दांतों की देखभाल

दांतों में झनझनाहट को दूर करने के घरेलू उपाय

दांतों में झनझनाहट को दूर करने के घरेलू उपाय

कभी-कभी ठंडा, गर्म, मीठा या खट्टा भोजन खाने से आपके दांतों में झनझनाहट होता है। दांतों की झनझनाहट तब होती है जब आपके दाँत के अंदर एक सामग्री, जिसे डेंटिन कहा जाता है, एनामेल के सुरक्षात्मक कवर या सीमेंटम नामक बाहरी परत को खो देता है।

तिल और नारियल का तेल

तिल के बीज के स्वास्थ्य लाभों की अगर बात की जाए तो यह बाल विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसके अलावा यह प्रोटीन का समृद्ध स्रोत है तथा कैंसर के कई रूपों से सुरक्षा देता है और मधुमेह का इलाज भी कर सकता है।

दांतों की झनझनाहट को दूर करने के लिए 1 चम्मच तिल का तेल, 1 चम्मच नारियल तेल और 1 चम्मच सरसों का तेल लेकर अच्छी तरह मिक्स करें। अब इस तेल से दांतों और मसूढ़ों की अच्छी तरह से मसाज करें। रोजाना दिन में 2-3 बार ऐसा करने से झनझनाहट दूर होगी।

सरसों का तेल

सरसों का तेल

सरसों का तेल निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है जिसमें कार्डियक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना शामिल है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं जो त्वचा को लाभ प्रदान करते है। बालों के स्वास्थ्य में सुधार से लेकर यह गम रोग का इलाज करने में भी मदद करता है। इसके अलावा सरसो का तेल सूजन से जुड़े दर्द को कम करता है।

दांतों में झनझनाहट को दूर करने के लिए 1 चम्मच सरसों के तेल में 1 छोटा चम्मच सेंधा नमक मिलाएं और इससे मसूढ़ों की हल्की मालिश करें। 5 मिनट के बाद गुनगुने पानी से अच्छी तरह कुल्ला कर लें जिससे दांतों में ठंडा-गर्म लगना बंद हो जाए।

नमक पानी

नमक में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं और यह सूजन को कम करने के लिए भी जाना जाता है। यह आपके दांत में दर्द को कम करने में मदद करता है। इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक डालिए। फिर इस पानी से कुल्ला कीजिए। आप दिन में दो बार इस तरीके को अपना सकते हैं।

नारियल के तेल से ऑइल पुलिंग

नारियल के तेल से ऑइल पुलिंग

नारियल के तेल के साथ ऑइल पुलिंग आपके मौखिक स्वास्थ्य के लिए लाभ की एक विस्तृत श्रृंखला है। नारियल के तेल के एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपके दांत में दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।

इसके लिए आप एक बड़ा चम्मच नारियल का तेल लीजिए और उसे 10 से 15 मिनट के लिए ऑइल पुलिंग कीजिए। यह तरीका झनझनाहट दूर करने में बहुत ही मदद करता है। – नारियल तेल के नुकसान

दही

हमारे भारतीय संस्कृति में दही का बहुत महत्व है। इसका न केवल धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोग में लाया जाता है बल्कि यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत ही लाभदायक है। दही हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है। रोज एक कटोरी दही खाने से पाचन क्रिया सही रहती है। दही में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन भी पाएं जाते हैं।

इसके अलावा दही आपके दाँत इनेमल के डिमिनरलाइजेशन को कम करने में मदद करता है और इस प्रकार दाँतों में झनझनाहट के साथ ही इसके लक्षण का मुकाबला करने में मददगार है। आपको बता दें कि उत्पादित एसिड इनेमल में कैल्शियम और फॉस्फेट की कमी का कारण बनता है। इस प्रक्रिया को डिमिनरलाइजेशन कहा जाता है।

अमरूद का पत्ता

अमरूद का पत्ता

स्किन की देखभाल से लेकर बालों की खूबसूरती बनाए रखने तक के लिए अमरूद की पत्ति यों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यह आपके दांतों के लिए भी फायदेमंद है। अमरूद के पत्तों में फ्लेवोनॉयड्स है जो एक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण है।

दांतों में झनझनाहट को दूर करने के लिए आप अमरूद की कुछ पत्तियां लीजिए और उसे अच्छी तरह से धो लीजिए। फिर इसे एक से दो मिनट के लिए चबाएं और थूक दें। आप इसे एक से दो बार जरूर करें। – अमरूद के पत्ते के फायदे बालों के लिए

प्याज

प्याज में एंटीमाइक्रोबायल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मौखिक रोगों से लड़ते हैं और दाँत के चारों ओर दर्द और सूजन का प्रभावी ढंग से इलाज करते हैं। दांतों की सेंसिटिविटी के लिए प्याज के टुकड़े को कुछ देर के लिए चबाइए। आपको बहुत ही फायदा मिलेगा।

लहसुन

लहसुन

लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबायल गुण प्रदर्शित करता है जो संवेदनशीलता के कारण दांत दर्द का इलाज करने में मदद करता है और मौखिक रोगजनकों से भी लड़ता है। दांतों की झनझनाहट को दूर करने के लिए लहसुन की एक कली को पीस लीजिए। फिर उसमें थोड़ा नमक और पानी मिलाइए। फिर इसे प्रभावित जगह पर 10 से 15 मिनट के लिए लगाइए। आपको जरूर फायदा मिलेगा।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment