पेट साफ न होना या कब्ज की समस्या एक सामान्य दिक्कत है। यह समस्या ज्यादातर गलत तरीके के खानपान से उत्पन होता है। कई कारक अपचन या कब्ज को जन्म देते हैं। अपचन के कुछ सबसे आम लक्षण में पेट में दर्द, सूजन, दिल की धड़कन, मतली, और उल्टी शामिल है। आयुर्वेद के अनुसार हमें खाने-पीने की कुछ ऐसी आदतें अपनानी चाहिए जिसके जरिए आप कब्ज या पेट की समस्या को दूर कर सकते हैं।
खाना धीरे-धीरे खाएं
कब्ज दूर करने के आयुर्वेदिक तरीकों की बात करें तो आप खाना धीरे-धीरे करके सेवन कीजिए। आपको बता दें कि प्रभावी पाचन के लिए धीरे-धीरे भोजन करना बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे पाचन रस (digestive juices) को फूड को पचाने के लिए या उसपर कार्य करने के लिए समय चाहिए होता है। इसलिए भोजन को कभी जल्दी या भकोसना नहीं चाहिए बल्कि इसे 32 बार चबाना चाहिए। इससे आपको भोजन को चबाने में सहायता मिलेगी।
बेमेल फूड को एक साथ न खाएं
कब्ज होने की समस्या या पेट न साफ होने की समस्या का एक बड़ा कारण यह है कि आप जो भी दो फूड एक साथ खाते हैं कम्पेटिबल नहीं होते हैं। यह हमारे पाचन शक्ति को खराब करते हैं। आयुर्वेदिक के अनुसर दूध और केले, दही और खट्टे फल तथा अंडे और दूध को इनकम्पैटिबल माना गया हैं अर्थात इन्हें एक साथ नहीं खाना चाहिए।
कुछ घरेलू तरीको को अपनाएं
हमारे रसोईघरों में कई जड़ी बूटियां और मसाले पाए जाते जाते हैं, जो पाचन को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। अगर आप पाचन की समस्या को दूर करना चाहते हैं तो आप ताजा अदरक का टुकड़ा लीजिए। उसपर थोड़ा नींबू नीचोड़े तथा थोड़ा नमक डालें। इसके बाद उसे चुसें। आपको कुछ ही दिन में फायदा दिखने लगेगा।
पाचन को सही करने के लिए जीरा, तेजपत्ता और लहसुन भी अच्छी सामग्री हैं। इसे अपने भोजन में डालकर इसका उपयोग करें और आपको बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।
टीवी देखते हुए खाना न खाएं
यदि आप कब्ज का इलाज करने के लिए सही में गंभीर हैं, तो आप टीवी देखते हुए खाना खाने की आदत को छोड़ दीजिए। ऐसा देखा गया है कि जब भी हम खाते हैं तो हम टीवी, फोन या फिर अखबारों की ओर देखने लगते हैं। ऐसा करने से आप क्या खा रहे हैं आपकी बॉडी यह समझ नहीं पाती है। इससे आपकी पाचन क्षमता भी कमजोर होती है।
ओवरईटिंग से बचें
उचित मात्रा में आहार लेना प्रभावी पाचन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जरुरत से ज्यादा खाने की आदत के कारण मोटापा बढ़ सकता है और कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ओवरईटिंग से वजन बढ़ने के साथ कई और दिक्कतें भी सामने आती हैं। इससे दिमागी और भावनात्मक तनाव भी पैदा होता है तथा कब्ज की समस्या भी उत्पन होती है।
पानी का ज्यादा सेवन
पानी से आप पेट के 80 फीसदी रोग को दूर कर सकते हैं। बस आपको यह पता होना चाहिए कि आपको पानी कब या कैसे पीना चाहिए। व्यक्ति को रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए। सुबह उठते ही कम से दो गिलास गुनगुना पानी पीते हैं तो आपका पेट बहुत ही अच्छी तरह से साफ होता है।
यदि समस्या ज्यादा है, तो एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर पीएं। यह पेट साफ करने का बहुत ही लोकप्रिय तरीका है। आपको दिनभर थोड़ा-थोड़ा करके पानी पीना चाहिए। इससे कई बीमारियां खत्मा हो जाएंगी, जैसे शरीर से बदबू आना, मुंहासे और पेट न साफ होना आदि दिक्कतें सही हो जाती है। – पानी कब और कैसे पीना चाहिए