ई-सिगरेट अर्थात इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट एक बैटरी चालित उपकरण होता है, जो निकोटिन या गैर निकोटीन के वाष्पीकृत होने वाले घोल की साँस के साथ सेवन की जाने वाली खुराक है। इस सिगरेट को जलाने की आवश्कता नहीं पड़ती, लेकिन इसमें इस्तेमाल किया जाने वाला निकोटिन तंबाकू से ही हासिल किया जाता है। यह ऐसी सिगरेट होती है, जो छोटी बैटरी से चलती है, जो इसके अंदर होती है जब इससे कश लेते हैं, तो इससे भाप निकलती है जिसमें निकोटिन मिला हुआ होता है।
यह दूसरी अर्थात पारम्परिक सिगरेट से कम नुकसानदायक होती है, क्योंकि इसमें लिक्विड सलूशन पाया जाता है, जो हीट के द्वारा गर्म होकर भाप में बदल जाता है। इसमें कई फ्लेवर में रसायन भी होते हैं। यह कई प्रकार की होती है कुछ बिना निकोटीन के होते हैं जो हमें नुकसान नहीं करते हैं और जो कम मात्रा वाले निकोटिन होते हैं वो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं ।
ई-सिगरेट के नुकसान
आपने ई-सिगरेट के फायदों के बारे में तो सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हो कि इससे हमारे शरीर को क्या नुकसान हो सकते हैं। आज हम आपको इस बारे में बताते हैं…
- कैंसर का खतरा
ई-सिगरेट का सेवन करने से कैंसर का खतरा बना रहता है। तंबाकू के मुकाबले ई-सिगरेट में दस गुणा ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर में कैंसर जैसी बीमारी को पैदा करते हैं। ई-सिगरेट के अंदर इस्तेमाल किए जाने वाले तरल पदार्थ के वाष्प में फर्मल्डिहाइड और एसिटलडिहाइड जैसे रसायन होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं। - गुर्दों के लिए भी हानिकारक
ई-सिगरेट में सामन्य सिगरेट की तुलना में दस गुणा अधिक ब्रेड मौजूद होता है। ई-सिगरेट के तरल पदार्थ को बाष्प में बदलने वाले तार के आवश्कता से अधिक गर्म हो जाने पर यह रसायन और अधिक मात्रा में निकलने लगते हैं। सिगरेट पीने से कई बीमारियाँ आपके चारों ओर मडराती रहती हैं। यह फेफड़ों के लिए ही खतरनाक नहीं होती बल्कि यह गुर्दों के लिए भी खतरनाक साबित होती है, इसका लगातार सेवन करने से आपके गुर्दे काम करना बंद कर देते हैं, जिससे आपकी मौत भी हो सकती है।
ई-सिगरेट को सामान्य सिगरेट से कम खतरनाक माना जाता है। परन्तु ऐसा नहीं है यह कई मायनों में सामान्य सिगरेट से कई ज्यादा खतरनाक होती है, क्योंकि इसमें फर्मल्डिहाइड और एसिटलडिहाइड जैसे रसायन सामान्य सिगरेट के मुकाबले बहुत ही अधिक मात्रा में पायें जाते हैं।