बार-बार पेशाब आना एक बहुत ही बड़ी समस्या है जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। इस तरह की परेशानी कुछ बीमारियों की वजह से होता है और डायबिटीज उनमें से एक है। बार-बार पेशाब आना गंभीर किडनी की जटिलताओं के लिए चेतावनी का संकेत हो सकता है। दरअसल ब्लड और शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने के कारण यह समस्या देखने को मिलती है।
इसके अलावा यदि आपको यूरीनल ट्रैक्ट इंफेक्शन अर्थात यूटीआई भी है तो यह समस्या और भी देखने को मिलती है। इस स्थिति में बार-बार पेशाब आने के साथ ही पेशाब में जलन भी होती है। ड्रग्स या पेय पदार्थ भी बार बार पेशाब आने का कारण बनते हैं। अब जानते हैं इसके इलाज के बारे में…
बार बार पेशाब आने का इलाज
दही का सेवन
पेट की समस्या के लिए दही बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। बार बार पेशाब की समस्या कम करने के लिए भोजन के साथ सादे दही की उचित मात्रा का उपभोग करें। दही इस समस्या में प्रभावी है, क्योंकि इसमें “लैक्टोबैसिलस एसिडाफिलस” नामक प्रोबायोटिक शामिल है, जो आपके मूत्राशय में हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकता है।
क्रैनबेरी का जूस
क्रैनबेरी का जूस यूरीनल ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) के लिए सबसे अच्छा उपाय है। यूरीनल ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण अक्सर बार-बार पेशाब होता है। इसलिए, हम आपसे यही सिफारिश करेंगे कि आप प्रतिदिन ताजा क्रैनबेरी का जूस जरूर पीजिए।
पर्याप्त पानी का सेवन
पर्याप्त पानी का सेवन सेहत के लिहाज से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इससे शरीर के सारे विषैले पदार्थ निकल जाते हैं और आपकी त्वचा में भी निखार आता है। इसके अलावा यदि आपको बार-बार पेशाब आता है तो ज्यादा से ज्यादा पानी पीजिए ताकि किसी प्रकार का इंफेक्शन हो, तो वह पेशाब के माध्यम से निकल जाए और बाद में आपको इस तरह की परेशान न झेलनी पड़े।
बार-बार पेशाब आने की समस्या में आंवला
आप विटामिन सी से भरपूर चीजों का सेवन करें। यह आपके इम्यूनिटी और मेटाबॉल्जिम को बढ़ावा देने में मदद करता है तथा वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों को रोकता है, जिसमें ठंड और खांसी भी शामिल है। यदि आपको बार पेशाब आने की समस्या है तो सूखे आंवले को पीसकर इसका चूर्ण बना लें और इसमें गुड़ मिलाकर खाएं। इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या में फायदा होगा।
अनार का सेवन करना न केवल सेहत के लिए बल्कि चेहरे में निखार और सुंदर बनाने में अहम भूमिका निभाता है। अनार के छिलकों को सुखा लें और इसे पीसकर चूर्ण बना लें। अब सुबह-शाम इस चूर्ण का सेवन पानी के साथ करें। अगर चाहें तो इसका पेस्ट भी बना सकते हैं।
बेकिंग सोडा
हमारा सुझाव है कि आप बेकिंग सोडा का आधा चम्मच लीजिए और इसे आठ ऑउंस पानी के साथ मिलाइए। बेकिंग सोडा क्षारीय है, और यह मूत्र के पीएच संतुलन को नियंत्रित करता है। इससे मूत्राशय की जलन कम होती है और लगातार पेशाब की समस्या कम हो जाती है।
शहद और तुलसी
शहद और तुलसी का रस अक्सर बार-बार पेशाब आने की समस्या को कम कर देता है। चार तुलसी के पत्तों के साथ शहद का एक चम्मच लें। सबसे अच्छे परिणाम के लिए आप इसे खाली पेट खाएं।