दवाईयां, नसीली पदार्थों का सेवन करने की वजह से हमें खून की खराबी जैसे स्थितियों का सामना करना पड़ता है। खून की खराबी गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं पैदा कर सकती है। खून की खराबी में तत्काल मेडिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। प्राकृतिक और घरेलू उपायों का चयन भी आपकी मदद कर सकता है।
इन उपचारों को चिकित्सा उपचार के पूरक के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कुछ ऐसे घरेलू उपाय पर आधारित उपचार कई रोगियों में लक्षणों को कम करने और स्वास्थ्य लाभ के दर में तेजी लाने में मदद कर सकते हैं।
खून की खराबी क्या है
खून की खराबी या रक्त विषाक्तता एक गंभीर संक्रमण है। यह तब होता है जब बैक्टीरिया आपके खून में होते हैं। रक्त विषाक्तता का प्रयोग बैटेरैमिया (रक्त में संक्रमण), सेप्टीसीमिया या सेप्सिस का वर्णन करने के लिए किया जाता है। खून की खराबी के उपचार के लिए शीघ्र निदान की आवश्यकता है।
खून की खराबी के कारण
खून की खराबी या रक्त विषाक्तता तब होती है जब बैक्टीरिया संक्रमण के कारण आपके खून में प्रवेश करती है। ये संक्रमण आपको संक्रमित कीट के काटने, पेट के संक्रमण, गुर्दा या यूटीआई का संक्रमण, त्वचा संक्रमण, संक्रमित दांत और निमोनिया के कारण फैलता है। इसमें ज्यादातर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग, छोटे बच्चे, अस्पताल जैसे वातावरण में कार्य करने वाले लोग, ऐसे लोग जो हेरोइन जैसी नसीली दवाओं का उपयोग करते हैं आदि चपेट में आते हैं। आइए जानते हैं कि खून की खराबी का घरेलू इलाज क्या है?
खून की खराबी का इलाज
खून की खराबी में खाएं लहसुन
लहसुन न केवल आपके आहार को स्वादिष्ट बनाती है, बल्कि इसमें कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिलते है। लहसुन का सेवन खाली पेट किया जाए तो खासकर पुरुषों के लिए यह और भी लाभदायक होता है। लहसुन नैचुरल एंटी-बायोटिक है और इससे कई तरह के संक्रमण होने का खतरा रहता है। खून की खराबी में लहसुन आपके खून को साफ करने में मदद करता है। यदि आप लहसुन कच्चे खाते हैं, तो आपको ज्यादा फायदा मिलेगा बजाय की आप इसे पकाकर खाते हैं। खाना में डालने के बाद इसमें लहसुन वाले कुछ रसायनों की मात्रा कम हो सकती है।
यह एक आम घरेलू उपचार है, जिसे सेप्सिस का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। लहसुन में एक एलिसिन नाम का कंपाउंड होता है, जो आपके शरीर में सूजन से प्रभावी रूप से लड़ता है। यह इम्यून सिस्टम को काफी हद तक बढ़ा देता है। इसलिए घावों और सेप्सिस और गैंग्रीन जैसी संक्रमणों का इलाज करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
सेप्सिस के प्रभाव को रोकने के लिए आप आसानी से अपने दैनिक आहार में लहसुन को खा सकते हैं। आप शहद के साथ लहसुन को मिलाकर इसे खा सकते हैं। इससे आपके शरीर को खासतौर पर सेप्सिस और अन्य संक्रमण से दूर रखने में मदद मिलेगी।
खून की खराबी का इलाज है हल्दी
हल्दी एक जड़ीबूटी है जिसका इस्तेमाल प्राचीन काल से मानव रोगों की एक विस्तृत श्रृंखला का इलाज करने के लिए किया गया है। इसमें कर्क्यूमिन है – एक घटक जो रक्त में प्रोटीन स्तर बढ़ाता है। हल्दी के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ है और यह एक ताकतवर एंटी-आक्सीडेंट है। एंटी-कैंसर के गुणों से भरपूर हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं से भी लडती है। इसमें सूजन को कम करने, घावों को ठीक करने, त्वचा स्वास्थ्य में सुधार और मासिक धर्म की कठिनाइयों को कम करने की क्षमता शामिल है।
इसके अलावा हल्दी अवसाद को खत्म करने में मदद करता है, दर्द कम करता है, बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करता है और पाचन तंत्र की रक्षा करता है। अगर आप खून की खराबी से जुझ रहें हैं, तो यह आपके लिए एक बेहतर घरेलू उपाय है। यह शरीर में खून के विभिन्न प्रकार के संक्रमण से लड़ सकता है और उसे रोक सकता है। सेप्सिस से लड़ने के लिए, खाना पकाने के दौरान अपने व्यंजनों में हल्दी का एक चुटकी शामिल करें।
विटामिन सी
विटामिन सी कई तरह की बीमारियों से आपकी रक्षा करता है। विटामिन सी जिसे एस्कॉर्बिक एसिड भी कहा जाता है, स्कर्वी दोग, सामान्य सर्दी, खून की खराबी और कैंसर की रोकथाम शामिल है। इसका सेवन करने से इम्यून सिस्टम को बढ़ावा मिलती है तथा उच्च रक्तचाप को कम करने में भी मदद मिलती है। इससे मोतियाबिंद का इलाज, स्ट्रोक का मुकाबला करना, त्वचा की लोच को बनाए रखना और घावों को ठीक किया जा सकता है।
वेस्टर्न ओंटारियो विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि विटामिन सी का सेवन सेप्सिस को दूर करने में मदद करता है। इससे सेप्सिस की शुरुआत होने से रोका जा सकता है। विटामिन सी इंजेक्शन या मौखिक रूप से लिया सकता है। विटामिन सी की गोलियां फार्मेसियों में आसानी से उपलब्ध है और उपभोग करने के लिए सुरक्षित हैं। आप विटामिन सी समृद्ध फल भी खा सकते हैं और संक्रमण से लड़ने में मदद करने के लिए इसका उत्पादन भी कर सकते हैं।
खून की खराबी में शहद खाएं
जब बात आती है घाव को ठीक करने की या त्वचा की स्थिति ठीक करने की तो शहद आपकी पूरी तरह से सहायता कर सकता है। यह ऊर्जा बढ़ाने के साथ-साथ आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है और वजन को कम करने में भी मदद करता है। यह पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों में समृद्ध है।
मलाया विश्वविद्यालय के एक अध्ययन ने सेप्सिस और खून की खराबी से मुकाबला करने में शहद की प्रभावकारिता की खोज की। अध्ययनों से पता चलता है कि शहद आपकी इम्यून सिस्टम को व्यवस्थित करता है, इस प्रकार यह रिकवरी की संभावनाओं को बढ़ाता है, और इसलिए भविष्य में एक दवा उपकरण के रूप में अधिक व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। स्वस्थ रहने के लिए बस हर दिन दो चम्मच शहद लें। शहद को दूध और कई अन्य पेय पदार्थों के साथ मिश्रित किया जा सकता है।
मूंग बीन
मेडिकल रिसर्च के लिए एक शोध किया है जिसमें मूंग बीन सेप्सिस संक्रमण को दूर करने में मदद मिल सकती है। मूंग सेम या मूंग बीन पोषक तत्वों का एक उच्च स्रोत है, जिसमें मैंगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फोलेट, तांबे, जिंक और विभिन्न बी विटामिन शामिल है।