एक स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखने के लिए एक अच्छा नाश्ता होना अनिवार्य है, और दुनिया भर के कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों और पोषण विशेषज्ञों ने माना है कि सुबह का नाश्ता राजा की तरह होना चाहिए और यह बात आयुर्वेद में भी कही गई है, लेकिन क्या आपको पता है कि रात का भोजन कैसा हो? लंबे समय तक सेहतमंद रहने के लिए आयुर्वेद ने रात में हल्का भोजन करने की सलाह दी है। आइए जानते हैं रात में भोजन लेने के आयुर्वेदिक टिप्स के बारे में।
लो कार्ब्स वाले खाद्य पदार्थ का सेवन
रात में स्वस्थ आहार लेना चाहिए तथा लो कार्ब्स वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि लो कार्ब्स वाले खाद्य पदार्थ आसानी से पच जाते हैं। अगर आप ज्यादा हेवी फूड का सेवन करते हैं तो इससे आपकी नींद में बाधा उत्पन हो सकती है और आप अगले दिन भारी-भारी महसूस करेंगे।
रात में नमक का सेवन कीजिए कम
रात में सात बजे के बाद आपको नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपके लिए थोड़ा कठिन हो सकता है, खासकर तब जब आप डिनर पार्टी के लिए प्लान कर रहे हो। आपको बता दें कि नमक शरीर में जल प्रतिधारण (water retention) को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
जैसे ही हम अपने रात्रिभोज या डिनर में अधिक सोडियम को शामिल करते हैं, हम अपने दिल और रक्त वाहिकाओं को रातोंरात ब्लड प्रेशर के अधिक जोखिम में डाल देते हैं।
इन मसालों को अपनी डाइट में करें शामिल
मसाले सुगंधित स्वाद देने के अलावा कई स्वास्थ्य लाभ भी देते हैं। मसाले आपके शरीर में न केवल गर्मी को बढ़ाते हैं, बल्कि भूख को कम करके वजन घटाने में भी मदद करते हैं। अपने शाम के भोजन में दालचीनी, सौंफ, मेथी और इलायची जैसे मसालों को अपनी डाइट में शामिल करें।
रात में दही का सेवन न करें
दही में मौजूद कैल्शियम, प्रोटीन और दूसरे कई पोषक तत्व शरीर की कई आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार होते हैं, लेकिन यदि आप उन लोगों में से हैं जो रात में दही खाना पसंद करते हैं, तो ऐसा करना रोक दीजिए।
आयुर्वेद के अनुसार, दही में खट्टे और मीठे गुण दोनों ही होते हैं और यह शरीर में कफ दोष को बढ़ाता है। रात के दौरान, शरीर में कफ का प्राकृतिक प्रभाव होता है। यह असंतुलन नाक के मार्गों में अतिरिक्त बलगम के विकास का कारण बन सकता है। – रात को दही क्यों नहीं खाना चाहिए?
लाइट डिनर लें
कई लोगों ने अब तक आपको रात को कम खाने की सलाह दी होगी। लेकिन क्या कभी आपने इसके पीछे के कारणों को जानने की कोशिश की? रात के दौरान आपको कितना आहार लेना है यह मात्रा आपको निर्धारित करनी होगी। आयुर्वेद डिनर को लाइट रखने का सुझाव देता है क्योंकि इससे आपको अच्छी नींद आती है साथ ही आपका पाचन तंत्र भी ठीक रहता है। इसके अलावा, अपने खाने और सोने के समय के बीच 2 से 3 घंटों का कम से कम अंतर रखें।
खाने पर दीजिए ध्यान
जब आप खा रहे हैं, तो खाने पर ध्यान दीजिए। खाने के दौरान टीवी या फिर बातचीत कम करना चाहिए। जब आप खाने को फोकस होकर खाते हैं तो यह एक तरह का मेडिटेशन है, क्योंकि जागरुक होकर खाने से आप न केवल खाने के स्वाद को महसूस कर पाते हैं बल्कि आप सही मात्रा में भोजन का सेवन करते हैं।
शहद का सेवन
शहद को चीनी का एक विकल्प के तौर पर देखा जाता है। रात में शुगर की जगह अपनी डाइट में शहद को शामिल करें। शहद का सेवन न केवल स्वाद को बढ़ाएगा, बल्कि वजन को घटाने और बलगम को कम करने में सहायता करेगा। आपको बता दें कि शहद उच्च रक्तचाप, दिल के रोग, सर्दी जुकाम, पाचन और साथ ही खून की कमी में लाभकारी है। – शहद खाने के तरीके