जब भी लगातार पतला दस्त आए या फिर उल्टी आए तो उसे हम डायरिया कहते हैं। डायरिया हमें वायरल, बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होता है, लेकिन इसका सबसे मुख्य कारण हमारा गलत तरीके से खानपान, प्रदूषित पानी और हमारी आंतो में गड़बड़ी डायरिया जैसी बीमारी को जन्म देते हैं। दिन में यदि हमें तीन या इससे अधिक बार हमें पतला दस्त आता है, तो यह डायरिया की तरफ इशारा करता है। डायरिया होने पर हमारे शरीर में पानी की कमी आने लगती है, जिसके कारण हमें डिहाइड्रेशन हो जाता है, जो हमारे लिए किसी भयानक बीमारी से कम नहीं है, क्योंकि इससे हमारा शरीर कमज़ोर होने लगता है, जिससे शरीर में संक्रमण फैलने का खतरा अधिक हो जाता है। यह बीमारी अधिकतर रूप से हमें सर्दियों के दिनों में देखने को मिलती है, इसकी सबसे बड़ी वजह है गंदा पानी। यह किसी भी उम्र वाले व्यक्ति को हो सकती है। इसकी एक वजह एसिडिटी भी हो सकती है।
डायरिया के लक्षण
देखा जाए तो डायरिया एक हफ्ते में ठीक हो जाता है, लेकिन कई बार यह अधिक समय में ठीक होता है। इस डायरिया को हम क्राँनिक डायरिया के नाम से जानते हैं। अगर इसका सही समय पर इलाज न करवाया जाए तो यह बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। ये हैं
डायरिया का लक्षण…
1. बार-बार पतले (पानी की तरह ) दस्त आना।
2. आंतों में सुजन होना।
3. उल्टी आना।
4. दस्त में खून आना।
5. एसिडिटी होना।
6. शरीर में कमज़ोरी आना आदि डायरिया के लक्षण होते हैं।
डायरिया के कारण
आमतौर पर डायरिया जैसी परेशानी का सामना हमें तब करना पड़ता है, जब हम बाहर की वस्तुओं का अधिक सेवन करते हैं। इसके इलावा जब भी डायरिया हमें सर्दियों के दिनों में होता है, तो यह गर्मियों के मुकाबले अधिक घातक होता है। ठंड के मौसम में हमारे शरीर का तापमान कम हो जाता है, जिसके कारण हमें उल्टी या दस्त होने लगती है। इसके अलावा इसके और भी कई कारण है जैसे कि…
1. पेट में कीड़ो के संक्रमण से डायरिया हो सकता है।
2. आस-पास सफाई का न होना।
3. शरीर में पानी की कमी होना।
4. दवाई रिएक्श्न होना।
5. पानी में अधिक समय रहना।
6. पाचन शक्ति का कमज़ोर होना।
7. सर्दियों में कई दिनों तक रखा खाना खा लेना आदि से डायरिया हो सकता है।
डायरिया का इलाज
डायरिया से कई लोगों की मौत हो जाती है, इसे हम शिशुओं की मौत का सबसे बड़ा कारण मानते, हैं क्योंकि जब हम ठंड से बच्चों को नहीं बचाते तो उन्हें दस्त हो जाते हैं। लेकिन जब हम इसका सही समय पर इलाज करवा लेते हैं, तो हम इससे हम आसानी से निजात पा सकते हैं। इससे बचने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं जैसे कि…
दही
हम जानते हैं कि दही में बैक्टीरिया होता है। जब हम डायरिया होने पर दही का सेवन करते हैं तो जो हमारे शरीर में विषैले बैक्टीरिया होते हैं उनका नाश हो जाता है।
अदरक
डायरिया में अदरक बहुत ही फायदेमंद होता है, अदरक को कद्दूकस करके इसमें शहद मिलाकर खाएं फिर इसके तुरंत बाद ही पानी पी लें।
मेथी दाना
डायरिया होने पर मेथी का छोटा चम्मच लेकर चबाएं, फिर बाद में एक बड़ा चम्मच दही का खा लें। इसके अलावा आप मेथी दाना और जीरा भूनकर एक मिश्रण तैयार करें फिर उसे दही में मिलाकर खाने से आपको डायरिया से राहत मिलती है।
सेब का सिरका
सेब के सिरके में एसिडिक गुण होते हैं, जो डायरिया के बैक्टीरिया को खत्म करने में बहुत ही फायदेमंद होते हैं। लेकिन जब भी आप इसका सेवन करते हैं, तो एक गिलास पानी में एक चम्मच सिरका मिलाकर पी लेना चाहिए और इसे दिन में दो से तीन बार पीना चाहिए। ऐसा करने से आपका डायरिया ठीक हो जाता है।
केला
केले में काफी मात्रा में पौटेशियम होते हैं, इसलिए डायरिया वाले रोगी को दिन में दो से तीन पके हुए केलों का सेवन करना चाहिए।
चावल
डायरिया होने पर हमें चावल का सेवन करना चाहिए, क्योंकि चावल खाने से हमें दस्त कम आते हैं। ऐसे में आप को सादा चावल को थोडा गीला करके खाना चाहिए। इसके साथ आप दही का सेवन भी कर सकते हो।
गाजर का सूप
डायरिया होने पर हमारे शरीर के पोषक तत्वों में कमी आ जाती है, ऐसे में गाजर का सूप हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका सूप बनाने के लिए इसके छोटे छोटे टुकडों को काटकर पानी में तब तक उबाले जब तक गाजर अच्छे से घुल न जाए, फिर इस पानी को छान लें। फिर इसमें स्वादानुसार नमक,भुना हुआ जीरा और काली मिर्च पाउडर मिलाकर पी लें।