हेमोरहोयड्स, पाइल्स या मूलव्याधि आदि नामों से जाना जाने वाला बवासीर एक खतरनाक बीमारी है। इस रोग का इलाज कुछ रोगियों के लिए आसान है, लेकिन कुछ के लिए बहुत ही मुश्किल है। बवासीर 2 प्रकार की होती है। आम भाषा में इसको खूनी और बादी बवासीर के नाम से जाना जाता है। ऐसा देखा गया है कि यह बीमारी 30 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों को होती है। यह बेहद ही पीड़ा और कष्ट देने वाली बीमारी है, इसमें व्यक्ति को तनाव का भी सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं बवासीर के लक्षण और कारण के बारे में…
बवासीर के लक्षण क्या होते हैं ?
- मलद्वार के आसपास खुजली और जलन होना
बवासीर के लक्षण में मुख्य लक्षण ये है कि बवासीर के दौरान मलाशय में खुजली और सुरसुरी होती है। इसके अलावा कभी-कभी प्रदाह और दर्द होता है, सूजन आ जाती है, जलन होती है और इस स्थान से उठी दुर्गंध भी अनेक लोग महसूस करते हैं। - शौच के समय जोर लगाना पड़ता है
बवासीर बीमारी के दौरान रोगी कब्ज की समस्या से ग्रसित तो रहता ही है साथ ही उसे शौच करते समय जोर लगाना पड़ता है। इस दौरान मस्से बाहर निकलते हैं, लेकिन पुनः अन्दर करने में रोगी को कष्ट होता है। - मलद्वार के आसपास सूजन होना
बवासीर में मलद्वार के आसपास सूजन आ जाती है। यह सूजन निचले और अंदरूनी हिस्से की नसों में आ जाती है। यह सूजन पीड़ा देने वाला होता है जिससे मरीज को उठते बैठते व चलते समय गुदा द्वार में दर्द होने लगता है। - मल त्याग करते समय दर्द या बेचैनी होना
बवासीर बीमारी में रोगी को मल त्याग करते समय यह पीड़ा अधिकतम होती है। दर्द इतना ज्यादा होता है कि मरीज पाखाना जाने से घबराता है। यदि पाखाना सख्त होता है या कब्ज रहती है, तो दर्द और बढ़ जाता है। - मल से खून का निकलना
इस स्थिति में मल त्याग करते समय रोगी को बहुत ही पीड़ा होती है और खून भी बहुत गिरता है, जिसके कारण रकाल्पता होकर रोगी कमजोरी महसूस करता है। इसे खूनी बवासीर के नाम से भी जाना जाता है। - दुर्बलता और चिंता
यह बीमारी इतनी गंभीर है कि व्यक्ति के अंदर दुर्बलता आने लगती है। अधिक दिनों तक यह रोग होने से उसके अंदर चिन्ता और उन्माद आदि मनोविकारों के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
बवासीर होने के कारण क्या होते हैं ?
1. कम फाइबर वाले भोजन का सेवन।
2. क्रोनिक दस्त या कब्ज।
3. मल त्याग के दौरान तनाव।
4. परिवार में किसी को बवासीर की बीमारी होना।
5. शौचालय में लंबे समय तक बैठे रहना।
6. तली हुई चटपटी चीज़ें, अत्यधिक मिर्च-मसाला वाला खाद्य पदार्थ, मांस, अंडा, रबड़ी, मिठाई और मलाई का ज्यादा से सेवन।
7. आपके अंदर क्षमता नहीं है फिर भी आवश्यकता से अधिक भोजन करना बवासीर का प्रमुख कारण हो सकता है।
8. महिलाओं में गर्भावस्था में भ्रूण के दबाव पड़ने से भी बवासीर होता है।
9. बिगड़ी हुई जीवनचर्या, अधिकाधिक चाय, कॉफी, धूम्रपान, अत्यधिक शराब, ताड़ी, भांग, गांजा और अफीम आदि से भी बवासीर की बीमारी होती है।
10. जो लोग शारीरिक रूप से श्रम नहीं करते और पूरे दिन एक जगह बैठे रहते हैं उन्हें बवासीर की समस्या हो सकती है।
बवासीर में परहेज के बारे में भी अवश्य जाने।