दो तिहाई से अधिक मानव का शरीर पानी से बना है। पानी शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और कचरे को शरीर से बाहर निकालना और ब्लड सर्कुलेशन के लिए आवश्यक माना जाता है।
यदि आपके पानी पीने का तरीका सही है, तो आप शरीर की कई सारी बीमारियों को दूर भगा सकते हैं। पेट में दर्द, सिर में दर्द, शारीरिक और मानसिक थकान और भूख न लगना आदि यह कुछ ऐसी समस्याएं है, जो सही तरह से पानी न पीने की वजह से हमें सामना करना पड़ता है। आज हम इस लेख के जरिए आपको खड़े होकर पानी पीने के नुकसान के बारे में बताएंगे।
खड़े होकर पानी क्यों नहीं पीना चाहिए?
दरअसल ये सवाल वे लोग करते हैं जो ज्यादा जल्दबाजी में रहते हैं या फिर उनके पास इतना समय नहीं होता है कि वह तसल्ली से बैठकर पानी पीयें। आज हम आपको बताते हैं कि खड़े होकर पानी क्यों नहीं पीना चाहिए?
जब व्यक्ति को प्यास लगती है तो कोशिश करें कि वह जल्दबाजी न करें। विशेषज्ञों के मुताबिक जो व्यक्ति जल्दबाजी करके पानी पीता है, उन्हें हर्नियां और एपेंडिसाइटिस हो सकता है। इसके अलवा आप कभी पानी पीएं तो बैठकर और सिप-सिप करके पानी पीजिए। इससे आपकी पाचन शक्ति मजबूत रहती है और आप पेट की बीमारी से खुद को दूर रख पाते हैं।
खड़े होकर पानी पीने के नुकसान
खड़े होकर पानी पीने से हो सकती है किडनी की समस्या
किडनी खराब न हो इसके लिए डॉक्टर आमतौर पर पानी पीने की सलाह देते हैं। लेकिन पानी खड़े होकर नहीं बल्कि बैठकर पीजिए। जब आप खड़े होकर पानी का सेवन करते हैं तो किडनी को पानी का फिलटरेशन में करने में सहायता नहीं मिलती है। अक्सर किडनी और ब्लैडर में अशुद्धियां रहती हैं जो मूत्र पथ विकार पैदा कर सकती हैं।
खड़े होकर पानी पीने से गठिया की समस्या
यह आपके लिए एक बड़ा आघात के रूप में आ सकता है यदि आप खड़े होकर पानी का सेवन करते हैं, इससे आप आगे चलकर गठिया और जोडों के रोग से प्रभावित हो सकते हैं। जब आप खड़े होकर पानी का सेवन करते हैं तो शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बाधित होता है।
शरीर में एसिड का स्तर ठीक नहीं रहता
आयुर्वेद में यह उल्लेख किया गया है कि नीचे बैठेकर सीप-सीप करके पानी का सेवन किया जाना चाहिए। यह पानी के आवश्यक अनुपात के साथ मिलकर शरीर में एसिड स्तर को ठीक से पतला करने में मदद करता है।
खड़े होकर पानी पीने से पेट की समस्या
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि खड़े होकर पानी पीने से आप पेट की समस्याओं को न्यौता देते हैं। इस तरह से आप लंबे समय के पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाने का काम करेंगे। क्योंकि यह पेट की दीवार और जठरांत्र संबंधी पथ को नुकसान पहुंचाते हैं।
इंद्रियों को शांति
जब आप खड़े होकर पानी का सेवन करते हैं तो शरीर तंत्रिका तनाव का कारण बनती है। लेकिन जब आप बैठकर पानी पीते हैं तो आपकी इंद्रियों को शांति मिलती है। इसके अलावा खड़े होकर पानी पीने से अल्सर और हर्टबर्न की समस्या भी होती है।