जब हमारी त्वचा की कोशिकाओं में असामान्य रूप से वृद्धि होने लगती है, तो उसे हम स्किन कैंसर कहते हैं। यह हमारे शरीर पर उस अंग पर होता है, जहां पर सूरज की किरणें सीधी पडती है जैसे चेहरा, होंठ, गर्दन आदि। लेकिन कई बार हमारे शरीर के उन अंगों को भी इसका सामना करना पड़ता है। जहां पर सूरज की किरणें नहीं पडती। स्किन कैंसर का सामना हमें तब करना पड़ता है जब हमारी त्वचा की कोशिकाएं असामान्य ढंग से विभाजित होने लगती है। तब हमारे शरीर में काफी मात्रा में कैंसर सेल का निर्माण होने लगता है। भले ही किसी भी प्रकार की स्किन हो यह किसी को भी हो सकता है। स्किन कैंसर की शुरुआत हमारे चेहरे की सबसे उपरी परत से होती है जिसे हम एपीडर्मिस कहते हैं। यह हमारी त्वचा की वो परत होती है, जो हमारी त्वचा की रक्षा करती है ।
स्किन कैंसर के प्रकार :-
स्किन कैंसर मुख्य तौर पर तीन प्रकार का होता है, वो इस प्रकार से है…
- बेसल सेल कार्सिनोमा
- सैक्वमस सेल कार्सिनोमा
- मेलानोमा
स्किन कैंसर के लक्षण
स्किन कैंसर के लक्षण इस प्रकार से है :-
- जब एक्जिमा लंबे समय तक रहे खासतौर पर जब यह कोहनी, हथेली, घुटनों पर दिखाई दे, तब हमें लापरवाही नहीं बरती चाहिए।
- अगर आप के चेहरे पर तिल है और उसमें बदलाव हो रहा है या वो अपना रंग बदल रहा है और उसमे खुजली हो रही है या फिर खून निकल रहा है।
- चेहरे का लाल होना जैसे माथा, गाल, आँखों के आसपास की जगह आदि और उसमें से खून का निकलना।
- स्किन पर धब्बों का अधिक समय तक रहना।
- स्किन पर अधिक लाली के साथ जलन होना।
- रैशेज के आकर में या रंग में बदलाव होना ।
स्किन कैंसर के कारण
- धूप में अधिक समय तक रहना
अधिकतर मामलों में स्किन कैंसर सूरज की पराबैंगनी किरणों के संपर्क में आने से होता है, क्योंकि सूरज की किरणें स्किन के डीएनए को नुकसान पहुंचाती है। जिसके कर्ण हमारी त्वचा की कोशिकाएं असामान्य रूप से विभाजित होने लगती है। - सनबर्न और टैनिंग
जब हम सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों में अधिक समय तक रहते हैं तो हम में सनबर्न और टैनिंग का खतरा रहता है। जब हमारी स्किन के उपर टैनिंग होने लगता है, तो हमारी स्किन सेल के डीएनए को बहुत ही नुकसान पहुंचता है, जिसके कारण हमारी स्किन में कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
स्किन कैंसर से बचाव के आसान घरेलू उपाय
जैसे कि हम जानते है कि सूर्य की पराबैंगनी किरणों के कारण हमें स्किन कैंसर का सामना करना पड़ता है, इसलिए इससे बचने के लिए हमें कुछ उपाय करने चाहिए जैसे कि…
- सनस्क्रीन क्रीम या लोशन का इस्तेमाल
जब भी हम तेज धुप में घर से बाहर निकलते हैं, तो धुप की किरणों से बचने के लिए हमें सनस्क्रीन या लोशन को अपनी त्वचा पर लगा लेना चाहिए। इससे आपकी त्वचा सूरज की किरणों से बच सकती है। - काली रस्पबेरी के बीजों का तेल
काली रस्पबेरी के बीजों में एंटीऑक्साइड के गुण पाए जाते हैं। जो हमें कैंसर होने से बचाते हैं। इससे न केवल हम कैंसर से बचते हैं, बल्कि यह कैंसर को पैदा करने वाली जड़ पर भी अपना प्रभाव डालती है। - विटामिन डी सही मात्रा में लें
अपने भोजन में विटामिन डी की उपयुक्त मात्रा लें। इससे आपकी हड्डियां मजबूत बनती है। साथ ही इससे सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों को त्वचा से बचा जा सकता है। इससे हमरे शरीर में इम्युनिटी पावर बढ़ती है, इसके अलावा हमारे शरीर को कैंसर से लड़ने की शक्ति मिलती है । - हल्दी
हल्दी में ऐसे तत्व पायें जाते हैं, जो कैंसर के सेल्स को मारने में बहुत ही प्रभावी होते हैं। इसके साथ ही यह हमारे शरीर में होने वाले कैंसर को रोकती है। - त्वचा पर मालिश करें
जब भी हम घर से बाहर निकलते हैं, तो सूरज की तेज किरणों से बचने के लिए हमें अपने शरीर बादाम या नारियल के तेल से मालिश कर लेनी चाहिए। - बैंगनी बैंगन
कैंसर से बचने के लिए बैंगन बहुत ही लाभकारी होता है। इसके साथ ही जब हम अन्य सब्जियों जैसे टमाटर, आलू, शिमला मिर्च आदि का सेवन करते हैं। तब भी हम कैंसर से बच सकते हैं।