हम सभी जानते हैं कि योग हमारे शरीर पर अद्भुत काम करता है आप यह जानकर हैरान हो जाओगें कि यह आपके बालों को खूबसूरत तरीके के साथ बदल सकता है। इसके अलावा यह पाचन में सुधार और चिंता को कम करता है, जो बाल अध: पतन में योगदान करने वाले प्रमुख कारक है।
कुछ योग आसन आपके बालों को चमकदार करते हैं, क्योंकि योग करने से हमारा रक्त सिर की तरफ अधिक जाता है। जिससे हमारे बालों को भरपूर मात्रा में पोषण मिलता है। यह योग अधोमुखी शवासन, शीर्षासन, वज्रासन आदि होते हैं। आइये जानते हैं बालों को प्रोटीन देने वाले योग के बारे में।
बालों के लिए योगासन – बालों को प्रोटीन देने वाले योग
#1 मत्स्यासन योग
इस आसन को करने के लिए अपने पैरों को पीछे की ओर मोड़कर बैठ जाएं और अपनी कमर के बल लेट जाएं। फिर अपने दोनों हाथों को समांतर रखें कोहनी पर दबाव डालकर पेट को जरा उपर की और खीचें। इस पोजीशन में कम से कम तीस सेकंड तक बने रहें और फिर अपनी पहली पोजीशन में चले जाएं।
मत्स्यासन के लाभ
मत्स्यासन पेट के रोग जैसे कब्ज, एसिडिटी के लिए उत्तम होता है।
इस आसन को बालों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
यह आसन श्वास रोग को दूर करता है।
इस आसन को करने से थायराइड, मधुमेह और पाचन प्रणाली ठीक हो जाती है।
#2 शीर्षासन योग
इस आसन के नाम से ही पता चल जाता है कि इस आसन को सिर के बल किया जाता है। इस आसन में सिर नीचे और पैर उपर होते हैं। शीर्षासन हमारे बालों के लिए बहुत असरदार आसन होता है। जब हम इस आसन को करते हैं तो सारा रक्त हमारे सिर की ओर आता है। जिससे हमारे बालों को पोषण मिलता है।
शीर्षासन के लाभ
इस आसन के द्वारा वजन कंट्रोल में रहता है।
यह बालों को गिरने से रोकता है।
इससे त्वचा में निखार आता है।
यह पाचन तन्त्र को मजबूत करता है।
#3 अधोमुख श्वानासन योग
यह आसन शरीर को नीचे की ओर झुका कर किया जाता है। जिससे सिर में रक्त का परिसंचरण अच्छे से होता है। नीचे झुकी हुई अवस्था से सिर में रक्त परिसंचरण अच्छे से होता है। श्वान का अर्थ होता है कुत्ता, अधोमुखी का अर्थ होता है नीचे की ओर सिर। इस आसन को कुत्ते के समान नीचे की ओर सिर झुका कर किया जाता है।
अधोमुख श्वानासन के लाभ
इस आसन के द्वारा हमारे बालों की ग्रोथ अच्छे से होती है।
यह दिमागी थकान, तनाव और अनिंद्रा जैसी बीमारियों को भी दूर करता है।
इससे हाथ और पैर मजबूत होते हैं।
इस आसन के द्वारा आत्मविश्वास में बढोत्तरी होती है।
हाई ब्लडप्रेशर के रोगियों को यह आसन नियमित रूप से करना चाहिए।
#4 उत्तानासन
उत्तानासन का नाम उत्तान पर रखा गया है। इसका अर्थ होता है खीचा हुआ। इस आसन को करने से आपके शरीर को फिर से जीवन दान प्राप्त होता है। इस आसन को कम से कम 15 से 30 सेंकड तक करना चाहिए। इस योग का अभ्यास सुबह खाली पेट करना चाहिए। अगर यह संभव न हो तो इसे आप शाम के समय भी कर सकते हैं। अगर आप इस आसन को खाली पेट नहीं कर सकते तो आपको इसे भोजन के बाद कम से कम 4 से 6 घंटे के बाद करना चाहिए।
उत्तानासन के लाभ
इस आसन को करने से सिर की कोशिकाओं को उर्जा प्रदान होती है।
इस आसन को करने से जांघो और घुटनों को मजबूती मिलती है।
इससे कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
इस आसन को करने से थकान और चिंता कम हो जाती है।
इस आसन को करने से मस्तिष्क शांत रहता है।
#5 उष्ट्रासन
उष्ट्र का अर्थ होता है ऊंट। जब हम इस मुंद्रा को करते हैं तो हमारा शरीर ऊंट के समान लगता है। इस मुंद्रा में कम से कम 30 से 60 तक बने रहें। उष्ट्रासन एक ऐसा योग एक्सरसाइज है जो क्रोध एंव शारीरिक विकारों को दूर करने में अहम भूमिका निभाता है। यह शरीर को उर्जा प्रदान करता है।
उष्ट्रासन के लाभ
इस आसन को करने से पाचन में सुधार आता है।
इस योगासन से शरीर में लचीलापन आता है।
इससे कमर सुंदर बनती है।
इस आसन से महिलाओं की मासिक परेशानियां दूर हो जाती है।
इस आसन से बालों को प्रोटीन मिलता है।
#6 सर्वांगासन
सर्वागासन में पुरे शरीर का व्यायाम होता है, इसलिए इसे सर्व अंग आसन अर्थात सर्वागासन कहते हैं। यह सभी आसन की रानी होती है। यह एक शक्तिशाली आसन होता है। यह आसन सुबह के समय किया जाता है। इस योग में कम से कम 30 से 60 सेकंड तक बने रहें।
सर्वागासन के लाभ
यह आसन हल्के अवसाद का इलाज करता है।
यह आसन आपके दिमाग को शांत करता है और तनाव से राहत देता है।
यह वजन को कम करती है।
इससे पीठ और कंधे मजबूत होते हैं।