पाइल्स या बवासीर सूजन होता है, जो पीछे के मार्ग के अंदर और आसपास विकसित होता है। बवासीर उन लोगों में बहुत आम हैं जो दीर्घकालिक कब्ज या दस्त से पीड़ित हैं, और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) जैसी स्थितियों से जुड़े हुए हैं।
पाइल्स एक ऐसा रोग है जिसमें शरीर के विशेष हिस्से में हर समय दर्द और जलन बनी रहती है। व्यक्ति किसी भी तरह का काम भी नहीं कर पाता है। पाइल्स के रोगियों के साथ सबसे बड़ी समस्या ये है कि वो इसका जिक्र अपनों से तो क्या डॉक्टर से भी करने में कतराते हैं। वह इस रोग के बारे में बताने से डरते हैं।
डॉक्टर से सलाह लेकर उसका सही इलाज कराना बहुत जरूरी है। हालांकि दवाइयों के साथ इस घरेलू उपाय से कुछ ही दिनों में आपको इस समस्या से राहत मिल सकती है।
वैसे आपको बता दें कि पाइल्स की रोकथाम के लिए मूली एक बेहतर विकल्प के तौर पर काम करता है। मूली के रोजाना और सही इस्तेमाल से पाइल्स की समस्या को कुछ महीनों में दूर किया जा सकता है। इसका सबसे बड़ा लाभ ये है कि मूली के नियमित सेवन से पाइल्स की समस्या बढ़ती भी नहीं है।
मूली में डाइट्री फाइबर्स पाए जाते हैं जो स्टूल को मुलायम करने में सहायता करते हैं। इससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। मूली में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो इस दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद करते हैं। मूली न केवल ठंडक देने का काम करती है बल्कि इससे जलन में भी राहत मिलती है।
पाइल्स की समस्या को दूर करने के लिए कच्ची मूली के अलावा आप चाहें तो इसे घिसकर खा सकते हैं या फिर इसका रस निकालकर भी पी सकते हैं। मूली के रस का सेवन करने से पहले एकबार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। वैसे आप चाहें तो इसके पाउडर को भी प्रयोग में ला सकते हैं। बाजार में मूली का पाउडर भी आसानी से मिल जाता है।
मूली के फायदे
1. मूली लिवर और पेट के लिए बहुत अच्छा हैं और एक शक्तिशाली डिटॉक्सीफायर के रूप में कार्य करते हैं। ये रक्त को शुद्ध करते हैं और विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट को खत्म करता है। ये पीलिया के इलाज में बेहद उपयोगी है।
2. मूली फाइबर सामग्री में समृद्ध हैं। यह शरीर को भोजन पचाने की क्षमता में सुधार करने में मदद करता है और चयापचय या मेटाबॉल्जिम को सही गति से भी बनाए रखता है।
3. मूली में खट्टे फल और सब्जियों की तरह एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है। ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर की रक्षा करता हैं और कैंसर से बचाता है।
4. मूली में मौजूद विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के त्वचा की विकारों को काफी हद तक रोकने में मदद करता हैं। मूली का सेवन सेल उत्पादन और सेल मरम्मत में आपकी सहायता करता है।
5. मूली एंथोकाइनिन के लिए एक अच्छा स्रोत हैं जो हमारे दिल को सही ढंग से काम करने में सहायता करता हैं, जिससे कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा यह विटामिन सी, फोलिक एसिड, और फ्लेवोनॉयड्स पर भी उच्च हैं।
6. मूली आपके शरीर पोटेशियम प्रदान करता है, जो आपके रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है, और रक्त प्रवाह को नियंत्रण में रख सकता है, खासकर यदि आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं।
7. मूली में उच्च विटामिन सी है, यह आपके सामान्य ठंड और खांसी से बचा सकता है, और आपकी मूल प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम में सुधार कर सकता है।
8. मूली कम ग्लाचइसेमिक इंडेक्सर के लिए जानी जाती है। यानी कि इसे खाने से ब्ल ड शुगर पर असर नहीं होता है। नियमित रूप से सुबह खाने में मूली का सेवन करने से मधुमेह से जल्द छुटकारा मिल सकता है।