टीबी या तपेदिक माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण उत्पन होने वाला एक संक्रामक रोग है। जब टीबी का मरीज खांसता या छींकता है तो इससे हवा रोगाणु से संक्रमित हो जाता है। यदि कोई अन्य व्यक्ति हवा में सांस लेता है तो पूरी संभावना रहती है कि वह भी टीबी से संक्रमित हो जाए। अगर आप भी टीवी के मरीज हैं तो यह जान लीजिए कि टीबी के मरीजों को क्या खाना चाहिए।
टीबी में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ
टीबी के मरीजों को अपने आहार में प्रोटीन को शामिल करना चाहिए। प्रोटीन के सेवन से आपके इम्युनिटी को उर्जा मिलती है और वह ज्यादा मजबूत हो जाता है। इसलिए अपनी डायट में दूध और अण्डों की मात्रा बढ़ा दें। अगर आप शाकाहारी हैं तो ज्वार, बाजरा जैसी अनाजों का सेवन ज्यादा करें। इसके अलावा आप अपनी डाइट में दाल और पत्तेदार सब्जियों को भी शामिल कीजिए।
यदि आप टीबी के दौरान आहार लेने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं या खराब एपेटाइट की वजह आपको भूख नहीं लग रही है तो आप ड्राई फ्रूट और नट्स का पाउडर बना लीजिए और अपने मिल्क शेक में मिलाइए। आप चाहे तो इसे ऐसे ही पी सकते हैं या फिर रोटी के साथ खा सकते हैं। आपके शरीर को उर्जा के साथ प्रोटीन भी मिलेगा।
विटामिन ए, विटामिन ई और विटामिन सी
विटामिन ए एक वसा घुलनशील विटामिन है, जो कि एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है। यह आंख, न्यूरोलॉजिकल फ़ंक्शन और त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन ए में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिल्स डैमेज से लड़ने में बहुत ही मदद करता है, जिसकी वजह से सूजन को कम करने में मदद मिलती है। विटामिन ए की तरह विटामिन ई और विटामिन सी त्वचा और आपके शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है।
जहां तक बात आई टीबी की तो आपको इन तीनों विटामिन का सेवन करना चाहिए। आपको अपनी डाइट में नारंगी, आम, पपीता, गाजर, अमरूद, आंवला, टमाटर आदि को शामिल करना चाहिए है। इसके अलावा आपको नींबू, शिमला मिर्च और नट्स को भी अपने आहार में शामिल करना चाहिए। – विटामिन सी वाले फल
बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन
बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन में बी श्रेणी के सभी तरह के विटामिन शामिल है जो स्वस्थ बाल, त्वचा और नाखूनों को बढ़ावा देने तथा फ्री रेडिकल्स से आपकी रक्षा करता है। इसमें विटामिन बी1, विटामिन बी2, विटामिन बी3, विटामिन बी5, विटामिन बी6, विटामिन बी7, विटामिन बी9 और विटामिन बी12 शामिल है।
ये हमारे शरीर को अच्छी तरह से तेलयुक्त मशीनों की तरह चलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये जरूरी पोषक तत्व हमारे भोजन को ईंधन में परिवर्तित करने में मदद करते हैं, जिससे हमें दिन भर सक्रिय रहने में सहायता मिलती है। टीबी के रोगियों को इनका सेवन करना चाहिए।
अधिकांश बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन साबूत अनाज और दालों, नट और बीज में पाए जाते हैं। गैर-शाकाहारियों के लिए, बी कॉम्प्लेक्स विटामिन के स्रोत में अंडे, मछली, विशेष रूप से समुद्री मछली जैसे सल्मन, ट्यूना, मैकेरल, सार्डिन और चिकन शामिल है।
सेलेनियम और जिंक
टीवी के मरीज अपने आहार में सेलेनियम और जिंक को शामिल कर सकते हैं। सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थों की वृद्धि कोरोनरी हृदय रोग को रोकने में सक्षम हो सकती है। यह माना जाता है कि सेलेनियम सूजन से लड़ने, रक्त के प्रवाह को बढ़ाने, फ्री रेडिकल्स की समस्या को दूर करने, ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने और एंटीऑक्सिडेंट एक्टिविटी के साथ मदद करने के लिए जाना जाता है।
ब्राजील नट् सेलेनियम का सबसे अच्छा स्रोत है। मशरूम, सभी नट्स और बीजें जिनमें सूरजमुखी के बीज, चिया बीज, कद्दू के बीज और तिल के बीज शामिल हैं सेलेनियम और जस्ता दोनों के अच्छे स्रोत हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चीजें
विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन ई में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो फ्री रेडिकल को खत्म करते हैं और आपके शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं। इसलिए एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहारों का सेवन करना चाहिए।
एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध खाद्य पदार्थ में आप गाजर, मिर्च, स्क्वैश, टमाटर, ब्लूबेरी और चेरी का सेवन कर सकते हैं। – एंटीऑक्सीडेंट वाले आहार
टीबी में क्या नहीं खाएं
परिष्कृत उत्पादों को सीमित करें
टीबी में शक्कर, व्हाइट ब्रेड और व्हाइट चावल जैसे परिष्कृत उत्पादों को सीमित करना चाहिए। इसके अलावा मार्जरीन, केक और पेस्ट्री जैसी चीजों का सेवन बिल्कुल न करें। इसमें ट्रांस फैटी एसिड की मात्रा ज्यादा होती है।
सैचुरेटेड फैट से बचे
तली हुई या फ्राई की हुई चीजों में सैचुरेटेड फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है जो टीबी के मरीजों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। साथ ही इससे डायरिया और पेट में दर्द, थकान जैसी समस्याएं भी होती हैं। ऐसे में उन्हें असंतृप्त वसा यानी अनसैचुरेटेड फैट का सेवन करना चाहिए। वह मक्खन के बजाय सब्जी या जैतून का तेल जैसे असंतृप्त वसा का सेवन कर सकते हैं।
टीबी में क्या नहीं खाएं – कुछ अन्य टिप्स
1. अगर आप किसी भी रूप में तंबाकू ले रहे हैं तो इसका सेवन बंद कर दीजिए।
2. कैफीनयुक्त पेय पदार्थ भी आपके लिए नुकसानदेह है, इसलिए इसका सेवन सीमित कर दीजिए।
3. शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपके टीबी के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाओं से लिवर के नुकसान के खतरे को बढ़ा सकता है।