आज की भाग दौड़ भरी जीवन शैली में कमर दर्द, पीठ दर्द जैसी बीमारियों ने आम समस्या का रूप धारण कर लिया है। ऐसे में हम अपने काम को तो नही बदल सकते लेकिन जब हम नियमित रूप से हंसासन योग को करते हैं तो इस प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं। अगर आप नियमित रूप से हंसासन योग को करते हैं तो आप की रीढ़ की हड्डीयों से जो समस्याएं जुडी हुई है वो आप से दूर हो जाती है। इसको करने से आपको किसी प्रकार की शारीरिक दर्द का सामना नहीं करना पड़ता। इस आसन को नियमित अभ्यास के साथ करने से आप को तकलीफ़ के साथ साथ छोटी छोटी बीमारियों से भी राहत मिलती है।
हंसासन योग की विधि
हंसासन योग योग को करने के लिए सबसे पहले साफ़ स्वच्छ वातावरण वाले स्थान पर दरी या चटाई को बिछा कर घुटनों के बल बैठ जाए।
1. इसके बाद दोनों हाथो को सामने जमीन पर टिकाकर रखें तथा दोनों हाथो के बीच कुछ दुरी बनाकर अपनी अगुलियों को आगे की तरफ खोलकर रखें।
2. अब घुटनों ओर कोहनियों को मोड़कर पीछे की ओर ले जाए।
3. इसके बाद में अपनी सांस को धीरे धीरे छोड़ते हुए दोनों हथेलियों पर जोर देकर अपने शरीर के पिछले भाग को ऊपर की ओर उठाये तथा अपने शरीर का पूरा भार हथेलियों पर रखकर अपने शरीर का संतुलन बनाने का प्रयास करें।
4. अब अपनी गर्दन को आगे की तरफ झुकाकर अपने शरीर का आकर एक पक्षी की तरह बनें और कुछ समय तक आप इस स्तिथि में बनें रहें।
5. इस आसन का अभ्यास को 2-3 बार करें। यह आसन थोडा कठिन जरुर होता है लेकिन जब आप इस को नियमित रूप से करते हैं तो आप इसे आसानी से कर सकते हैं।
हंसासन योग के फायदे
1. हंसासन योग को करने से हमारे हाथ पैरों की मांसपेशिया मजबूत होती है और साथ में गर्दन और पेट का मोटापा और चर्बी कम होती है।
2. हंसासन योग करने से छाती मजबूत और पुष्ट होती है तथा शरीर शक्तिशाली बनता है। हाथ, कलाइयां और कंधे भी मजबूत बनते हैं।
3. यह आसन पैंक्रियाज को सक्रिय बनाए रखने में सहायक होता है।
4. इस आसन को करने से हमारे फेफड़ो को स्वच्छता प्राप्त होती है।
5. जब हम इस आसन को करते हैं तब हमारे चेहरे पर तेज के साथ चमक और सुन्दरता आती है तथा हमारे शरीर में स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है।
6. इस आसन को करने से हमारे शरीर में खून का भाव तेजी से काम करने लगता है जिससे हमारा नाड़ी- तंत्र सही ढंग से काम करता है।
7. इस आसन को करने से हमारी पेट दर्द, पीठ दर्द, कमर दर्द जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है।
8. इस आसन को करने से हमें उर्जा की प्रप्ति होती है जिससे हम में कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है जिससे हम अपना काम तेजी से कर सकते हैं।
9. हंसासन योग के नियमित अभ्यास से हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है जिससे हमें कब्ज जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
सावधानियां
जब भी हम इस आसन को शुरुआत में करते हैं, तो इसे करना बहुत ही मुश्किल होता है। एक सामान्य व्यक्ति अपने हाथों में पूरा भार नहीं डाल सकता। यही कारण है की जब भी हम हंसासन योग को करते हैं तब हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि हम इसे धीरे धीरे करे और साथ में सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को भी ध्यान में रखें।