अगर हम खाने पर ध्यान दें तो कई सारी बीमारियों को खुद से दूर रख सकते हैं, और एक हेल्दी लाइफ जी सकते हैं। क्योंकि गलत खाना और गलत तरीके से खाने की वजह से लोग ज्यादातर बीमार हो रहे हैं। आपका खाना पौष्टिक होना चाहिए, लेकिन पौष्टिकता का मतलब यह नहीं कि बर्गर, पीजा या मेमोज में पनीर लगाकर खा लें। आपका खाना फाइबर, विटामिन और मिनरलस से भरपूर होना चाहिए। दूसरी बात आपको खाते समय टाइमिंग का भी पूरा ध्यान देना चाहिए। आइए जानते हैं कि क्या है वह टाइमिंग।
सुबह का खाना कब खाना चाहिए
आप सुबह उठने के बाद जितनी जल्दी नाश्ता करेंगे उतना ही आपके मेटाबॉलिज्म के लिए बेहतर होगा। डाइटेशियन और एक्सपर्ट के मुताबिक सुबह का नाश्ता या खाना आप सुबह उठने के दो घंटे के भीतर कर लें। आपना नाश्ता हैवी होना चाहिए और पौष्टिकता से भरपूर होना चाहिए। सुबह नाश्ता करने से डाइजेस्ट भी जल्दी होता है, पूरे दिन क्रेविंग भी कम लगती है। क्रेविंग नहीं लगेगी तो आप ज्यादा नहीं खाएंगे, आप ज्यादा नहीं खाएंगे तो मोटापा नहीं होगा और मोटापा नहीं होगा तो वजन भी कम बढ़ेगा और कई बीमारियों को रोकने में भी मदद मिलेगी।
दोपहर का खाना कितने बजे खाना चाहिए
सुबह के बाद दोपहर के खाने की बात आती है। दोपहर के खाने का सीधा संबंध आपके नाश्ते से है। नाश्ते और दोपहर के खाने में कम से कम 4 घंटे का अंतराल जरूर रखें। अगर आपने सुबह नाश्ता 8 बजे किया है तो आप दोपहर का लंच 12 और 1 बजे के बीच कर सकते हैं। दोपहर का खाना भी पौष्टिक आहारों से भरपूर होना चाहिए, जिसमें रोटी, दाल, चावल, सब्जी, सलाद और छाछ शामिल है। हां, यह ध्यान रखें कि ओवर ईटिंग न करें।
रात में कब खाना खाना चाहिए
सुबह और दोपहर की तरह रात का खाना भी बहुत ज्यादा मायने रखता है। इसका सीधा संबंध आपकी नींद और पाचन से है। इसलिए एक्सपर्ट मानते हैं कि रात को सोने से दो-तीन घंटे पहले खाना खा लें, जो आपके सिस्टम को खाना पचाने के लिए पर्याप्त समय देता है। वैसे आपके लिए सही टाइम यही रहेगा कि आप 7-7: 30 बजे तक रात का खाना खा लें। रात का खाना सुबह और दोपहर की तरह हेवी नहीं, बल्कि बहुत हल्का होना चाहिए ताकि आप आसानी से पचा सको और सोने में आपको परेशानी न हो। आप रोटी, सब्जी और सलाद खा सकते हैं, बेसन का चीला खा सकते हैं। कोशिश करें कि जो भी खाएं आपकी थाली में कम आइटम और कम आहार हो।