नौका संचालन और चक्की चलाना ये दो आसन महिलाओं के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। महिलाओं के गर्भवती होने से पहले और बाद में यह आसन उनके स्वास्थ्य के लिए एक अहम भूमिका निभाती है। इससे न केवल पेट की चर्बी कम होती है बल्कि साइटिका के निवारण में भी यह लाभदायक है।
नौका संचालन आसन
नौका संचालन आसन करने की विधि
पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाइए और नाव चलाने के अंदाज में शरीर को संचालित कीजिए। जितना संभव हो सके, उतना आगे पीछे झुकते हुए एक धेरे का आकार बनाते जाइए। ऐसा दस से बारह बार कीजिए। अब अपने नाव चलाने के तरीकों को दूसरी तरफ भी उपयोग में लाइए। इस तरफ से भी कम से कम दस से बारह बार कीजिए। यह आसन करते समय विशेषज्ञों की राय लें।
नौका संचालन आसन करने के लाभ
1. यह आसन स्त्री रोग विकारों के लिए लाभदायक है।
2. इस आसन के करने से पेट के समस्त अंगों और मांसपेशियों की मालिश हो जाती है तथा कब्ज भी सही रहता है।
3. पहले तीन महीने तक गर्भवती स्त्रियों के लिए यह उत्तम अभ्यास है।
4. इससे कंधे, हाथ और नितंब आकर्षक और तने हुए हो जाते हैं।
चक्की चलाना आसन
चक्की चलाना आसन करने की विधि
पैरों को फैला कर बैठ जाइए तथा हाथों को सामने सीधे करते हुए अंगुलियों को एक-दूसरे में फंसा दीजिए। कमर से झुकते हुए हाथों द्वारा धेरे का आकार बनाते जाइए। इस आसन को करते समय कल्पना कीजिए कि आप चक्की चला रहे हैं। इसे आप दोनों तरफ से दस-दस बार कीजिए।
चक्की चलाना आसन करने के लाभ
1. इस आसन के करने से पेट की मांसपेशियों की अच्छी मालिश हो जाती है।
2. साइटिका के निवारण के लिए अच्छा है यह आसन।
3. बंधे हुए कमर और छाती के लिए यह एक अच्छा अभ्यास है।
4. लगातार अभ्यास करने से इस आसन से पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है।
5. इस आसन से गर्भावस्था के बाद चर्बी को कम किया जा सकता है।
ध्यान रहे प्रेग्नेंट के समय इस आसन को कभी न करें। साथ ही निम्न रक्तचाप, पीठ के निचले हिस्से में दर्द और सिर दर्द या माइग्रेन के मरीज इस आसन को न करें। आसन करने के लिए विशेषज्ञ की राय जरूर लें।