“अभी अपनी प्रिय दोस्त से मिली, उन्होंने मुझे हाल में पता चला थर्ड स्टेज वाले कैंसर से जल्दी ठीक होने की शुभकामनाएं दीं”। यह शब्द उस अभिनेत्री के हैं जिन्होंने हिंदी सिनेमा कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है। वह बॉलीवुड जानी-मानी एक्ट्रेस नफीसा अली है। आपको बता दें क बॉलीवुड जानी-मानी एक्ट्रेस नफीसा अली को कैंसर हो गया है।
नफीसा को तीसरे स्टेज का पेरिटोनियल और ओवेरियन कैंसर है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम से पोस्ट करके यह जानकारी अपने फैन्स के साथ शेयर की। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ फोटो साझां किया है। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक फोटो पोस्ट लिखा कि “मेरे बच्चे ही वह कारण हैं, जिस वजह से मैं ठीक होना चाहती हूं।“
क्या है ओवेरियन कैंसर
ओवेरी या अंडाशय छोटे और बादाम के आकार का अंग होता है। ओवेरी प्रजनन के लिए अंडों का उत्पादन करने में बहुत ही सहायता करता है। ओवेरियन कैंसर (डिम्बग्रंथि का कैंसर) अंडाशय के कई अलग-अलग हिस्सों में हो सकता है। ओवेरियन कैंसर ओवेरी जर्म, स्ट्रॉमल, या एपिथेलियल सेल्स में शुरू हो सकता है। जर्म्स सेल्स वे सेल्स होती हैं जो अंडे बनती हैं। स्ट्रॉमल सेल्स अंडाशय के पदार्थ को बनाती हैं। एपिथेलियल सेल्स की बाहरी परत होती हैं।
ओवेरियन कैंसर से तात्पर्य है अंडाशय में किसी भी तरह के कैंसर का विकसित हो जाना। ओवेरियन कैंसर अधिकांशत: अंडाशय की बाहरी परत से पैदा होता है। सबसे आम तरह के ओवेरियन कैंसर को एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर (ईओसी) कहा जाता है। इसके अन्य प्रकार भी हैं, जिनमें ओवेरियन लो मैलिगनेंट पोटेंशियल ट्यूमर (ओएलएमपीटी), जर्म सेल ट्यूमर और सेक्स कॉर्ड-स्ट्रोमल ट्यूमर शामिल है।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण
डिम्बग्रंथि कैंसर या ओवेरियन कैंसर शुरुआती चरण में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता। इसे पता लगाना बहुत मुश्किल हो सकता है। हालांकि, कुछ लक्षणों में शामिल हो सकते हैं: –
लगातार सूजन, खाना खाते समय जल्दी पेट भर जाने जैसा महसूस होना, खाने में कठिनाई, बार-बार पेशाब आना, पेट में दर्द या बेचैनी और जैसे-जैसे यह रोग बढ़ता है, इसके अन्य लक्षण जैसे वजन का कम होना, कब्ज, खट्टी डकार और थकान, पीठ में दर्द, संभोग के दौरान दर्द और मुंहासे जैसे लक्षण दिखाई देने लगते है। एक्सपर्ट के मुताबिक ओवेरियन कैंसर अक्सर तब तक पता नहीं चलता, जब तक कि यह कमर और पेट के भीतर तक नहीं फैल जाता है। अक्सर इस रोग के लक्षण न तो शुरू में दिखते हैं और न ही अंत में।
ओवेरियन कैंसर के कारण
शोधकर्ता अभी तक समझ में नहीं पाएं हैं कि ओवेरियन कैंसर के कारण क्या है। वैसे विभिन्न जोखिम कारक इस प्रकार के कैंसर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। लेकिन इन जोखिम कारकों का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर हो जाएगा। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (एसीएस) के अनुसार, महिला के जीवनकाल में ओवेरियन कैंसर के विकास की औसत 2 प्रतिशत से कम है। कुछ कारक इसे विकसित कर सकते हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं: –
आनुवंशिकी (जेनिटिक), व्यक्तिगत चिकित्सा इतिहास, प्रजनन इतिहास, आयु, आहार और शरीर का आकार। – कैंसर कैसे फैलता है
ओवेरियन कैंसर से कैसे दूर रहें
मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का कहना है कि अदरक के सक्रिय यौगिक (जिंजरोल) कैंसर संबंधी ओवेरियन सेल्स को उसी तरह से नष्ट करते हैं जैसे कीमोथेरेपी दवाएं करते हैं, लेकिन साइड इफेक्ट्स के बिना।
इसलिए आप अदरक को आप अपने डाइट में शामिल कीजिए। अदरक के अलावा आप टमाटर का रस पीजिए जो कैंसर 50 प्रतिशत जोखिम में कटौती करता है। इसके अलावा ग्रीन टी और अलसी के बीज भी ओवेरियन कैंसर से आपको दूर रख सकता है। – कैंसर से बचाव के तरीके, जीवनशैली में करें ये 6 परिवर्तन