जब आप मधुमेह रोग से ग्रस्त होते हैं, तब आपको अपने शरीर की अधिक देखभाल करने की आवश्य कता होती है। अगर आपको मधुमेह है, तो पैरों पर इसका प्रभाव पड़ता है। आपके पैर में भी समस्या होने की अधिक संभावना होती है। इसे रोकने के लिए रख शुगर के स्तर को ठीक बनाए रखना, रक्तचाप और कोलेस्टेरॉल को नियंत्रित रखना जरूरी है। मधुमेह होने पर आपके शरीर में छोटी सी खरोंच भी धीरे-धीरे बडे़ घाव में बदल जाती है, और उसमें कभी-कभी कीटाणु संक्रमण के लक्षण अधिक हो जाते हैं।
इसलिए मधुमेह रोगियों को अपने पैरों का खास ख्याणल रखना पड़ता है, और ऐसा नहीं करने पर उनमें अधिक परेशानी हो जाती है। कभी-कभी मरीजों में इस समस्या को अनदेखा करने पर उनका पैर तक काटना पड़ जाता है। इसलिए मरीज़ों को उनके पैर हमेशा साफ होने चाहिये। आइये हम आपको मधुमेह रोग में उनके पैरों की देखभाल करने के तरीके बताएँ।
पैरों पर मधुमेह का प्रभाव, कैसे करें देखभाल
शुगर में पैरों की अच्छी देखभाल करें
आपको पैरों के काटने, खरोच, सूजने या कुछ समस्या है तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह की जरुरत है। पैरों की किसी भी प्रकार की चोट को अनदेखा ना करें। गट्टे और कैलस के सही उपचार के लिए अपने डॉक्टर की सलाह ले।
पैर ढंक कर रखें
आप कोशिश करें कि जमीन पर कभी नंगे पैर ना चलें। पैर को किसी भी संक्रमण से बचाने के लिए अपने पैरों को हमेशा ढंक कर रखें। नंगे पैर गर्म या ठन्डे फर्श पर पैर ना रखें और हमेशा सही नाप की चप्पल का प्रयोग करें। चलते समय किसी पत्थर की चोट से बचें ताकि आपको कोई खरोच ना लगे। हमेशा साफ सुथरे, आरामदायक और सूती जुराबें ही पहनें और रोज उन्हेंण बदलें।
अपने पैरो को रोज धोएं
अपने पैरो को रोज साबुन, पोटैशियम परमैगनेट और गर्म पानी से धोए और एक नर्म तौलिए से अच्छी तरह सुखाएं। आप पैरों को नर्म रखने के लिए मॉइस्चराइजर क्रीम लगा सकते हैं। अपने पैरो पर पानी की गर्म बोतल या गर्म करने वाले पैड्स का इस्तेमाल न करें।
आरामदायक जूते पहनें
आप हमेशा सही नाप के आरामदायक जूते पहनें। जूतो को पहनने के बाद पैरों में छाले पड़ने से बचें। मधुमेह रोगियों के लिए बाजार में स्पेगशल जूते मिलते हैं।
नाखुनों को ध्यान से काटें
आप अपने पैरो की उंगलियों के नाखुनों को आराम से काटें। नाखुनों को बहुत छोटा या किनारे से ना काटें और काटते समय किसी भी जख्म से बचें।
रक्तसंचार बाधित ना करें
अपने पैरों को एक दूसरे के ऊपर रखने या तंग कपड़े पहनने से बचें। ऐसा करने से रोगियों के पैरों में रक्त का प्रवाह बाधित होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक होता है।
खुद से दवाइयां ना लें
जब भी आपको अपने पैरों दर्द या घाव महसूस हो तो आप तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें। अगर पैरों में छाले, हल्कीू चोट, जलन या घाव हो तो डॉक्टर की सलाह के बिना, खुद से, कोई भी दवाई ना लें।
व्यायाम करें
मधुमेह में पैरों की रक्तवाहिनी में रुकावट होने का खतरा रहता है, इसलिए आपको व्यायाम नियमित रूप से करना चाहिए। व्यायाम करने से रक्तसंचार ठीक रहता है। किसी भी व्यायाम को शुरु करने से पहले अपने डॉक्टर की राय लें।
अपनी दवा नियमित समय पर खाएं
आप बिना भूले अपनी मधुमेह या अन्य निर्धारित दवाइयां खाएं और अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें। अपने मधुमेह को नियंत्रित रखें और बाजार में उपलब्ध दिनों के हिसाब वाले दवाई के डिब्बों का उपयोग लाभदायक होता है।
धुम्रपान, शराब छोड़ दें
धुम्रपान और शराब का सेवन मधुमेह के रोगियों के शरीर के लिए हानिकारक होता है, इसलिए आपको इन आदतों से बचना चाहिए।