यह बात हर कोई जानता है कि पपीता का नियमित सेवन से पाचन तंत्र बेहतर रहता है। इससे न केवल दांत दर्द से राहत मिलती है बल्कि मजबूत इम्यून सिस्टम, वजन घटाने, त्वचा की देखभाल और हृदय को स्वस्थ रखना शामिल है। यह फल अपने उच्च पोषक और औषधीय मूल्य के लिए काफी लोकप्रिय है तथा इसका खाली पेट उपयोग किया जा सकता है।
खाली पेट पपीता खाने के फायदे
पपीता फाइबर, विटामिन ई और विटामिन सी में समृद्ध बहुत ही महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है। यह स्वस्थ भोजन पाचन के लिए सभी बहुत जरूरी हैं।
पाचन की समस्या हर किसी को होती है। अगर आज की बात की जाए तो पाचन की समस्या बेहद सामान्य हो गई है। शहरों में रहने वाले कई लोग अपने लाइफइस्टाल और व्यायाम की कमी से पाचन की समस्या से ग्रसित रहते हैं। बड़ों के साथ-साथ युवा वर्ग भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहा है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी पाचन की समस्या दूर हो तो आप खाली पेट पपीता खाइए। आपको बहुत ही फायदा मिलेगा। पपीता कई तरह के स्वास्थ्य से भरपूर है। सुबह खाली पेट पपीता खाने से आपके पाचन में सुधार देखने को मिलेगा।
आपको बता दें कि पपीते में एक शक्तिशाली एंजाइम होता है, जिसे पैपिन के नाम से जाना जाता है, जो पाचन तंत्र से मुक्त कणों को खाली करके पाचन की सहायता और बृहदान्त्र कैंसर के खतरे को कम करता है। इस बात का ध्यान दीजिए कि आप पपीता खाने के बाद कम से कम एक घंटे तक खाना खाने से बचें।
पपीता के अन्य फायदे
1. पपीता फाइबर, फोलेट, और विटामिन ए और विटामिन सी का बहुत ही अच्छा स्रोत है। यह कैलोरी में भी अपेक्षाकृत कम है, जो वजन कम करने के लिए एक अच्छा विकल्प बन सकता है।
2. पपीता आसानी से उपलब्ध और सबसे प्रभावी फलों में से एक है जो मासिक धर्म को नियंत्रित करता है। वैसे पपीता को गर्भावस्था के दौरान हानिकारक माना जाता है।
3. पपीता हमारे दांतों के लिए अच्छा है और इसका दांत दर्द से राहत उपलब्ध कराने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
4. पपीता त्वचा की देखभाल में मदद करता है। पपीता में मौजूद विटामिन सी त्वचा की कोशिकाओं को सूरज क्षति से बचाने में मदद करता है। इसका पेस्ट बनाकर आप चेहरे, गर्दन, हाथों और पैरों पर लगाएं।
5. पपीता मुंहासे और जलने के लक्षणों को कम कर देता है। जब आप पपीते के फेस पैक का उपयोग करते हैं तो यह त्वचा के छिद्रों को खोलने में मदद करता है, जो मुंहासे का इलाज करने और त्वचा के संक्रमण को रोकने में मददगार है।
6. कब्ज को नियंत्रित करे पपीता सहायक है। कब्ज तब होती है जब मल त्याग नियमित रूप से नहीं हो पाता है। पपीता को कब्ज के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपाय माना जाता है।
7. प्रतिरक्षा प्रणाली को पपीता ठीक रखता है। प्रतिरक्षा प्रणाली विभिन्न संक्रमणों के विरुद्ध एक ढाल के रूप में कार्य करता है। ये संक्रमण आपको वास्तव में बीमार बना सकता है। पपीता प्रतिरक्षा में सुधार करता है। पपीता विटामिन सी की आपके दैनिक आवश्यकता के 200 फीसदी से अधिक को पूरा कर सकता है, जिससे यह एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम तैयार कर सकता है।
8. कोलेस्ट्रॉल कम करने में पपीता सहायक है। कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का वसा है, जो दो प्रकार का होता है। एक एचडीएल और दूसरा एलडीएल। पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है। अपने इन्हीं गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी प्रभावशाली है।
9. पपीता में मौजूद एंजाइम्स, विशेष रूप से पपिन और चामोपैपेन, शरीर के विभिन्न भागों में सूजन को कम करता है।
10. पपिता रह्यूमेटॉयड और पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के खिलाफ प्रभावी इलाज के रूप में काम करता है।