माता-पिता के रूप में, आपको अपने बच्चों को व्यायाम सहित- स्वस्थ आदतों के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। बच्चे खुद को स्वस्थ्य रख पाए इसके लिए अपने खानपान और नींद के साथ-साथ शारीरिक गतिविधियों में जरूर भाग लें।
साइकिल चालाना (हमेशा हेलमेट के साथ), तैराकी, बास्केटबॉल, जॉगिंग, स्कीइंग, डांस, एरोबिक्स और सॉकर जैसे खेल और व्यायाम बच्चों को नियमित रूप से खेलना चाहिए। यह सभी खेल न केवल मजेदार हैं बल्कि स्वास्थ्य को बढ़ावा भी देते हैं। शारीरिक गितिविधि या खेल में भाग लेने से हमें क्या फायदा मिलता है आइए जानते है।
शारीरिक खेल के फायदे – बच्चों के लिए
शारीरिक व्यायाम कार्डियोवास्कुलर सिस्टम को रखे मजबूत
किसी भी अन्य बीमारी की तुलना में विश्व में हृदय रोग से मरने वालों की सख्या लगातार बढ़ रही है। नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से दिल की समस्याओं से बचाव में मदद मिलती है। ऐसे व्यायाम आपके बच्चे की फिटनेस में सुधार कर सकता है, उसे बेहतर महसूस करा सकता है, और कार्डियोवास्कुलर सिस्टम को मजबूत कर सकता है। इसके अलावा शारीरिक व्यायाम उच्च रक्तचाप की घटनाओं को कम कर सकता है। यह एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के रक्त स्तर को बढ़ा सकता है। इसे हम गुड कोलेस्ट्रॉल के नाम से भी जानते हैं। बच्चे स्वस्थ रहे इसलिए माता पिता अपने बच्चे को रोज 30 मिनट व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
मांसपेशियों में सुधार
यदि आपका बच्चा नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में भाग लेता है तो उसकी मांसपेशियां मजबूत होती है। आपको बता दें कि मजबूत मांसपेशियों को जोड़ों के लिए बेहतर समर्थन प्रदान करते हैं। इसके अलावा वह पेट की मांसपेशियों को भी बढ़ा सकते हैं, तथा फेफड़ों की क्षमता में वृद्धि कर सकता है।
तनाव को करे कम
पढ़ाई और बहुत तरह के मानसिक दबाव की वजह से बच्चा तनाव शिकार हो जाता है। अप्रबंधित तनाव मांसपेशियों की जकड़न का कारण बन सकती है, जो सिरदर्द, पेट के दर्द और अन्य प्रकार की असुविधा के लिए योगदान दे सकती है। आपको अपने बच्चे के शरीर में न केवल तनाव को पहचानने की आवश्यकता है बल्कि इसके प्रभावी इलाज के बारे में भी सोचना है। उन्हें मानसिक दबाव कम दीजिए और ज्यादा से ज्यादा शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कीजिए। व्यायाम तनाव को नियंत्रित करने के सर्वोत्तम तरीका है।
लचीलापन बढ़ाए
शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से बच्चों में लचीलापन आता है। वह हमेशा चुस्त और उर्जावान भी रहेंगे। इस तरह वह किसी भी खेल प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। देखा गया है कि बच्चों में शारीरिक गतिविधियां कम होने की वजह से इसका खामियाजा बड़े होकर देखने को मिलता है। उन्हें कई तरह की बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है।
शारीरिक खेल से स्थिर रहता है वजन
आजकल बच्चे मोटापे के जल्दी शिकार हो रहे हैं। शारीरिक गतिविधियों भाग न लेने की वहज से बच्चा मोटापे का शिकार होने लगता है। जिसकी वजह उन्हें कई तरह की बीमारी भी लग जाती है। यदि वजन को कम करना है तो बच्चों को शारीरिक रूप से सक्रिय होना पड़ेगा। व्यायाम प्रभावी रूप से कैलोरी और वसा को जला सकता है और भूख को कम कर सकता है।