बुखार एक स्थिति या बीमारी का लक्षण है। यह तब होता है जब आपका शरीर ठंड या फ्लू के कारण संक्रमण से लड़ता है। ऐसे में आज हम जानेंगे बुखार का रामबाण इलाज क्या है। वैसे यह कई कारणों से भी हो सकता है; जैसे ऑटोम्यून्यून विकार, कान का संक्रमण, कुछ सूजन संबंधी बीमारियां, या मौसम में अचानक परिवर्तन और अनहेल्दी लाइफस्टाइल आदि।
तुलसी
हृदय रोग या सर्दी जुकाम में सदियों से तुलसी का इस्तेमाल होता चला आ रहा है। बुखार के इलाज के लिए तुलसी एक प्रभावी जड़ी बूटी है। यह जड़ी बूटी बाजार में उपलब्ध एंटीबायोटिक्स जितनी प्रभावी है। इसके गुण बुखार को बहुत जल्दी कम करने में मदद करेंगे। इसके लिए लगभग 20 तुलसी के पत्तों को लें और उन्हें उबालें। इसके बाद तुलसी के पानी में 1 चम्मच अदरक कुचलकर डालें।
फिर इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा हो जाए। फिर इसके बाद गैस को बंद कर दीजिए। पानी ठंड़ा होने के बाद उसमें थोड़ा शहद डालें। आप इसके चाय को दो या तीन बार पी सकते हैं।
लहसुन
लहसुन कई एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरा हुआ है। लहसुन न सिर्फ खाने का जायका बढ़ाता है बल्कि बीमारी को भी दूर करने में लहसुन की एक अहम भूमिका है। लहसुन खाने के कई स्वास्थ्यवर्धक फायदे होते हैं। इसमें मौजूद एलिसिन कंपाउंड आपको कई तरह से लाभ देता है। इसका वार्म नेचर तेज बुखार को कम कर सकता है।
इसके लिए आप लहसुन की एक कली को क्रश कर लीजिए और इसे 1 कप गर्म पानी में डालें। इसके बाद 10 मिनट तक रुकें और फिर छान लें। सर्वोत्तम परिणामों के लिए दिन में दो बार इसे पीएं। – इन बीमारियों में रामबाण इलाज है लहसुन
अदरक
चीन और भारत के लिए अदरक देशी बारहमासी जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है।, पाचन और सामान्य दर्द से लेकर कैंसर, ह्रदय रोग और डायबिटीज जैसे रोगों में अदरक को फायदेमंद पाया गया है। इसके अलावा यह ठंड, फ्लू, सूजन, गले में दर्द और बुखार जैसी आपकी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक सहायक साबित हो सकता है।
इसका नेचुरल एंटीवायरल और जीवाणुरोधी तत्व आपके शरीर में संक्रमण से लड़ने में मदद करता हैं और भीतर से आपकी प्रतिरक्षा या इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है। इसके लिए आप एक कप गर्म पानी में एक चम्मच अदरक डालिए। थोड़ा ठंडा होने के बाद उसमें शहद को डालिए। इसके बाद दिन में तीन से चार बार सेवन कीजिए।
सेब का सिरका
सेब का सिरके को कई तरह के घरेलू उपचारों में उपयोग किया जाता है। इसका इस्तेमाल करके आप न केवल वजन घटा सकते हैं, बल्कि इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कई बीमारियों को दूर करते हैं जैसे शुगर कंट्रोल और कोलेस्ट्रॉल कम करना आदि। इसके आलावा इसे बुखार का रामबाण इलाज के तौर पर भी देखा जाता है।
यह सिरका नेचर में थोड़ा अम्लीय है जो कूलिंग ईफेक्ट देता है। इसमें मौजूद विटामिन और खनिज शरीर से विषाक्त पदार्थों को कम करता है। इसके लिए आप एक गिलास पानी में 2 चम्मच सेब का सिरका डालें और दिन में दो से तीन बार इसका सेवन कीजिए। – त्वचा के लिए सेब के सिरके के फायदे
धनिया की पत्तियां
धनिया पत्ती का भारतीय भोजन में इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता है। इसका इस्तेमाल न केवल चटनी बनाने में बल्कि सब्जी बनाने में भी किया जाता है। इसके लिए आप एक गिलास पानी में थोड़ा सा सूखा धनिया डालकर उबाल लें। इस पानी को छानकर इसमें थोड़ा-सा दूध और चीनी मिला कर पीने से आराम मिलता है।