आज के समय में फिटनेस पर हर कोई ध्यान दे रहता है। बच्चा हो बुढ़ा हर किसी के सामने फिटनेस की उपयोगिता बताई जा रही है। ऐसे में लोगों के सामने उठता है कि जिम जाने की सही उम्र क्या है ? अनुभवी और विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जाती है कि 14 वर्ष कि आयु ही जिम जाने कि उचित आयु है जब जिम के द्वारा मिलने वाले लाभ बिना समस्या के प्राप्त किया जा सकता है।
यह एक ऐसी उम्र होती है जहां युवाओं में उर्जा की कमी नहीं होती। यही वह उम्र है जहां बच्चा पूरे फोकस के साथ अपने लक्ष्य को निर्धारित कर चुका होता है और पूरी उर्जा के साथ उसे प्राप्त करने के लिए लग जाता है।
इसी उम्र में बच्चा या तो गल रास्ते पर जाएगा या फिर सही। यहां माता पिता और टीचर को ध्यान देना चाहिए कि बच्चे की उर्जा का इस्तेमाल कहां किया जाए।
पढ़ाई के अलावा उसे फिटनेस पर भी ध्यान देने की आदत डालनी चाहिए क्योंकि इस उम्र में बच्चे को पता नहीं होता कि वह क्या खा रहा है। इसलिए उसे न केवल डाइट के बारे में बल्कि अपनी फिटनेस को लेकर भी सतर्क हो जाना चाहिए। इसी उम्र में ही वह जिम जाकर दूसरे कंपटीशन में भी भाग ले सकता है।
आपको बता दें कि इस उम्र में लड़का हो या लड़की नेचुरल हार्मोन का फ्लो बढ़ जाता है और जिम व्यायाम से प्राप्त प्राकृतिक विकास स्त्री और पुरुष दोनों के लिए फायदेमंद साबित होता है क्योंकि दोनों को मज़बूत, शक्तिशाली, मस्कुलर, लीन और स्वस्थ काया प्राप्त होती है।
यहां यह जान लेना जरूरी है कि जिम जाने का मतलब यह नहीं है कि आप बड़े-बड़े डंबल उठाएं बल्कि आप एरोबिक एक्सरसाइज करके या दौड़ तथा साईकिल चलाकर अपने आप फिटनेस के प्रति जागरूक कर सकते हैं।
इस बात का ध्यान रहे कि जिम जाने वाले बच्चे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो और शुरुआत में उन्हें किसी योग्य, मान्यता प्राप्त और प्रेरित ट्रेनर के अंतर्गत ही ट्रेनिंग दी जाए। यह उनके लिए उचित और फायदेमंद होगा।
जिम के लिए डाइट
अगर आप जिम जाने की उम्र को जान गएं हैं तो आप अब जिम के लिए डाइट के बारे में भी जान्द्।
1. जिम जाने वाले अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें क्योंकि जिम के बाद पसीना आता है और इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे आप डिहाइड्रेशन के शिकार हो सकते हैं।
2. जिम जाने वाले प्रोटीन का सेवन करना मत भूलें। प्रोटीन ही वह आहार है जिसकी वजह से आपका मसल्स बनेगा। प्रोटीन के लिए आप दूध, अंड़ा और प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं।
3. सप्ताह में लगभग 16-20 बादाम, काजू, अखरोट आदि का सेवन करना काफी है। सूखे मेवों मे प्रोटीन अधिक मात्र में होता है। हालांकि इनमें वसा भी अच्छी मात्र में होता है, लेकिन ये सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं होता।
4. विटामिन सी से भरपूर संतरा और सेब मांसपेशियों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण फल हैं। इसके अलावा संतरे में विटामिन बी और सेब में पेक्टिन पाया जाता है जो मसल्स के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। फलों में आप केले का भी सेवन कीजिए।
स्वास्थ्यवर्धक व गुणकारी फल केला पोटेशियम से भरपूर है, जिसे जिम करने के बाद खाने पर तुरंत ताकत मिल जाती है। यह कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। यह स्वादिष्ट होने के साथ- शरीर के लिए पुष्टकारक और मांस को बढ़ाने वाला फल है।
5. प्रोटीन के साथ हमारे शरीर को कार्बोहाइड्रेट्स की भी आवश्यकता होती है, जो सभी तरह के अनाज जैसे चावल, गेंहू, बाजरा, जई, दलिया आदि से मिलता है। ये उर्जा के बहुत ही अच्छा स्रोत है। यदि आपके पास ऊर्जा अधिक होगी तो ही आप ज्यादा एक्सरसाइज कर पाएंगे।
जिम जाने के फायदे
1. हर दिन जिम जाने से आपको अपना वजन नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और आप खुद को फिट रख पाएंगे। इससे आप मोटापे के शिकार होने से बच सकते हैं।
2. रोजाना व्यायाम करने से आपका दिल मजबूत रहता है और तनाव भी कम होता है। व्यायाम के आपके रक्तचाप को कम करता है। 30 मिनट रोज जिम करने से हृदय रोग के विकास या स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है।
3. यह आपके कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम कर सकता है, जिससे रक्त धमनियों के माध्यम से अधिक आसानी से प्रवाह हो सके।
4. नियमित व्यायाम करने से मधुमेह, मेटाबोलिक सिंड्रोम और कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे कोलन कैंसर और स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है।
5. हर रोज जिम में जाकर पसीना बहाने से न केवल आपकी सोशल लाइफ अच्छी होती है बल्कि आपकी मानसिक स्थिति भी अच्छी रहती है। आपको रात को अच्छी नींद आती है और सुबह आप ताजगी के साथ उठते हैं। आपके अंदर उर्जा की कमी नहीं रहती।