फेफड़े हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसके बिना हमारा जीवित रहना असंभव है क्योंकि इसका काम हवा से ऑक्सीजन को अलग करके रक्त में पहुंचना होता है। हमारे शरीर से कार्बन डाईऑक्साइड पैदा होती है, जो फेफड़ों के द्वारा शरीर से आसानी से बाहर निकल जाती है। लेकिन कई बार हमारे शरीर में संक्रमण होने लगता है। जिसके कारण हमारे फेफड़े सही से काम नहीं करते और खराब होने लगते हैं। जो कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं।
फेफड़े के कैंसर के लक्षण
फेफड़े के कैंसर कई लक्षण हो सकते हैं जैसे कि :-
1.खांसी होना
2.सांस लेने में तकलीफ और सिटी जैसी आवाज आना
3.खांसी में खून आना
4.शरीर का कमजोर होना
5.वजन कम होना
फेफड़े के कैंसर के कारण
फेफड़े के कैंसर का सामना हमें अक्सर तब करना पड़ता है, जब हम अपने खानपान का सही तरीके से ध्यान नहीं रखते। फेफड़े के कैंसर होने के और भी कई कारण होते है जैसे कि :-
1.धुम्रपान और शराब का सेवन
2.प्रदुषण
3.नशे का अत्यधिक सेवन
4.अधिक दवाई का सेवन
5.दूषित खाना
फेफड़े के कैंसर के घरेलू उपाय
जब भी फेफड़े में कैंसर होता है तो रोगी को साँस लेने में बहुत ही तकलीफ होती है। ऐसे में रोगी अच्छे से साँस नहीं ले पाता। इसमे साँस की नली जो ऑक्सीजन फेफड़े तक पहुंचाती है। वो अक्सर जाम हो जाती है ऐसी स्तिथि में मरीजों को नाक द्वारा से साँस दी जाती है। जिससे उन्हें आराम मिलता हैं। जब भी हम धुम्रपान करते हैं या नशे का अधिक सेवन करते हैं, तो हमारे फेफड़े में कैंसर की संभावना बढ़ने लगती है। अगर आप को टीबी जैसी घातक बीमारी हो जाती है और आप उसका उपचार आधे में छोड़ देते हैं, तो इसका असर आप के फेफड़े पर पड़ता है। जिससे आपको फेफड़े का कैंसर हो सकता है। ऐसे में अगर आप अपने खान पान पर सही से ध्यान दें और नशा छोड़ दे। तब भी काफी हद तक आप इससे राहत पा सकते हैं। इसके इलावा आप कुछ घरेलू उपाय भी कर सकते हैं जैसे कि…
सही खान-पान
जिन लोगों को फेफड़े का कैंसर होता है उनके लिए कच्ची सब्जी और कच्चे फल बहुत ही लाभदायक होते हैं। इसके साथ साबुत अनाज का सेवन भी अच्छा होता है। कैंसर वाले मरीजों को चाहिए कि जितना हो सके वो सलाद सेवन करें और बादाम से दूरी बनाकर रखें। उन्हें जूस का सेवन दोपहर के समय करते रहना चाहिए।
चीनी और रेड मीट से दूरी
फेफड़े के कैंसर वाले मरीजों को चीनी और रेड मीट से दूरी बना कर रखनी चाहिए, क्योंकि इसका सेवन करने से कैंसर की कोशिकाओं में वृद्धि होती है।
नशा और धुम्रपान से दूरी
जिन लोगों को फेफड़े का कैंसर होता है, उनके लिए धुम्रपान करना खतरनाक है। इससे उनकी स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।
विटामिन डी
फेफड़े कैंसर के मरीजों के लिए विटामिन डी बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे फेफड़े की मांसपेशियां मजबूत बनती है और धूप में स्नान, सूर्य की किरणों के संपर्क में रहने से विटामिन डी हमारे शरीर को मिलता है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी का सेवन फेफड़े वाले मरीज के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें एंटी ऑक्साइड होता है। इसका सेवन रोगी को दिन में दो बार करना चाहिए इसमें आप शहद भी मिला सकते हो।
आरसी के बीज का तेल
फेफड़े वाले मरीज के लिए आरसी का तेल बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे हर रोज थोड़ा-थोड़ा करके लेते रहना चाहिए।
समुद्री और देशी मछली
तलाब में पाई जाने वाली समुंद्री मछली का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए, क्योंकि इन मछलियों में प्रोटीन के साथ साथ कॉड ऑयल पाया जाता है, जो फेफड़े के कैंसर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।