ह्रदय का कार्य रक्त वाहिकाओं (धमनियों) के माध्यम से ऊर्जा और ऑक्सीजन देने के लिए आपके शरीर के चारों ओर ब्लड पंप करना है। लेकिन धमनियों के माध्यम से ब्लड फ्लो करने के लिए दबाव की एक निश्चित मात्रा की आवश्यकता होती है।
यदि ब्लड फ्लो का यह दबाव सामान्य दबाव से अधिक होता है, तो यह रक्त वाहिकाओं (धमनियों) की दीवार पर अतिरिक्त तनाव डालता है, जिसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन कहा जाता है। यह हाई प्रेशर हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी की समस्या या डिमेंशिया जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
हाइपरटेंशन के कारण
1. अल्कोहन का अधिक मात्रा में सेवन
2. बहुत ज्यादा नमक का सेवन
3. व्यायाम या एक्सरसाइज नहीं करना
4. पर्याप्त फल या सब्जियों का सेवन नहीं करना
5. अधिक कॉफी या चाय का सेवन करना
6. धूम्रपान करना या सिगरेट पीना
7. शरीर का बढ़ता वजन
8. अधिक तनाव लेना
9. बहुत अधिक वसा वाला भोजन करना
10. हाइपरटेंशन से संबंधित पारिवारिक इतिहास
हाइपरटेंशन के लक्षण
हाइपरटेंशन आमतौर पर एक साइलेंट कंडीशन है। शुरुआत में बहुत से लोगों में किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होगा। लक्षण स्पष्ट होने के लिए कई साल लग सकते हैं। आइए हाइपरटेंशन के लक्षण के बारे में जानते हैं।
- गंभीर सरदर्द
- थकान
- धुंधली दृष्टि
- छाती में दर्द
- सांस लेने में कठिनाई
- चक्कर आना
- उलटी अथवा मितली
- साँसों की कमी
- मूत्र में खून
हाइपरटेंशन को कैसे करें कंट्रोल
1. वजन बढ़ने के साथ अक्सर हाइपरटेंशन बढ़ता है। इसके अलावा यदि वजन अधिक हो तो सोते समय सांस संबंधित समस्याएं भी पैदा होती है जिसे स्लीप एप्निया भी कहते हैं जो आपके हाइपरटेंशन को आगे बढ़ाने का काम करता है। वजन घटाना हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने का सबसे प्रभावी तरीका है। इसलिए व्यायाम करके अपने वजन को घटाने की कोशिश कीजिए।
2. दिन में 30 से 60 मिनट एक्सरसाइज करना स्वस्थ जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हाइपरटेंशन को कम करने के साथ आपको मूड को भी सही करता है। यह मधुमेह और अन्य प्रकार के हृदय रोग के आपके जोखिम को कम करता है।
3. हाइपरटेंशन को कम करने के लिए आप अपने आहार में बदलाव कीजिए। इसके लिए आप फल, सब्जियों और साबूत अनाज का सेवन कीजिए। आपको लो फैट डेयरी उत्पाद का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आपको लीन मीट, मछली, और नट्स का सेवन करना चाहिए। आप उन आहारों का सेवन करें सैचुरेटेड फैट ज्यादा हो जैसे प्रोसेस्ड फूड, फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट आदि।
4. हाइपरटेंशन को कम करने के लिए न्यूनतम सोडियम का सेवन करना महत्वपूर्ण है। जब आप बहुत अधिक सोडियम खाते हैं, तो आपका शरीर द्रव को बनाना शुरू कर देता है। इसके परिणामस्वरूप रक्तचाप में तेज वृद्धि होती है।
5. शराब के अत्यधिक सेवन से उच्च रक्तचाप सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा अत्यधिक शराब पीने से कुछ रक्तचाप दवाओं की प्रभावशीलता भी कम हो सकती है।
6. आज की तेजी से विकसित दुनिया में बढ़ती मांगों को देखते हुए रिलेक्स करना मुश्किल हो रहा है। तनाव अस्थायी रूप से आपके रक्तचाप को बढ़ा सकता है। अपनी दैनिक जिम्मेदारियों से दूर होना महत्वपूर्ण है ताकि आप अपना तनाव कम कर सकें।
7. धूम्रपान करने से रक्तचाप या हाइपरटेंशन बढ़ता है। धूम्रपान रोकने से आपका रक्तचाप सामान्य हो जाता हैं। धूम्रपान छोड़ने से हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है और आपके समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।