ऑयली स्किन एक बड़ी समस्या है। यह आपके चेहरे पर एक चिपचिपा निशान छोड़ देता है। इससे त्वचा पर ब्लैकहैड्स और मुंहासे भी बहुत अधिक होते हैं। यदि आप भी ऑयली स्किन से परेशान हैं और इससे होने वाली चिपचिपाहट मुंहासो का कारण बन रही है, तो आपको डाइट में परिवर्तन करने की जरूरत है। आहार परिवर्तन कई त्वचा की स्थितियों में सुधार और इलाज करने के लिए जाना जाता है, और आपको स्वस्थ त्वचा प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। आइए जानते हैं ऑयली स्किन में किन-किन आहारों का परहेज करना चाहिए।
ऑयली स्किन के लिए 5 आहारों का करें परहेज
ऑयली स्किन वाले अनहेल्दी स्नैक्स से दूरी
ऐसा देखा गया है कि लोग आलू के चिप्स, फ्रेंच फ्राइज़, बेक किया हुआ कुकीज और नमकीन बिस्कुट जैसे स्नैक्स पूरे दिन खाते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदेह होते हैं। ऑयली स्किन या तैलीय त्वचा वाले लोग इसका सेवन न करें। ये स्नैक्स ट्रांस-वसा और सोडियम में समृद्ध होते हैं, जो सूजन के कारण त्वचा के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। नमकीन से बचना लंबे समय तक आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है।
डेयरी उत्पादों का कम सेवन
यह आपके लिए एक आश्चर्यजनक तथ्य हो सकता है, लेकिन अत्याधिक दूध और डेयरी उत्पादों वास्तव में आपकी ऑयली स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे आपकी ऑयली स्किन पर प्रभाव पड़ सकता है। इससे मुंहासे से संबंधित समस्या भी देखने को मिलता है। ऑयली स्किन वालों को यदि कैल्शियम चाहिए, तो वह हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।
रेड मीट से दूरी
रेड व फैटी मीट जैसे लैम्ब, पोर्क जैसे मांसाहारी भोजन संतृप्त वसा में समृद्ध होते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ वसा और कोलेस्ट्रॉल से जुड़ा हुआ है, जो आपकी त्वचा पर भी प्रभाव डालता है। ऑयली स्किन वाले फैटी रेड मीट के सेवन को कम करने का प्रयास करें। कोलेस्ट्रॉल में परहेज – जाने क्या खाएं और क्या न खाएं
ऑयली स्किन शुगर से दूरी बनाएं
शहद, केन चीनी, माल्टोस और कॉर्न सिरप जैसे शक्कर हार्मोन और ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे स्किन पर अतिरिक्त तेल उत्पादन हो सकता है। इससे मुंहासे का खतरा अधिक होता है। आपको बता दें कि शुगर एक उच्च ग्लाइसेमिक इडेक्स है और आपकी त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, अतिरिक्त शुगर का उपयोग करने वाले भोजन और पेय पदार्थों के सेवन को सीमित करें।
एनरिच्ड फ्लोर से दूरी
एनरिच्ड फ्लोर या आटा अनाज से फाइबर और पोषक तत्व सामग्री छीन लेती है। ब्रेड, पके हुए खाद्य पदार्थ और पास्ता एनरिच्ड फ्लोर में समृद्ध हैं। ये त्वचा पर अतिरिक्त तेल उत्पादन को जन्म देती है। इससे त्वचा की गंभीर स्थिति पैदा होती है। आप इनकी जगह अनाज वाले ब्रेड, ओट्स और भूरे चावल का उपभोग कर सकते हैं।
ऑयली स्किन या तैलीय त्वचा को सामान्य त्वचा की तुलना में ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। इस प्रकार की त्वचा में मुंहासे होना भी आम बात है। इसलिए ऊपर दिए गए बातों पर जरूर ध्यान दीजिए और अपनी त्वचा को स्वस्थ बनाने की कोशिश कीजिए।