टाइफाइड

टाइफाइड में प्याज का रस देना क्या सही ?

टाइफाइड में प्याज का रस देना क्या सही

टाइफाइड बैक्टीरिया साल्मोनेला टाइफी के कारण होता है। यह बैक्टीरिया स्थिर पानी, गंदगी वाले क्षेत्रों, दूषित भोजन और पेय में मौजूद होता है। यह बीमारी संक्रामक है। टाइफाइड के लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, दस्त, थकान, कब्ज, ठंड, लिवर में समस्या और छाती में जकड़न, आदि शामिल हैं। टाइफाइड बुखार में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं बहुत ही आम है।

इसमें रोगी को बहुत ही कम भूख लगती है तथा मतली की समस्या भी रहती है। पेट में दर्द, सिर दर्द के अलावा भूख कम लगना, सुस्ती व कमजो़री भी इसके आम लक्षण है। अगर आपको इस बीमारी से बचना है तो आप उन आहारों का सेवन करने से बचें जो दूषित हैं।

टाइफाइड में प्याज के रस के फायदे

टाइफाइड में प्याज के रस के फायदे

टाइफाइड बुखार को दूर करने के लिए कई सारे प्रभावी घरेलू उपाय है, लेकिन इस रोग में प्याज के रस को बहुत ही अहम और प्रभावशाली रामबाण उपाय माना जाता है। विटामिन बी से भरपूर प्याज का रस शरीर से बैक्टीरिया निकालने में सहायता करता है।

टाइफाइड बुखार में प्याज का रस पीने से बुखार जल्दी सही होता है। यदि मरीज को बार बार बुखार चढ़ रहा है तो उसे नियमित रूप से प्याज का रस पीना चाहिए। यह बुखार सही करने के साथ ही पेट का दर्द और कब्ज भी सही करता है।

इसके लिए मरीज को नियमित रूप से दिन में कम से कम 2 बार प्याज का रस पिलाएं। बुखार सही करने के साथ ही प्याज का रस पेट का दर्द और कब्ज भी सही करता है।

हालांकि कहा यह भी जाता है कि स्टॉग फ्लेवर वाले फूड का सेवन टाइफाइड बुखार में नहीं करना चाहिए। आपको बता दें कि प्याज और लहसुन स्टॉग फ्लेवर वाले फूड है।

अपने शरीर को हाइड्रेट रखें

अपने शरीर को हाइड्रेट रखें

अपने शरीर को जितना संभव हो उतना तरल पदार्थ प्रदान दीजिए। टाइफाइड गंभीर दस्त और बुखार का कारण बनता है, जिसकी वजह से मरीज को डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ता है। टायफाइड के दौरान यदि मरीज को डिहाइड्रेशन हो गया है, तो समस्या और भी गंभीर हो सकती है। पानी पीने के अलावा आप उन फलों का भी सेवन कीजिए जिसमें पर्याप्त मात्रा में लिक्विड है।

सेमी सॉलिड फूड

सेमी सॉलिड फूड

उन आहारों का सेवन कीजिए जो कार्बोहाइड्रेट से भरपूर है। आपको बता दें कि एक टाइफाइड रोगी के लिए सेमी सॉलिड फूड पचाना आसान होता है। आपको उबला हुआ चावल और बेक्ड आलू टाइफाइड बुखार के दौरान फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा टाइफाइड बुखार से पीड़ित होने पर डेयरी उत्पादों को उच्च मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए।

दही और अंडे का सेवन

दही और अंडे का सेवन

टाइफाइड रोगी को अपने आहार में दही और अंडे को शामिल करना चाहिए। मांस की तुलना में ये पचने में आसान होते हैं और शरीर में प्रोटीन की कमी को भी दूर करते हैं। इसके अलावा वह फलियां और पनीर भी खा सकते हैं जो प्रोटीन से भरपूर होते हैं।

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