बोलते-बोलते गला बैठ जाना एक आम बात है। एक जब गला बैठता है तो इसे ठीक होने में 1 से 2 दिन लगते हैं। वैसे यह ज्यादा उनके लोगों के साथ होता है जो ऊंची आवाज में ज्यादा बोलने या गाने का काम करते हैं। हालांकि यह वातावरण में फैल रहे संक्रमण के कारण भी होता हैं। आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि गला बैठ जाने के कारण और उपचार क्या है।
गला बैठ जाना – कारण
गला बैठ जाजे का कारण हमेशा स्पष्ट नहीं होता है। लेकिन ज्यादातर मामलों में यह वायरल या जीवाणु संक्रमण का लक्षण है।
1. इसके सामान्य कारणों में सर्दी या फ्लू है। इसमें आपकी नाक बंद होती है और बुखार की समस्या रहती है।
2. स्वरयंत्र-प्रदाह यानि लैरींगाइटिस – इसमें आपकी आवाज बेसुरे जैसी होती है और सुखी खांसी भी हो सकती है।
3. टॉन्सिल की सूजन से भी गला बैठ सकता है। इसमें टॉन्सिल लाल या धब्बेदार हो सकते हैं।
4. टॉन्सिल या एडेनोइड के संक्रमण से भी गला बैठ जाता है।
इसके प्रमुख लक्षणों में खाँसी, छींक आना, बुखार और सूजी हुई लसीका ग्रंथियां शामिल है। इसमें दर्द और जलन जैसी समस्या देखने को मिलती है। अगर गला बैठ जाए तो क्या करना चाहिए। आइए घरेलू उपचारों पर नजर दौड़ाते हैं।
गला बैठ जाना – घरेलू उपचार
#1 गर्म नमक पानी से गरारे करना
गला बैठ जाने में नमक के साथ गर्म पानी से गरारे करना दर्द को कम करता है और इससे गले की बैक्टीरिया मर जाती है। नमक पानी बनाने के लिए आप एक गिलास पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और उसे गर्म कर लें और थोड़ा होने के बाद उससे गरारे करें।
#2 गला बैठ जाने पर शहद भी है उपयोगी
औषधीय गुणों से भरपूर शहद कई बीमारियों में लाभदायक होता है। इसके लिए आप एक हल्के गिलास हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालकर गरारे करने से बैठा हुआ गला ठीक हो जाता है और आवाज़ खुल जाती हैं।
इसके अलावा यदि बोलते या गाते हुए आपकी आवाज बैठ गई है तो आप प्याज के रस में थोड़ा शहद मिलाएं और गुनगुने पानी के साथ लेने से आपको फायदा मिलेगा।
#3 पुदीना भी है गुणकारी
पुदीने या पुदीने का तेल का सेवन से ताजी सांस आती है और गले की समस्या भी दूर होती है। पुदीने में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं जो गले के संक्रमण को कम करने में मदद करता है।
#4 मुलेठी
गले में जलन और गले की खराश में मुलेठी का उपयोग किया जाता है। मुलेठी और मिश्री के चूर्ण को चबाते रहिये, चौबीस घंटे में गला साफ हो जायेगा।
#5 सोडा से गरारे
नमक के पानी के साथ मिश्रित बेकिंग सोडा के साथ गरारे करना गले की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है। इससे बैक्टीरिया भी मर जाती है।
#6 नींबू पानी
नींबू पानी न केवल शरीर के विषाक्त पदार्थ को दूर करके, शरीर को साफ करने में सहायक है। यदि आप गुनगुने पानी में नींबू का रस निचोड़कर व नमक मिलाकर गरारे करते हैं गले बैठ जाने जैसी समस्या से निजात मिलेगा
सुबह – सुबह नींबू पानी पीने के फायदे
#7 हल्दी और गुड
शरीर की पीड़ा होने पर घरेलू इलाज के रूप में हल्दी वाले दूध का उपयोग किया जाता है। गला बैठ जाए तब आप हल्दी और गुड को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ खाएं आपको जल्दी ही आराम मिलेगा।
#8 मेथी भी है कारगर
मेथी का इस्तेमाल गले के दर्द दूर करने के लिए भी किया जाता है। मेथी के बीजों को कुछ समय के लिए पानी में उबालें। इसे ठंड़ा करके गरारे करने से गले की समस्या दूर हो जाती है।