गर्जन आसन जिसे हम सिंहासन भी कहते हैं। सिंहासन का अभ्यास करते वक्त हमारे शरीर का आकार सिंह के समान हो जाता है। खर्राटे की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए सबसे बेहतर है। इसके लिए घुटने के बल बैठें और दोनों हथेलियों को पैरों के बीच में सीधे रखें। आप चाहें तो सुखासन में भी बैठ जाएं। अब मुंह बंद कर गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए पूरा मुंह खोलें और जितनी हो सके उतनी जीभ निकालें। थायरॉइड बीमारी में भी इस आसन को अच्छा माना जाता है।
दोस्तों हम उम्मीद करते हैं खर्राटे रोकने के उपाय जो की योग द्वारा संभव है आपको पसंद आएंगे और आप इनको अपनी निजी ज़िंदगी में अपनाएंगे ।