जिका वायरस मच्छर से उत्पन्न वायरल संक्रमण है तथा आज के समय में जीका वायरस एक ग्लोबल खतरा बनता जा रहा है। जीका वायरस के लक्षण में सिरदर्द, आंखों का लाल होना, जोड़ो का दर्द, शरीर पर लाल चकते और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इस वायरस से संक्रमित गर्भवती महिला की वजह से बच्चा भी प्रभावित हो सकता है। इससे प्रभावित बच्चे् का जन्मस आकार में छोटे और अविकसित दिमाग के साथ होता है।
क्या आप जानते हैं कि ज़िका ग्यूथलेन-बैरे सिंड्रोम से जुड़ी हुई बीमारी है? (यह एक ऐसी स्थिति जिसमें आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम आपके नसों पर हमला करती है) इस बीमारी को लेकर विशेषज्ञ आपको दवाई के बारे में बता सकते हैं, लेकिन इसके अलावा कुछ प्राकृतिक उपचारों से भी आप जिका वायरस से निपट सकते हैं। आइए उन्हीं के बारे में जानते हैं। उससे पहले जान लेते हैं कि जिका वायरस कैसे फैलता है।
जीका वायरस कैसे फैलता है
यह वायरस सबसे पहले अफ्रीका और दक्षिण एशिया के कुछ देशों में मिला था। अकेले ब्राजील में 15 लाख लोग इस वायरस से प्रभावित हुए थे। यह वायरस एडीज एजिप्टी और अन्यर मच्छ्रों से फैलता है। यह आम तौर पर दिन के दौरान काटता है। अधिकांश जिका के मामलों में एडीस एजिप्टी मच्छर ही सामने आए हैं।
जीका वायरस से बचने के प्राकृतिक उपचार
खाने में लहसुन
लहसुन जिका के लिए एक अच्छा उपाय हो सकता है, क्योंकि लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो वायरल, बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से लड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं।
लहसुन में पाया जाने वाला एक सक्रिय घटक एलिसिन आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करने और मांसपेशियों में दर्द और बुखार से निपटने में सहायता कर सकता है। आप इसे अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं। – खाली पेट लहसुन खाने के फायदे
पपीते के जूस का सेवन
पपीता एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर है। आप अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ाने, रक्त में प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने और संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए पपीते के जूस का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें शक्तिशाली एंजाइम जैसे पपेन पाया जाता है, जो आपकी उपचार करने में मदद कर सकता है।
मगर सावधान रहें! गर्भवती महिलाओं के लिए पपीता का रस अनुशंसित नहीं है। यह उनके भ्रूण के लिए खतरनाक हो सकता है। तो, गर्भवती महिलाओं को इससे बचना चाहिए। – पपीते के पत्ते का जूस और फायदे
विटामिन सी से भरपूर आहार
शिमला मिर्च, स्ट्रॉबेरी और कीवी जैसे खाद्य पदार्थ विटामिन सी से भरपूर होते हैं और ये एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं, यह सफेद रक्त कोशिका उत्पादन में वृद्धि करते हैं, इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं और आपके क्षतिग्रस्त शरीर के अंगों की मरम्मत करते है।
कुछ अन्य उपचार
1. बुखार, गले में खराश, जोड़ों में दर्द, आंखें लाल होने जैसे लक्षण नजर आने पर अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें और भरपूर आराम करें।
2. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढककर रखें और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
3. मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अपने घर के आसपास गमले, बाल्टी, कूलर आदि में भरा पानी निकाल दें।