वरुण धवन बॉलीवुड के ऐसे अभिनेता है, जो लगातार अपनी फिल्मों से दर्शकों के बीच अपनी छाप छोड़ते जा रहे हैं। उन्होंने पिछले तीन-चार साल में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है और दर्शकों ने इसे काफी पसंद भी किया है। उनकी हाल की फिल्म जुड़वा-2 को लोगों ने बहुत ही प्यार दिया और बड़े पर्दे पर इसने 100 करोड़ से ऊपर की कमाई की।
आपको बता दें कि डेविड धवन के बेटे वरुण धवन ने अपने कॅरियर की शुरुआत 2012 में आई स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से की। उन्होंने पिछले 5 साल में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम कर अपनी खास पहचान बनाई है। आने वाले समय में वह कई बेहतरीन फिल्मों में भी काम रहे हैं। जिसमें सुई धागा और ऑक्टूबर भी शामिल है।
वैसे वरुण धवन फिल्मों के अलावा अपनी बेहतरीन बॉडी के लिए भी जाने जाते हैं। लाखों लड़कियां उनकी बॉडी की दीवानी है। फिटनेस के मामले में वह लाखों युवाओं को प्रेरित भी करते हैं। बॉडी बनाने को लेकर वह सिल्वेस्टर स्टेलोन और अर्नोल्ड को अपना आदर्श मानते हैं। आइए उनके डाइट प्लान के बारे में जानते हैं।
वरुण धवन का डाइट प्लान
अभिनेता वरुण धवन अपना फिटनेस बरकरार रखने के लिए संतुलित आहार लेते हैं। वह हेल्दी लाइफ जीना पसंद करते हैं।
वरुण धवन नाश्ते के लिए, ओमेलेट, दलिया और साबूत अनाज का सैंडविच खाना पसंद करते हैं। वह दोपहर के भोजन के लिए, ब्राउन राइस, तीन चपाती, ब्रोकोली और बेक्ड चिकन खाना पसंद करते हैं।
जब उन्हें स्नैक्स खाना होता है, तो वह जंक फूड नहीं खाते बल्कि लोटस सीड, पपीता, केला या फिर प्रोटीन स्मूदी पीते हैं। वरुण धवन का रात का खाना बहुत ही लाइट होता है। वह रात के खाने में साग और ग्रील्ड फिश खाना पसंद करते हैं।
वरुण धवन का डाइट टिप्स
- वह उच्च नमक, हाई शुगर और तेलयुक्त खाद्य पदार्थों से दूर रहते हैं।
- वह कभी भी रात में कार्ब्स नहीं खाते हैं और, अगर कहीं खाना पड़, तो वह सुनिश्चित करते हैं कि उसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स हो, ताकि उनके शरीर में चीनी बहुत ही कम पहुंचे।
- वह हर दो से तीन घंटे में छोटे आहार लेते हैं और हर दिन पांच से छह लीटर पानी भी पीते हैं।
- वरुण आहार के महत्व को समझते हैं और इस प्रकार पौष्टिक खाद्य पदार्थों की खपत पसंद करते हैं। वह केला, लोटस सीड, प्रोटीन स्मूदी और पपीता खाना पसंद करते हैं।
- वरुण को अपनी फिटनेस बरकरार रखने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। उनकी मानें तो फिट रहने के लिए मसल्स का उभार ही काफी नहीं, बल्कि शरीर लचीला और रोगप्रतिरोधक क्षमता तंदरुस्त होनी चाहिए।