बच्चा होने के बाद उन्हें क्या खिलाना चाहिए माता-पिता का इस बात पर जरूर ध्यान रहता है? लेकिन इस दौरान कौन-कौन सी चीजों पर सावधानी बरतनी चाहिए यहां ध्यान कोई नहीं देता। बच्चा जब बड़ा हो जाता है, तो आप ज्यादातर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाते हैं। आपको लगने लगता है कि बच्चा इतना बड़ा हो चुका है वह अपने स्वास्थ्य और खाने-पीने का ध्यान रख लेगा, लेकिन वही जब बच्चा छोटा होता है, तो उसकी छोटी-छोटी जरूरतों को लेकर आप सावधानी बरतते हैं। उस दौरान आप समझते हैं कि आपकी एक गलती बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। जैसे आप बच्चों को पोलियो की दवा, बीसीजी और हिपेटाइटिस का टीका लगवाते हैं उसी तरह आप उसके खाने-पीने का भी सावधानी बरतिए। आइए जानते हैं बच्चों के खाने-पीने संबंधित सावधानी…
एक बार में एक ही तरह का खाना
बच्चों को बड़ों की तरह खाना कभी न दें। अगर आप उन्हें दलिया खिला रहे हैं, तो दलिया ही खिलाएं, उसमें अलग-अलग तरह की चीजें न मिलाएंं।
ज्यादा खिलाने पर न दें जोर
कई बार देखा गया है कि माता पिता बच्चों को ज्यादा खिलाने पर जोर देते हैं। उन्हें लगता है कि बच्चों को ज्यादा खिलाने से वह ज्यादा शारीरिक और मानसिक रूप से विकसित होगा। लेकिन आपकी यह कोशिश बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। आप उन्हें धीरे-धीरे करके खिलाएं। इसका मतलब यह है कि आप एक समय निर्धारित कर लीजिए और उस समय के अनुसार आप उन्हें उतना ही भोजन दीजिए जितना उनकी बॉडी को जरूरत है।
जल्दी-जल्दी न खिलाएं
देखा गया है कि कई बच्चे जल्दी-जल्दी खाना खा लेते हैं, लेकिन ज्यादातर बच्चे धीरे-धीरे खाना पसंद करते हैं, इसलिए अगर आपको जल्दी है तो आप अपना समय बच्चे को जल्दी खाना खिलाने में न बचाएं, अर्थात उन्हें जल्दी खिलाने की कोशिश न करें।
खाना ज्यादा गर्म और न ही ठंडा हो
छोटे उम्र में बच्चे जल्दी बीमार होते हैं, इसलिए हमें मौसम के तापमान के अलावा उनके खाने-पीने का तापमान कैसा हो इस पर ध्यान देना चाहिए। चाइल्ड एक्सपर्ट के मुताबिक बच्चों को न ज्यादा गर्म और न ही ज्यादा ठंडा खाना या पेय पदार्थ देना चाहिए। कोशिश करें कि उनका भोजन सामान्य हो।
सब्जियों को ज्यादा देर तक न उबालें
अगर आप बच्चों कोई हरी सब्जी खिला रहे हैं, तो न ज्यादा कच्चा रखें और न ही उसे ज्यादा पकाएं। क्योंकि ज्यादा कच्चा रखने से बच्चे का पेट खराब हो सकता है। उसी तरह सब्जियों को ज्यादा देर उबालने से उसके पोषक तत्व निकल जाते हैं।
एलर्जिक रिएक्शन पर डॉक्टर की सलाह लें
कई बार देखा गया है कि बच्चों एलर्जिक रिएक्शन ज्यादा होने लगता है। ऐसे में खाना खिलाते समय अगर कोई एलर्जिक रिएक्शन हो तो उसे जबर्दस्ती खाना न खिलाएं बल्कि तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
इसके अलावा बच्चों को बोतल से खाना देने की बजाय हाथ या चम्मच से खाना दें। शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए उन्हें ठंडा पानी न दें बल्कि हल्का गुनगुना पानी दें। उनका भोजन साफ एवं सुरक्षित जगह पर रखें। भोजन बनाने से पहले बर्तन अच्छी तरह साफ करें। साथ ही कुछ भी खिलाने के पहले उसे चख लें।