कुछ गर्म या ठंडा खाने या पीने के बाद दांतों में दर्द या सेंसिटिविटी महसूस हो सकती है। दांत में सेंसिटिविटी कई दंत समस्याओं के कारण हो सकता है। यह न केवल दर्दनाक है, बल्कि यह दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर देता है। आइए जानते हैं इसके कारणों के बारे में…
दांतों में सेंसिटिविटी होने के कारण
बहुत ही सख्त तरीके से ब्रश करना
कभी-कभी दांतों में सेंसिटिविटी तब देखने को मिलती है जब सख्त तरीके से टूथब्रश का उपयोग करते हैं। सबसे आसान समाधान यह है कि आप अपने टूथब्रश को बदलें और नरम टूथब्रश की सहायता से आराम से अपने दांतों की सफाई करें।
अम्लीय खाद्य (एसिडिक आहार) पदार्थ का सेवन
यदि दांतों में दर्द या सेंसिटिविटी महसूस हो, तो अम्लीय खाद्य पदार्थ जैसे टमाटर सॉस, नींबू, अंगूर, कीवी और अचार इसके कारण हो सकते हैं। इसलिए दांतों में हो रही असुविधा के लिए आपको इन खाद्य पदार्थों से बचने की जरूरत है।
दांत की सड़न
दांत की सड़न तब होता है जब आपके मुंह में कीटाशय (बैक्टीरिया) एसिड बनाते हैं। इससे सेंसिटिविटी की समस्या देखने को मिलती है। अगर दांत के सड़न का इलाज नहीं किया गया तो दर्द, संक्रमण और दांत का नुकसान हो सकता है।
दांत का पीसना
दांत पीसने से दांतों में सेंसिटिविटी हो सकती है। दांत पीसना अक्सर तनाव या चिंता से संबंधित है। इसके लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेनी होगी ताकि वह पता लगा पाए दांत पीसने की असली वजह क्या है। इसके बाद वह उपचार की सलाह दे सकता है।
दांतों को सफेद करने वाले प्रोडक्ट का उपयोग
कई निर्माता टूथपेस्ट फ़ार्मुलों में टूथ-व्हाईटिंग रसायनों को जोड़ते हैं, जिसकी वजह से दांतों में सेंसिटिविटी की समस्या जन्म लेती है।
दांत में दरार पड़ना
दांत में दरारे पड़ना दांत दर्द का कारण बन सकता है। इस जब दांत में ऐसी कोई समस्या आए तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
डॉक्टर से जांच करवाएं
मसूड़े की सूजन (एक प्रकार का गम रोग जो सूजन, चिढ़े मसूड़ों का कारण बनता है) और पीरियोरोनंटिकल रोग (दांतों के सहायक संरचनाओं को प्रभावित करने वाली एक अधिक गंभीर मसूड़े का रोग) भी सेंसिटिविटी पैदा कर सकता है।
आपका दंत चिकित्सक इन रोगों के लक्षणों के लिए आपके मुंह जांच सकता है और दर्द का इलाज करने के लिए सुझाव दे सकता है। वैसे आपको बता दें कि कभी-कभी, दांत की सफाई या रूट कैनाल के बाद सेंसिटिविटी विकसित होती है। हालांकि इस प्रकार की सेंसिटिविटी स्थायी रोग की तरह नहीं है। यह आमतौर पर कुछ हफ्तों के भीतर ठीक हो जाती है।
अपने दांत को स्वस्थ्य रखना है तो नियमित रूप से दांतों की सफाई करवाते रहिए। क्लीनिंग आपके मौखिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। अपने दांतों और मुंह को स्वस्थ रखने के लिए, नियमित रूप से दंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें। इसके अलावा दांतों के लिए फ्लॉसिंग भी जरूरी है। साथ ही, अपने दंत चिकित्सक को किसी भी बदलाव के बारे में सूचित करें, जैसे कि गर्म या ठंडा खाने या पीने के बाद संवेदनशीलता, सांस से बदबू, और दांत या मुंह के दर्द आदि।