भारत में पानी से जुड़ी बीमारियों से हर साल कई मौते होती हैं। पेट की अधिकांश बीमारियां दूषित पानी से होती हैं। इन बीमारियों से ज्यादातर बच्चे प्रभावित होते हैं। आइए जानते हैं प्रदूषित पानी से होने वाली बीमारियां के बारे में…
प्रदूषित पानी से होने वाली बीमारियां – Gande pani se hone wali bimariyan
#1 डायरिया
भारत में डायरिया प्रदूषित पानी से होने वाली एक प्रचलित रोग है जिससे ज्यादा बच्चे प्रभावित होते हैं। डायरिया दूषित भोजन और पीने के पानी के माध्यम से फैलता है। दिन में यदि हमें तीन या इससे अधिक बार हमें पतला दस्त आता है, तो यह डायरिया की तरफ इशारा करता है। डायरिया होने पर हमारे शरीर में पानी की कमी आने लगती है, जिसके कारण हमें डिहाइड्रेशन हो जाता है, जो हमारे लिए किसी भयानक बीमारी से कम नहीं है, क्योंकि इससे हमारा शरीर कमज़ोर होने लगता है, जिससे शरीर में संक्रमण फैलने का खतरा अधिक हो जाता है।
#2 मलेरिया
मलेरिया या मलेरियल बुखार प्लास्मोडम परजीवी मच्छर द्वारा फैलता है। ये मच्छर जल निकायों में पैदा होते हैं। मलेरिया से ज्यादातर बच्चे प्रभावित होते हैं। यही नहीं, गर्भवती स्त्रियों के लिए मलेरिया एक घातक बीमारी है। इससे गर्भ की मृत्यु या शिशु की मृत्यु तक हो सकती है। मलेरिया होने पर दिमाग में खून की आपूर्ति कम हो सकती है। यह मस्तिष्क को क्षति पहुंचा सकती है। इसमें ठण्ड लगकर तेज बुखार चढ़ने लगता है और सिर में दर्द भी होने लगता है। इसके अलावा जी मिचलाना, उलटी होना और बदन में दर्द होना भी मलेरिया के लक्षण है।
#3 हैजा
हैजा भी दूषित पानी से होने वाली एक बीमारी है जिससे भारत में हर साल हजारों लोग शिकार होते हैं। वैसे हैजा रोग विबियो कोलेरी नामक बैक्टीरिया से फैलता है। यह गर्मियों के अन्त में या वर्षा ऋतु के शुरू में फैलता है। अगर इसका सही समय पर इलाज ना किया जाए तो ये जानलेवा साबित हो सकता है।
दूषित पानी के अलावा हैजा दूषित भोजन और दूध एवं दूध के उत्पाद, कटे हुए फल, साग-सब्जियां के कारण भी फैलता है। इसके लक्षणों में रोगी को दस्त होने लगता है और प्यास बहुत लगती है।
#4 जापानी बुखार
जापानी इन्सेफेलाइटिस एक पानी से संबंधित बीमारी है जो मच्छरों के कारण होता है। इसे हम जापानी बुखार के नाम से भी जानते है। यह रोग विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और कम प्रतिरक्षा क्षमता वाले कमजोर व्यक्तियों में ज्यादा होता है। इन्सेफेलाइटिस के सामान्य लक्षणों की बात करें तो इनमें बुखार का होना, हमेशा सिरदर्द की शिकायत, भूख न लगना, कमजोरी सा लगना और बीमारी जैसे कई अनुभव होना भी शामिल हैं।
#5 टाइफाइड
पानी जनित एक और बीमारी में टाइफाइड भी शामिल है। जो साल्मोनेला टाइफी नाम के बैक्टीरिया से फैलता है। कटे हुए फल और सब्जियां, दूषित पीने का पानी आदि से होता है। इसके अलावा शौच के बाद अच्छे से हाथ साफ न करना भी टाइफाइड का कारण होता है। टाइफाइड के लक्षणों में बुखार का दिन प्रतिदिन बढ़ना, ठंड लगना और पसीना आना तथा हाथ पैर में दर्द होना आदि शामिल है।
टाइफाइड के कारण, लक्षण और उपचार
#6 हेपेटाइटिस
हेपेटाइटिस बीमारी भी दूषित पानी से अधिक फैलता है। हेपेटाइटिस लिवर की सूजन है, जो आमतौर पर वायरल संक्रमण के कारण होता है। हेपेटाइटिस मुख्य रूप से 5 वायरस हैं, जिन्हें ए, बी, सी, डी और ई के नाम से जाना जाता है। यह बीमारी भी दूषित पानी या भोजन की वजह से फैलता है।