हमारा मानसिक स्वास्थ्य किसी भी चीज को सोचने, समझने और महसूस करने की प्रक्रिया है। आजकल के भागदौड़ भरे समय में ज्यादातर लोगों को मानसिक शांति नहीं है। लेकिन जैसे आप अपने शरीर की देखभाल करते हैं उसी प्रकार आप अपने मस्तिष्क का भी ख्याल रखें। जब आप अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखते हैं। तो आपके विचार भी स्वस्थ होते हैं और आप स्वस्थ महसूस करते हैं। आइये इन मानसिक स्वस्थ समस्याओं के प्रकार, कारण, निदान और उपचार पर नजर डालें।
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रकार
अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिस्ऑर्डर
इसमें व्यक्ति का मन काम में नहीं लगता है, तो वह जरूरत से ज्यादा एक्टिव दिखेगा या एकदम नीरस। ऐसा व्यक्ति अकेले बैठकर घंटों बिता सकता है। ऐसा अधिकतर बच्चों में होता है जो कि उनकी बढ़ती उम्र के साथ बढ़ता है।
पैनिक डिस्ऑर्डर
इसमें रोगी किसी घटना विशेष के कारण प्रभावित होता है जो कि दोबारा उससे संबंधित चीजों को देखने पर अनियंत्रित व्यवहार करता है।
बाईपोलर डिस्ऑर्डर
यह एक लंबे समय तक रहने वाला रोग है। बचपन से ही किसी चीज को लेकर परेशान रहना दिमाग में घर कर जाता है जोकि बड़े होने तक भी रहता है।
तनाव
व्यक्ति के तनाव में रहने से उसके जीवन के प्रति नजरिया नीरस होता है और उसका किसी भी कार्य करने में मन नहीं लगता।
सिजोफ्रिनिया
सिग्जोफ्रिनिया होने पर व्यक्ति को तरह-तरह की आवाजें सुनाई देती है और रोगी हर किसी को शक की नज़र से देखता है। कभी-कभी ऐसे रोगी एकदम सामान्य व्यवहार करते हैं जिनसे इनकी बीमारी का पता लगाना मुश्किल होता है।
ईटिंग डिस्ऑर्डर
इसमें व्यक्ति या तो बहुत ज्यादा या बहुत कम खाता है। कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें पतले होते हुए भी खुद के मोटापे का शक होता है और वो लोग खाना बिल्कुल छोड़ देते हैं। ऐसे लक्षणों को एनोरेक्सिया नर्वोसा कहते हैं।
सोने और जागने से संबंधित डिस्ऑर्डर
इस विकार में व्यक्ति को नींद नहीं आती। कई बार सोने के लिए नींद की गोलियों का इस्तेमाल करते हैं जो कि मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
पर्सनेलिटी डिस्ऑर्डर
दूसरों के सामने आने में, बात करने या किसी कार्य को करने से डरता है। ऐसे व्यक्ति प्रतिभावान होते हुए भी अपना प्रतिभा को दूसरों को नहीं दिखा पाते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण
- जैविक कारक- कई आनुवंशिक कारक जैसी जैविक कारकों से मस्तिष्क में मानसिक बीमारी और दुख पैदा होता है।
- आसपास का माहौल- रोगियों के आसपास के कारक और उनके परिवार और सामुदायिक नेटवर्क मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।
- संक्रमण- कुछ संक्रमण बच्चों में मानसिक बीमारियों से संबंधित बाल रोगों जैसे पीडियाट्रिक ऑटोइम्यून न्यूरोप्सीचिएत्रिक डिसऑर्डर मस्तिष्क नुकसान से जुड़े हैं।
- मस्तिष्क संबंधी दोष या चोट- मस्तिष्क दोष या चोट होने से मानसिक बीमारियां होती हैं। अधिक शराब के सेवन से चिंता और अवसाद होता है।
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के निदान
- आपका डॉक्टर शारीरिक समस्याओं की और कारण की पहचान करेगा।
- थायराइड फ़ंक्शन के लिए रक्त जांच।
- मानसिक स्वास्थ्य डॉक्टर आपके लक्षणों, विचारों, भावनाओं और व्यवहार पैटर्नों के बारे में आपको बताता है।
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज
- विभिन्न प्रकार के मनोवैज्ञानिक लक्षणों के आधार पर मनोविकृति के लिए एंटी मनोचिकित्सक दवाईयों का उपयोग किया जाता है।
- मनोचिकित्सा के माध्यम से जागरूकता मानसिक रोग में सुधार करने वाले रोगी के व्यवहार को बदलने में मदद करता है।
- जब आप अपने शरीर का ध्यान रखते हैं, अच्छे और नियमित रूप से खाना खाते हैं, तो मस्तिष्क भी खुश रहता हैं।
- भारी खाना, एल्कोहल, सिगरेट और चाय-कॉफी या कोई अन्य कैफीन-युक्त कुछ भी ना पीएं।
- दिन में केवल 30 मिनट का व्यायाम भी आपके मानसिक स्वास्थ्य में अच्छे बदलाव लाता है।