आज की इस भागदौड़ वाली जिन्दगी में किसी के पास टाइम नहीं है ऐसे में इंसान काम को अधिक महत्त्व देता है वह अपने खान पान की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता जिसके कारण उसके शरीर में कई तरह की बिमारियां घर कर जाती है, लेकिन उसे इस बारे में कुछ भी पता नहीं होता, ऐसे में यदि आपका मन काम में नहीं लगता, हर समय थकावट का एहसास होता है, आपके चेहरे से खूबसूरती नष्ट हो जाती है और आप का चेहरा पीला पड़ने लगता है तो ऐसे में आप को अपने खून की जांच करवानी चाहिए, क्योंकि यह एनीमिया हो सकता है।
जब भी हीमोग्लोबिन का बनना ससामान्य से बहुत ही कम हो जाता है तो हमारे शरीर में खून की कमी आ जाती है और शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन का दौरा कम हो जाता है जिसके कारण शरीर में पर्याप्त उर्जा नहीं मिल पाती। यही कारण है कि व्यक्ति एनीमिया से ग्रस्त हो जाता है । यह किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं है लेकिन जब हम इसका इलाज सही समय पर नहीं करते तो इससे जान भी जा सकती है ।
एनीमिया के लक्षण
एनीमिया की जब शुरुआत होती है तो हमें खून में इसके कुछ ख़ास लक्षण नहीं दिखाई देते, लेकिन जैसे जैसे यह बढ़ने लगता है तो इसके लक्षण भी बढ़ने लगते है जैसे कि :-
- शरीर में कमजोरी के साथ साथ थकान का महसूस होना
- खड़े होते समय चक्कर आना
- काम में मन नहीं लगना
- शरीर की धडकन तेज या असमान्य हो जाना
- त्वचा, आंखे और नाखूनों का पीला हो जाना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- सीने में दर्द होना आदि लक्षण दिखाई दे तो हमें तुरंत अपना हीमोग्लोबिन की जांच करवानी चाहिए और डॉक्टर को दिखानी चाहिए ।
एनीमिया के कारण
एनीमिया का सामना हमें कई कारणों से करना पड़ता है जैसे कि :-
- शरीर में आयरन की कमी होना या शरीर में बी -12 की कमी होना ।
- खाने में कैल्शियम की मात्रा का अधिक होना।
- हरी सब्जियों का सेवन कम करना।
- शरीर में से अधिक खून का निकलना ।
- अधिक शराब का सेवन करने से शरीर में थायमिन की कमी का होना ।
- लम्बे समय तक बीमार रहना या शरीर में इन्फेक्शन का सही समय पर इलाज न करवाना ।
एनीमिया से बचने के सरल उपाय
जैसे कि हम जानते है कि शरीर में जब खून की मात्रा बहुत ही कम हो जाती है तो हमारा मन काम में नहीं लगता हमें थकान महसूस होती है, चलते समय चक्कर आते हैं, शरीर पतला और कमज़ोर हो जाता है ऐसे में अगर हम अगर हम अपने खान पान पर सही से ध्यान दे तो इस बीमारी से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं अन्यथा यह मौत का कारण भी हो सकता है इससे बचने के लिए क्या किया जाए आज हम इस बारे में बात करते हैं :-
- एनीमिया से बचने के लिए हमें अपने खान पान में पूरी तरह से ध्यान देना चाहिए जैसे कि हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना, आंवले और पुदीने की चटनी का नियमित रूप से सेवन करना, सलाद में नींबू डालना, नाश्ते में अंडे और टोस्ट का सेवन करना, स्नेक्स में भुने चने और गुड खाना क्योंकि इससे हीमोग्लोबिन बनता है।
- ड्राई फ्रूट का सेवन करना।
- चाय, कॉफ़ी और कोल्डड्रिंक से दुरी बना कर रखना क्योंकि इसे लेने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है ।
- संतरे के जूस का सेवन करना ।
- शरीर को फोलेट की जरूरत होती है क्योंकि इसे हमारे शरीर में नई कोशिकाओं का निर्माण होता है और यह फोलेट हमें हरी सब्जियों,बिना पॉलिश किये हुए चावल, साबुत अनाज, नट्स और अंगूर से मिलता है।
- लोहे की कढ़ाई में बनी हुई सब्जी का सेवन करें।
एनीमिया की स्थिति
- जब हीमोग्लोबिन का स्तर 10-12 ग्राम प्रति डीएल हो तो ऐसी स्तिथि माइल्ड एनीमिया कहलाती है ।
- जब हीमोग्लोबिन का स्तर 6 से 10 ग्राम प्रति डीएल हो तो ऐसी स्तिथि माडरेट एनीमिया कहलाती है ।
- जब हीमोग्लोबिन का स्तर 6 ग्राम प्रति डीएल से कम हो तो सीवीयर स्तिथि पैदा हो जाती है ऐसे में इन्सान की मृत्यु भी हो सकती है।
कैल्शियम हमारे शरीर में आयरन के इस्तेमाल में रुकावट पैदा करता है इसलिए डॉक्टर की सलाह से ही इसे लेना चाहिए। अगर आप आयरन की दवाई बाजर से खरीद कर खाते हो तो यह दवाई आप की बीमारी का कारण बन सकती है इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह से इन दवाईयों का सेवन नहीं करना चाहिए ।
एनीमिया डाइट (anemia diet)
#सीफूड
एनीमिया के लक्षण तो आप सीफूड का सेवन कीजिए। सीफूड में आयरन पाया जाता है जो इसे एनीमिक लोगों के लिए एक सुपरफूड बनाता है। ऑइस्टर जैसे शेलफिश तथा ट्यूना और सैल्मन जैसी फैटी मछली सेल्स रिकवरी को तेज कर सकती हैं। सीफूड सिर्फ आपके लिए एनीमिया का इलाज नहीं करेगा, बल्कि यह थकान और चक्कर को भी दूर करेगा।
#पालक
एनीमिया के लक्षण को कम करने के लिए आप पालक का भी सेवन कर सकते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में आयरन, बीटा कैरोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी9 और विटामिन सी और फाइबर सामग्री एनीमिक लोगों के लिए एक सुपरफूड बनाती है। केवल एक कप उबले हुए पालक से महिला की आयरन की आवश्यकता दूर हो सकती है। अधिक स्वास्थ्य लाभों के लिए अपने दैनिक आहार में पालक को शामिल कीजिए।
#चुकंदर
यदि आप सब्जी का सेवन करना चाहते हैं जिसमें बहुतायत में आयरन हो, तो चुकंदर आपकी आदर्श पसंद होनी चाहिए। यह सब्जी आयरन से भरपूर है। यह लाल रक्त कोशिकाओं की मरम्मत करने और पुन: सक्रिय करके काम करता है। आप इसे सलाद या कच्चे खा सकते हैं या इसका रस के रूप में सेवन कर सकते हैं।