आपने एंटीऑक्सिडेंट्स के बारे में जरूर सुना होगा। एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है और यह संक्रमण के आपके जोखिम तथा कैंसर के कुछ रूपों को कम करने में भी मदद कर सकता है। ये ऑक्सीडेंट्स के कारण होने वाले डैमेज से कोशिकाओं की रक्षा के लिए काम करता है। नट्स, बीज, फलियां, फल, और सब्जियां खाकर आप अपने भोजन में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा को बढ़ा सकते हैं।
एंटीऑक्सिडेंट्स क्या है
एंटीऑक्सीडेंट एक तरह का कंपाउंड है जो नेचुरल रूप से कुछ फलों और सब्जियों में पाया जाता है। आपने चॉकलेट में फ्लैवनोल, रेड वाइन में रेस्वेराट्रोल, टमाटर में लाइकोपीन या गाजर में बीटा कैरोटीन के बारे में सुना होगा। ये सभी प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट हैं।
तोरी
तरोई कब्ज के लिए यह बहुत अच्छी सब्जी है। इसके अलावा यह ब्लड शुगर को कम करने तथा हाइपोग्लाइसेमिया, वजन घटाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने तथा डिटॉक्सिंग, मुँहासे और कई और बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा तरोई के सेवन से खून साफ होता है और यह लिवर के लिए बहुत फायदेमंद है। आयुर्वेद में तरोई को पीलिया का इलाज माना गया है। यह किडनी रोगों में भी फायदेमंद है।
ब्रोकली
हाल के वर्षों में ब्रोकली ने सब्जी के रूप में बहुत ही लोकप्रियता हासिल की है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें कैंसर से लड़ने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स पाया जाता है। इसके अलावा ब्रोकोली कैरोटीनॉयड ल्यूटिन और बीटा कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट के सर्वोत्तम स्रोतों में से एक है।
टमाटर
टमाटर लगभग हर मौसम में मिलने वाली सब्जी है। टमाटर में तीन प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसमें लाइकोपेन, विटामिन सी और विटामिन ए पाया जाता है।
विटामिन सी सबसे शक्तिशाली प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट्स में से एक है जिसे आप फल और सब्जियों से प्राप्त कर सकते हैं। खाने के अलावा टमाटर का प्रयोग ब्यूटी ट्रीटमेंट के तौर पर भी किया जाता है। एक शोध के मुताबिक टमाटर कैंसर को रोकने के लिए भी प्रयोग में लाया जा सकता है।
किडनी बिन्स
कई लोगों की तरह आप भी राजमा चावल जैसे भारतीय व्यंजन के दीवाने होंगे। बेशक आप भी इसके शौकीन होंगे, अगर यह सच है, तो हम आपको बता दें कि राजमा न केवल स्वाद में मजेदार है, बल्कि इसके सेहत लाभ भी गजब के हैं। सभी प्रकार के सेम जिसमें किडनी बिन्स भी शामिल है, एंटीऑक्सीडेंट के उच्च स्रोत हैं। मांसपेशियों को बढ़ावा देने वाले प्रोटीन भी बीन्स में पाया जाता हैं। यह पाचन को मजबूत करने में बहुत ही सहायता करता है।